Why Do Babies Get Overtired Easily: नए माता-पिता को शिशु के बारे में कुछ भी पता नहीं होता इसलिए वे जल्दी घबरा जाते हैं। शिशु को स्वस्थ रखने के लिए उसकी सेहत से जुड़ी जानकारी होनी चाहिए। वैसे, तो कई शारीरिक समस्याएं हैं जो चिंताजनक है लेकिन क्या आपको पता है कि छोटे शिशु भी हमारी ही तरह थक जाते हैं। हमारी ही तरह उन्हें भी थकान महसूस होती है और वह सोना चाहते हैं। अपनी बात को समझा न पाने के कारण शिशुओं को थकान से लंबे समय तक जूझना पड़ सकता है। थकान के कारण शिशु चिड़चिड़े हो जाते हैं और रोने लगते हैं। इस लेख में हम जानेंगे शिशु को ज्यादा थकान होने के कारण और इस समस्या को दूर करने का तरीका। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
शिशु को ज्यादा थकान क्यों होती है?- Why Do Babies Get Overtired Easily
जिस तरह हम बड़ों को पता होता है कि कब हमें सोने की जरूरत है और हमें थकान हो रही है, वैसा शिशुओं के साथ नहीं होता। उन्हें नहीं पता होता कि वे थकान महसूस कर रहे हैं। नवजात शिशु कई घंटों की नींद पूरी करते हैं। लेकिन अगर वे अपने सामान्य समय से ज्यादा समय की नींद पूरी करेंगे, तो उन्हें थकान होगी। शिशुओं में 6 महीने की उम्र तक रेगुलर स्लीप साइकिल फॉर्म नहीं होती है। ज्यादातर शिशु 1 दिन में 14 से 15 घंटे सोते हैं। जब शिशु नींद पूरी नहीं कर पाते, तो चिड़चिड़े हो जाते हैं और रोने लगते हैं। अगर शिशु को ज्यादा थकान हो, तो उसे आराम करने दें। शिशु की नींद खराब नहीं होनी चाहिए। कई अन्य कारण हैं जिनके चलते शिशु की नींद प्रभावित हो सकती है। उदाहरण के लिए शिशु को रोज एक ही समय पर न सुलाना या उसे स्तनपान न करवाना आदि।
शिशु को सोने के लिए अच्छा वातावरण दें
अगर शिशु को ज्यादा थकान महसूस हो रही है, तो उसे सोने दें। जब शिशु को थकान महसूस होगी, तो वह अपने चेहरे या आंख को छुएगा, उसे उबासी आएगी, वह पलकों को बार-बार बंद करेगा और शांत नजर आने लगेगा। शिशु को सुलाने के लिए आरामदायक स्थान चुनें। ध्यान रखें कि बच्चे को जिस कमरे में सुला रहे हैं, वहां का तापमान सही हो। शिशु के आसपास किसी प्रकार का इलेक्ट्रोनिक गैजेट न रखें, इससे शिशु की नींद खराब हो सकती है। शिशु को सोने से पहले स्तनपान करवाएं, ताकि भूख से उसकी नींद न खुल जाए। ध्यान रखें कि शिशु को सुलाने से पहले उसे चेक करें कि नैपी बदलने की जरूरत तो नहीं है, नैपी गीला हो जाने के कारण, शिशु की नींद खराब हो सकती है। इसलिए शिशु को सुलाने से पहले चेक करें कि शिशु की त्वचा ड्राई हो।
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