कई नवजात शिशुओं को ज्यादा छींकने की समस्या होती है, ज्यादा छींकने के कारण बच्चे को ज्यादा परेशानी हो सकती है। पहले तो आपको ये बता दें कि छींकना एक सामान्य प्रक्रिया है, इसे प्रोटेक्टिव रिफ्लक्स यानी कीटाणुओं से बचाव की प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है जिसे नर्वस सिस्टम कंट्रोल करता है। हालांकि ज्यादा छींक आना किसी एलर्जी या बीमारी की ओर संकेत करता है और जब बात नवजात शिशु की हो तो आपको और भी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। नवजात शिशु को बार-बार छींक आने के पीछे कुछ सामान्य और कुछ असामान्य कारण होते हैं जिनकी चर्चा हम इस लेख में करेंगे। इस लेख में हम शिशु के ज्यादा छींकने का कारण और इलाज के उपायों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने डफरिन अस्पताल के वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डॉ सलमान खान से बात की।
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न्यूबॉर्न का छींकना कब होता है सामान्य? (Is it normal when newborn sneez)
- धूल नाक में चले जाने से भी छींक आ जाती है, ऐसी स्थिति में चिंता न करें, बच्चे को साफ वातावरण में रखें।
- अगर नवजात शिशु के गले में बलगम जमा है तो चिपचिपाहट और गाढ़ेपन के कारण भी बच्चे को छींक आ सकती है।
- हवा में सूखेपन के कारण भी बलगम सूख जाता है, इसकी वजह से भी शिशु को छींक आ सकती है।
- जन्म के शुरूआती समय में जिन शिशुओं की लार ज्यादा बनती है वो उसे निगल जाते हैं और वायु मार्ग में लार जमने के कारण छींक आ जाती है।
- शिशु की नाक बंद होने के कारण या स्तनपान करते समय नाक दबने से शिशु को बार-बार छींक आ सकती है।
- बच्चे के आसपास ज्यादा खुशबू वाली चीजें जैसे फूल होंगे तो उन्हें छींक आ सकती है।
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डॉक्टर से संपर्क कब करें? (When to contact doctor)
नवजात शिशु के छींकने के साथ अन्य लक्षण नजर आने पर आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए-
- अगर शिशु को छींकने के साथ बुखार आ रहा है तो या नाक ज्यादा लाल हो रही है तो आप डॉक्टर से संपर्क करें।
- शिशु छींकते हुए दूध पीना बंद चुका है तो ये भी गंभीर समस्या है, आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- अगर शिशु को छींकते हुए सांस लेने में परेशानी हो रही है तो ये चिंता की बात है, ऐसे लक्षण नजर आने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- छींक के साथ कमजोरी होना या लगातर दो से तीन दिन से ज्यादा लगातार छींक आना भी किसी गंभीर समस्या की ओर संकेत करता है।
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शिशु को ज्यादा छींक आने पर क्या करें? (Newborn sneezing treatment)
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नवजात शिशु को ज्यादा छींक आ रही है तो उसे रेस्पिरेटरी सिस्टम में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। ऐसे में आप बच्चे को गरम कपड़े पहनाएं और कमरे में हवा न आने दें। आप बच्चे को गोदी में लेकर मसाज करें, उसकी पीठ पर हाथों से हल्की मसाज करें। नवजात शिशु को डॉक्टर की सलाह के बिना कोई सिरप या दवा न दें। डॉक्टर की सलाह लेकर आप वैपराइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। नाक गंदी होने के कारण भी छींक आती है, ऐसी समस्या होने पर आप बच्चे की नाक साफ करें, नाक को गुनगुने पानी में तौलिए डुबाकर भी साफ कर सकते हैं। छींक का इलाज करने के लिए बच्चे को नेजल ड्रॉप देना है या नहीं ये डॉक्टर तय करेंगे, आप बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चे को खुद से न दें।
अगर इन तरीकों से भी बच्चे को आराम न मिले तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। आप बच्चे को बाहर न लेकर जाएं, ठंडी हवा लगने के कारण शिशु को ज्यादा छींक आ सकती है।
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