-1763024362183.webp)
Who Is Most At Risk Of Developing Type 2 Diabetes: डायबिटीज का मतलब है कि ब्लड शुगर का स्तर संतुलित न होना। डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर हाई या लो हो सकता है। दोनों ही स्थितियां सही नहीं है। वैसे भी डब्लूएचओ की एक रिपोर्ट से यह पता चलता है कि भारत में इस समय 70 मिलियन से ज्यादा लोग डायबिटीज का शिकार हैं। इसका मतलब है कि लगभग हर घर में डायबिटीज का मरीज है। ऐसे में यह सवाल जरूर मन में उठता है कि आखिर किन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क अधिक होता है? यह जानकर और अपनी लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करके आप इसके जोखिम को कम कर सकते हैं। इस बारे में जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल Consultant - Endocrinology डॉ. राहुल पाराशर से बात की।
इस पेज पर:-
1. बढ़ती उम्र में होता है टाइप 2 डायिबटीज का जोखिम- Age And Type 2 Diabetes
2. मोटापा है टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क- Obesity And Type 2 Diabetes
3. टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ाती है फैमिली हिस्ट्री- Family History And Type 2 Diabetes
4. फिजिकल एक्टिविटी की कमी- Lack Of Physical Activity And Type 2 Diabetes
5. लंबे समय तक दवा पर निर्भर रहना- Medications And Type 2 Diabetes
किन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क अधिक होता है?- Who Is More At Risk Of Developing Type 2 Diabetes
-1763024725094.jpg)
1. बढ़ती उम्र में होता है टाइप 2 डायिबटीज का जोखिम- Age And Type 2 Diabetes
National Institute Of Diabetes And Digestive And Kidney Diseases (NIDDK) में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें, तो जिन लोगों की उम्र 35 और इससे ज्यादा है, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क रहता है। यहां तक कि छोटे बच्चों और टींस में भी यह जोखिम बना रहता है। यही नहीं, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क में इजाफा होता जाता है।
2. मोटापा है टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क- Obesity And Type 2 Diabetes
Centers for Disease Control and Prevention (CDC) में प्रकाशित लेख की मानें, तो मोटापा भी टाइप 2 डायबिटीज का बड़ा रिस्क है। विशेषज्ञों की मानें, तो मोटापा अपने आप में एक बीमारी है, जिसे कंट्रोल न किया जाए, तो कई तरह की अन्य बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। इन्हीं में एक टाइप 2 डायबिटीज भी है। एनसीबीआई की अन्य रिपोर्ट से यह पता चलता है कि मोटापे के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंटस की दिक्कत होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पेट के आसपास काफी ज्यादा फैट जमा हो जाता है, जिससे बॉडी में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन होने लगता है। यह बॉडी को पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन यूज करने नहीं देता है। नतीजतन, टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ें: क्या उम्र की वजह से भी बढ़ता है डायबिटीज का जोखिम? डॉक्टर से जानें इसके बारे में
3. टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ाती है फैमिली हिस्ट्री- Family History And Type 2 Diabetes
American Diabetes Association की मानें, तो जिन परिवारों में पहले से डायबिटीज के मरीज हैं, उनमें भावी पीढ़ी को टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बना रहता है। इसमें सिर्फ जेनेटिक फैटर अकेले जिम्मेदार नहीं होता है। साथ ही, लाइफस्टाइल का भी अहम योगदान होता है। इसलिए, टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क के पीछे सिर्फ जेनेटिक कारणों को जिम्मेदार माना जाना सही नहीं है।
4. फिजिकल एक्टिविटी की कमी- Lack Of Physical Activity And Type 2 Diabetes
जिस तरह मोटापे के कारण टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता है, वैसे ही अगर आप फिजिकली एक्टिव नहीं रहते हैं, तो इस मेडिकल कंडीशन का जोखिम बढ़ जाता है। असल बात ये है कि फिजिकली एक्टिव नहीं रहने के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस से जुड़ी परेशानी होने लगती है। ऐसे में बॉडी सेल्स इंसुलिन पर रिएक्ट नहीं कर पाते हैं और ब्लड से पर्याप्त मात्रा से ग्लूकोज नहीं यूज नहीं कर पाता है। परिणाम स्वरूप ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है।
5. लंबे समय तक दवा पर निर्भर रहना- Medications And Type 2 Diabetes
-1763024883502.jpg)
कई बार टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क उन लोगों में भी बढ़ जाता है, जो लंबे समय से किसी तरह की दवा पर निर्भर होते हैं। खासकर, जो लोग ओरल स्टेरॉइड लेते हैं, उन्हें इसका जोखिम अधिक होता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से दवा ले रहा है, तो समय-समय पर अपने ब्लड शुगर की जांच करें। साथ ही, डॉक्टर की सलाह जरूर लें, ताकि भविष्य में टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सके।
इसे भी पढ़ें: टाइप 2 डायबिटीज में क्यों होती है थकान? एक्सपर्ट से जानें कारण और बचाव के उपाय
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने का मतलब यह है कि जीवन में कई तरह के फैक्टर्स टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ाते हैं। इसलिए, हर व्यक्ति को नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए। साथ ही, अपनी जीवनशैली में पॉजिटिव बदलाव करना चाहिए, ताकि टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सके।
All Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 13, 2025 14:39 IST
Published By : Meera Tagore