Side Effects of Having Dental Implants in Hindi: आजकल लोगों में दांतों से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इसके पीछे खराब खान-पान जैसे जंक और प्रोसेस्ड फूड्स के ज्यादा सेवन को जिम्मेदार माना जाता है। इसके साथ ही कई बार लोग अपने दांतों और मुंह की ठीक से सफाई नहीं करते हैं, जिसका परिणाम उनके दांतों में कीड़े लगने के साथ ही दांतों में प्लाक जम जाते हैं। इसके चलते कई बार लोग डेंटल इम्पांट भी कराते हैं। हालांकि, डेंट इंप्लांट कराने के पीछे भी कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
अगर किसी कारणवश आपके दांत ठीक से काम नहीं कर रहे हैं तो ऐसे में खाने को आसानी से चबाने, बोलने और हंसने के लिए डेंटल इंम्लांट कराना एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है। डेंटल इंप्लांट एक ऐसा स्थायी समाधान है, जो आपके खोए हुए दांतों को फिर से वापस ला सकता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं डेंटल इंप्लांट के भी कुछ नुकसान हो सकते हैं। डेंटल इंप्लांट कराने से कई बार दर्द, सूजन और कुछ मामलों में दांतों और मसूड़ों से खून भी आ सकता है। आइए बालाजी डेंटल क्लिनिक के सीईओ एवं संस्थापक डॉ. दिनेश सोनी से जानते हैं इसके बारे में। (Can dental implants cause health problems in Hindi) -
डेंटल इंप्लांट करवाने के नुकसान (Side Effects of Having Dental Implants in Hindi)
1. मसूड़ों में हो सकती है झुनझुनी
डेंटल इंप्लांट एक प्रकार की सर्जरी है, जिसे करने के दौरान कई बार मसूड़ों के साथ ही जबड़े की हड्डी में मौजूद नसें प्रभावित हो सकती हैं। इससे कुछ मामलों में आपके मसूड़ों में न केवल झुनझुनी महसूस हो सकती है, बल्कि इससे होठों को भी नुकसान पहुंच सकता है। दरअसल, दांतों की सर्जरी काफी जटिल होती है, जिसमें मसूड़ों में इंजेक्शन लगाने से मसूड़ों पर असर पड़ सकता है।
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2. मसूड़ों में सूजन
अगर आप डेंटल इंप्लांट करा रहे हैं तो (Precautions to Take Before Dental Implant in Hindi) ऐसे में आपके मसूड़ों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। इससे आपके मसूड़ों में सूजन आ सकती है। इसके साथ ही आपके मसूड़ों के आस-पास कट या चोट भी लग सकती है। हालांकि, ऐसी स्थिति होना एक सामान्य प्रक्रिया है। यह अपने आप हील होने लगते हैं। अगर आपके डॉक्टर या हेल्थ केयर एक्सपर्ट द्वारा डेंटल इंप्लांट सर्जरी ठीक से नहीं की गई है तो इससे भी मसूड़ों पर प्रेशर पड़ सकता है और सूजन आ सकती है।
3. दांतों में दर्द होना
डेंटल इंप्लांट कराने के बाद दांतों में दर्द हो सकता है। हालांकि, ऐसा होना काफी आम होता है। दांतों में दर्द होने पर कई बार आपके लिए असहजता का कारण बन सकता है। इससे आपको खाना निगलने और चबाने में समस्या हो सकती है। हालांकि, दवाएं खाकर दर्द को आसानी से मैनेज किया जा सकता है। ऐसे में कई बार नर्व डैमेज होने का भी खतरा रहता है, जिससे दांतों में दर्द हो सकता है।
4. इंफेक्शन का खतरा
दांतों में इंप्लांट (Dental Implant in Hindi) कराने के बाद कुछ लोगों में इंफेक्शन का खतरा भी रहता है। दांतों में इंप्लांट कराने के बाद कई बार नर्व डैमेज होने के साथ ही साथ इंफेक्शन होने का भी जोखिम रहता है। इससे आपके मसूड़े और दांतों में इंफेक्शन हो सकता है।
5. ब्लीडिंग
दांतों में इंप्लांट कराने के बाद कई बार आपको ब्लीडिंग (Bleeding after Dental Implant in Hindi) होने का भी खतरा रहता है। सर्जरी के कुछ दिनों के भीतर आपको हल्की-फुल्की ब्लीडिंग का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको मसूड़ों में ब्लीडिंग होती है तो ऐसे में इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
डेंटल इम्प्लांट कितने साल चलता है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक आमतौर पर डेंटल इंप्लांट कराना एक स्थायी समाधान है। आमतौर पर यह इंप्लांट कम से कम 10 से 15 सालों तक चलता है। कई बार यह इंप्लांट लगाने के तरीके और क्वालिटी पर भी निर्भर करता है।क्या डेंटल इम्प्लांट से कैंसर हो सकता है?
यह धारणा पूरी तरह से गलत है कि डेंटल इंप्लांट कराने से कैंसर होता है। डेंटल इंप्लांट कराने से ऐसा कोई बड़ा नुकसान नहीं होता है। इससे आपको छोटे-मोटे नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।डेंटल इम्प्लांट के बाद क्या करें और क्या न करें?
डेंटल इंप्लांट कराने के बाद और पहले आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। इसके लिए आपको सही खान-पान रखना चाहिए और धूम्रपान नहीं करना चाहिए। कोई भी समस्या दिखने पर आपको अपना चेकअप कराना चाहिए।