Why Dinner Should Be Light: रात का खाना या डिनर हल्का होना चाहिए, ये तो आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश है कि ऐसा क्यों करना चाहिए? रात का भोजन हल्का क्यों होना चाहिए? खाना किस समय खाना चाहिए, किस समय नहीं इसको लेकर आपने लोगों से कई राय सुनी होंगी। लेकिन जब रात के खाने की बात आती है, तो इसको लेकर बहुत सी चीजें, ध्यान में रखने की जरूरत होती है। मेडिकल साइंस और आयुर्वेद दोनों की ही इसको लेकर अपनी अलग राय और तर्क हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. वरालक्ष्मी (BAMS Ayurveda) ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने रात का भोजन हल्का क्यों होना चाहिए, इस विषय पर जरूरी जानकारी साझा की है। उन्हें इसके कारणों के बारे में बताते हुए, रात में भोजन के कुछ स्वस्थ और हल्के फूड्स के बारे में भी बताया है। आइए विस्तार से जानते हैं, रात में हल्का खाना क्यों खाना चाहिए।
रात को खाना हल्का क्यों खाना चाहिए?
डॉ. वरालक्ष्मी की मानें तो रात के समय हम सभी आराम से बैठकर तसल्लीपूर्वक भोजन करते हैं, यह हम सभी का सबसे कंफर्ट मील होती है। इस स्थित में हम कई बार जितने महसूस करते हैं, या जितना जरूरत होती है उससे थोड़ा अधिक खा लेते हैं। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल भी सही नही हैं। रात का खाना हमेशा हल्का और छोटा होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि खाना जितना भारी और अधिक होगा, उसे पचने में उतना ही ज्यादा समय लगेगा। भारी पेट सर्केडियन रिदम और एंटी एजिंग मैकेनिज्म को बाधित करने का कार्य करता है। इस तरह भोजन का पाचन ठीक से नहीं हो पाता है, जिससे पेट संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं। यह लंबे समय में कई गंभीर रोगों को भी जन्म दे सकता है, इससे आपको रात में सोने में भी दिक्कत हो सकती है।
इसे भी पढें: सुबह तेज पत्ता उबालकर पीने से सेहत को मिलेंगे ये 5 जबरदस्त फायदे
रात में कौन-कौन से फूड्स खा सकते हैं?
डॉ. वरालक्ष्मी की मानें तो रात के भोजन में किसी भी फूड का सेवन करने से पहले हमेशा मौसम, व्यक्तिगत स्वास्थ्य के मुद्दों और पाचन पर विचार जरूर करना चाहिए! यहां कुछ फूड्स दिए गए हैं, जिनका चयन आप कर सकते हैं..
- जौ का दलिया
- मौसमी सब्जी करी या मूंग दाल के साथ गर्म चावल
- साबुत गेहूं या ज्वार के आटे की रोटी
- क्विनोआ दलिया
- दलिया / बुल्गार गेहूं का उपमा
- पारंपरिक खिचड़ी
- खमीर रहित रोटी के साथ सब्जी का सूप
- नॉनवेज का सूप (ठंड के मौसम)
इसे भी पढें: नाश्ते में चाय के साथ टोस्ट खाने के हैं कई नुकसान, एक्सपर्ट से जानें इनके बारे में
यह भी ध्यान रखें:
डॉ. वरा के अनुसार पका हुआ भोजन हमेशा कच्चे भोजन की तुलना में पाचन अग्नि (Digestive Fire) के लिए अनुकूल होता है। रात में ठंडा और भारी भोजन करना आपकी पाचन अग्रिन को प्रभावित करता है, साथ ही सेहत के लिए नुकसानदायक है। इसके अलावा आपको रात के खाने और बिस्तर पर जाने के बीच हमेशा दो से तीन घंटे का अंतर जरूर रखना चाहिए। आपको डिनर के बाद खाने या नहाने से बचना चाहिए।
All Image Source: Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version