Doctor Verified

इन 4 लोगों को रहता है HIV का अधिक खतरा, जानें इसके लक्षण

Who Are More Prone To HIV In Hindi: असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करना या एक से अधिक पार्टनर होना, एचआईवी का कारण बन सकता है। यहां जानें अन्य कारकों के बारे में विस्तार से-
  • SHARE
  • FOLLOW
इन 4 लोगों को रहता है HIV का अधिक खतरा, जानें इसके लक्षण


Who Are More Prone To HIV In Hindi: ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस यानी एचआईवी। यह एक ऐसा वायरस है, जिसमें वायरस अपनी ही बॉडी के सेल्स पर अटैक करता है। अगर समय रहते एचआईवी का इलाज न किया जाए या इसका निदान समय पर न हो, तो यह एड्स में बदल सकता है। आपको बता दें कि एचआईवी एक गंभीर बीमारी है, जो कि बहुत आसानी से संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति को हो सकता है। संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने, खून के जरिए, स्तनपान के जरिए फैल सकता है। यहां तक एचआईवी संक्रमित प्रेग्नेंट महिला के जरिए यह बीमारी आसानी से गर्भ में पल रहे शिशु को हो सकती है। बहरहाल, हर कोई जानता है कि यह एक गंभीर बीमारी है, जिसका अब तक कोई इलाज नहीं मिला है। ऐसे में यह जान लेना आवश्यक है कि आखिर किन लोगों को एचआईवी का खतरा अधिक रहता है। आइए, जानते हैं इस संबंध में मेडिकवर अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर विजय दहिफले और मुंबई स्थित ज़िनोवा शाल्बी अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. उर्वी माहेश्वरी से।

किन लोगों को होता है एचआईवी का अधिक खतरा- Who Is More Prone To HIV In Hindi

who are more prone to hiv k 1 (1)

असुरक्षित यौन संबंध बनाना

जो लोग एक ही समय पर अलग-अलग लोगों के साथ असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाते हैं, उन्हें एचआईवी होने का खतरा अधिक रहता है। ध्यान रखें कि किसी के भी साथ असुरक्षित यौन संबंध नहीं बनाना चाहिए। यह कई तरह के सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज के रिस्क को बढ़ाता है। इसमें एचआईवी भी एक है।

इसे भी पढ़ें: HIV से ग्रस्त लोगों में क्यों ज्यादा होता है दिल की बीमारियों का खतरा? जानें डॉक्टर से

नीडल्स शेयर करना

एचआईवी जैसी गंभीर बीमारी के फैलने के पीछे एक बड़ी वजह नीडल्स शेयर करना भी होता है। जो लोग किसी तरह के ड्रग्स या सिरिंज लेते हैं,उन्हें भूल रभी नीडल्स यानी सूई शेयर नहीं करनी चाहिए। आपने अक्सर अस्पतालों में देखा होगा कि डॉक्टर्स एक इंजेक्शन का दोबारा यूज नहीं करते हैं। इंजेक्शन को यूज करते ही तोड़कर फेंक देते हैं। यह एचआईवी के जोखिम को कम करता है।

एक से अधिक पार्टनर होना

एचआईवी संक्रमण का रिस्क उन लोगों को अधिक होता है, जिनके एक साथ पार्टनर होते हैं। यानी जो लोग एक से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध स्थापित करते हैं। यूं तो विशेषज्ञों की सलाह है कि एक व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाएं या एक से अधिक। हर बार कंडोम का उपयोग आवश्यक तौर पर करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि कंडोम एचआईवी या एसटीडी जैसी तमाम घातक बीमारियों को फैलने से रोकता है। मल्टीपल पार्टनर होना भी एचआईवी एक बड़ा कारण हो सकता है।

इसे भी पढ़ें: एड्स में शरीर के ये 6 अंग होते हैं सबसे ज्यादा प्रभावित, समय पर इलाज है जरूरी

एचआईवी संक्रमित पैरेंट्स होना

एचआईवी संक्रमण होने का रिस्क उन लोगों को भी होता है, जिनके पैरेंट्स इस वायरस से संक्रमित होते हैं। हालांकि, कंसीव करने से पहले अगर सही ट्रीटमेंट किया जाए, तो संभवतः शिशु तक इस बीमारी को ट्रांसफर होने से रोका जा सकता है। लेकिन, यह भी कई तरह की बातों पर निर्भर करता है। इसलिए, यह कहना गलत नहीं होगा कि संक्रमित पैरेंट्स से संक्रमित बच्चों का जन्म हो सकता है।

एचआईवी होने का रिस्क कब अधिक बढ़ता है

  • किसी ऐसे क्षेत्र से ताल्लुक रखना, जहां एचआईवी के मरीजों की संख्या ज्यादा है।
  • अगर किसी को मौजूद या पिछला पार्टनर संक्रमित रहा है, तो उनमें भी एचआईवी का रिस्क बना रहता है।
  • किसी एचआईवी के मरीज के साथ इंजेक्शन शेयर करना, ब्लड टांसफ्यूजन और टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन में भी ऐसा हो सकता है।
All Image Credit: Freepik

Read Next

क्या अस्थमा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है? जानें डॉक्टर से

Disclaimer