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टाइप 2 डायबिटीज का पता कैसे चलता है? जानें इसके लिए जरूरी टेस्ट

How Is Type 2 Diabetes Diagnosed: टाइप 2 डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जानें इसकी जांच के लिए कौन से टेस्ट किए जाते हैं।
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टाइप 2 डायबिटीज का पता कैसे चलता है? जानें इसके लिए जरूरी टेस्ट


How Is Type 2 Diabetes Diagnosed: खानपान में गड़बड़ी और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलत आदतों की वजह से डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। भारत में डायबिटीज के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण इसे डायबिटीज कैपिटल कहा जाने लगा है। डायबिटीज की बीमारी में न सिर्फ आपके शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता है, बल्कि इसकी वजह से कई गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। डायबिटीज की बीमारी दो तरह की होती है- पहली टाइप 1 डायबिटीज और दूसरी टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 2 डायबिटीज आनुवांशिक कारणों से न होकर आपकी खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलत आदतों के कारण होती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि टाइप 2 डायबिटीज का पता कैसे लगाया जाता है और इस बीमारी में कौन से टेस्ट कराने चाहिए?

टाइप 2 डायबिटीज का पता कैसे चलता है?-  How Is Type 2 Diabetes Diagnosed in Hindi

टाइप 2 डायबिटीज में आपका अग्नाशय शरीर की जरूरत के हिसाब से इंसुलिन नहीं बना पाता है। इस स्थिति में आपके शरीर में हॉर्मोन भी ठीक ढंग से काम नहीं करते हैं। अनहेल्दी और हाई शुगर वाले फूड्स का सेवन और निष्क्रिय जीवनशैली के कारण यह बीमारी होती है। बहुत ज्यादा फैटी फूड्स और फास्ट-फूड्स का सेवन करने से भी डायबिटीज की बीमारी हो सकती है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर कहते हैं कि, "डायबिटीज होने पर आपके ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है और शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस प्रभावित होता है। इसका पता लगाने के लिए कई तरह की जांच की जाती है।"

 How Is Type 2 Diabetes Diagnosed

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टाइप 2 डायबिटीज का पता लगाने के लिए ये जांच की जाती है-

1. ग्लाइकोलेटेड हीमोग्लोबिन परीक्षण (A1c)

यह टेस्ट टाइप 1 और टाइप 2 दोनों तरह के डायबिटीज की जांच के लिए किया जाता है। इस टेस्ट में ब्लड सैंपल की जांच की जाती है और इसमें मौजूद ब्लड शुगर के लेवल से डायबिटीज का पता चलता है।

2. फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट 

ब्लड शुगर और डायबिटीज की जांच के लिए फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट सबसे आसान टेस्ट होता है। डिनर के बाद लगभग 8 घंटे फास्टिंग करने के बाद ब्लड सैंपल से यह टेस्ट किया जाता है।

3. रैंडम प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट

रैंडम प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट में ब्लड सैंपल से ही जांच होती है, लेकिन इस टेस्ट में आप भोजन कर सकते हैं या कुछ भी खा सकते हैं।

4. ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट

ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (जीटीटी) एक प्रकार की मेडिकल जांच है जिसके द्वारा शरीर में ग्लूकोज का स्तर चेक किया जाता है। इसके अलावा कई बार इस टेस्ट के माध्यम से डायबिटीज के अलावा कई अन्य गंभीर समस्याओं की जांच भी होती है

टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण- Type 2 Diabetes Symptoms in Hindi

शरीर में टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत होने पर ये लक्षण प्रमुखता से दिखाई देते हैं-

  • चलने-फिरने में दिक्कत
  • शारीरिक कमजोरी और थकान
  • बार-बार प्यास लगना
  • आंखों से धुंधला दिखना
  • डायबिटिक रेटिनोपैथी
  • वजन घटना या बढ़ना
  • लगातार पेशाब लगना
  • त्वचा में खुजली
  • घाव का बहुत धीरे-धीरे ठीक होना
  • पैरों का सुन्न होना

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इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डाइट में सब्जियां, फल और साबुत अनाज जरूर शामिल करने चाहिए। इसके अलावा टाइप 2 डायबिटीज से बचाव के लिए आपको समय-समय पर ब्लड शुगर की जांच जरूर करानी चाहिए।

(Image Courtesy: freepik.com)

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