How Is Type 2 Diabetes Treated: डायबिटीज खानपान और खराब जीवनशैली, स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ स्थितियों के कारण होने वाली गंभीर बीमारी है। इस बीमारी के कारण शरीर कई अन्य समस्याओं का शिकार हो सकता है। डायबिटीज मुख्य रूप से दो तरह की होती है- टाइप 1 और टाइप 2। इनमें से टाइप 1 डायबिटीज तो अनुवांशिक होती है, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर खानपान और लाइफस्टाइल के कारण होती है। टाइप 2 डायबिटीज में शरीर पर्याप्त इंसुलिन का प्रोडक्शन नहीं कर पाता है और इसकी वजह से शरीर में ब्लड शुगर बढ़ने लगता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं टाइप 2 डायबिटीज का इलाज कैसे किया जाता है और इस स्थिति में मरीज को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
टाइप 2 डायबिटीज का इलाज कैसे होता है?- How Is Type 2 Diabetes Treated in Hindi
टाइप 2 डायबिटीज का इलाज जानने से पहले आपको इस कंडीशन के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "टाइप 2 डायबिटीज में आपका अग्नाशय शरीर की जरूरत के मुताबिक इंसुलिन नहीं बना पाता है या शरीर में हॉर्मोन सही ढंग से काम नहीं कर पाता है। टाइप 2 डायबिटीज का खतरा सबसे ज्यादा अधिक उम्र वाले लोगों में, मोटापे की समस्या और शारीरिक श्रम न करने वाले और गर्भवती महिलाओं में रहता है।"
इसे भी पढ़ें: टाइप 2 डायबिटीज का पता कैसे चलता है? जानें इसके लिए जरूरी टेस्ट
इस बीमारी का इलाज मरीज की कंडीशन और बीमारी के आधार पर किया जाता है। वैसे टाइप 2 डायबिटीज का कोई सटीक इलाज नहीं है। मरीज में इस बीमारी की पहचान होने के बाद ब्लड शुगर को कम करने के लिए दवाएं दी जाती हैं। इसके अलावा शरीर में इंसुलिन प्रोडक्शन ठीक रखने के लिए इंसुलिन शॉट्स दिए जाते हैं। इलाज के अलावा डाइट और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करने से आप आसानी से टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। डाइट में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करने और मोटे अनाज का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है। इसके अलावा नियमित रूप से 40 मिनट से 1 घंटे रनिंग या एक्सरसाइज करने से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या टाइप 2 डायबिटीज को जड़ से ठीक कर सकते हैं? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण- Type 2 Diabetes Symptoms in Hindi
टाइप 2 डायबिटीज होने पर ये लक्षण दिखाई देते हैं-
- शारीरिक कमजोरी और थकान
- बार-बार प्यास लगना
- चलने-फिरने में दिक्कत
- आंखों से धुंधला दिखना
- डायबिटिक रेटिनोपैथी
- वजन घटना या बढ़ना
- लगातार पेशाब लगना
- त्वचा में खुजली
- घाव का बहुत धीरे-धीरे ठीक होना
- पैरों का सुन्न होना
टाइप 2 डायबिटीज से बचने के लिए डाइट में सब्जियां, फल और साबुत अनाज जरूर शामिल करें। इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम या योग का अभ्यास करें। अगर आपको भी डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
(Image Courytesy: freepik.com)