देर रात तक जागने वाले लोग जल्दी हो सकते हैं टाइप 2 डायबिटीज के शिकार, जानें इसके शुरुआती लक्षण

Night Owls Have Higher Risk of Type 2 Diabetes: देर रात तक जागने वाले लोगों में रहता है टाइप 2 डायबिटीज का खतरा, विस्तार से जानें इस गंभीर बीमारी के बारे में।  
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देर रात तक जागने वाले लोग जल्दी हो सकते हैं टाइप 2 डायबिटीज के शिकार, जानें इसके शुरुआती लक्षण


Night Owls Have Higher Risk of Type 2 Diabetes: भागदौड़ भरी जिंदगी और कामकाज के चलते ज्यादातर लोग पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं। मॉडर्न लाइफस्टाइल के नाम पर भी लोग रात में देर तक जागने और दिन में सोने की आदत अपना रहे हैं। सिर्फ भारत ही नहीं दुनियाभर के कई देशों में लोग ऐसी लाइफस्टाइल जीते हैं। अगर आप भी देर रात तक जागते हैं और दिन में सोना पसंद करते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। दरअसल वैज्ञानिकों के शोध में यह पता चला है कि, जो लोग देर रात तक जागते हैं उन्हें कुछ गंभीर बीमारियों का खतरा अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा रहता है। देर रात तक जागने वाले लोग टाइप 2 डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज एक 'साइलेंट किलर' बीमारी है, इस बीमारी में सही समय पर इलाज न मिलने से मरीज गंभीर रूप से इसका शिकार हो सकता है।

देर रात तक जागने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा- Night Owls Have Higher Risk of Type 2 Diabetes in Hindi

देर रात तक जागने वाले लोगों को टाइप 2 डायबिटीज का खतरा सबसे ज्यादा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि वैज्ञानिकों द्वारा की गयी स्टडी में यह बात निकलकर सामने आई है। एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि ऐसे लोग जो देर रात तक जागते हैं और दिन में सोते हैं उनका स्लीप साइकिल खराब हो जाता है। इसकी वजह से शरीर का मेटाबॉलिक सिस्टम बिगड़ता है। इसकी वजह से शरीर में फैट जमा होने लगता है और टाइप 2 डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। शोध में वैज्ञानिकों ने देखा कि देर रात तक जागने वाले लोगों और सुबह जल्दी उठने वाले लोगों के फैट मेटाबॉलिज्म में बड़ा अंतर होता है। इसकी वजह से शरीर का कार्डियक रिदम हमारे बॉडी को इंसुलिन का इस्तेमाल करने से प्रभावित करता है।

Night Owls Have Higher Risk of Type 2 Diabetes

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टाइप 2 डायबिटीज क्या है?- What is Type 2 Diabetes in Hindi

डायबिटीज की बीमारी दो तरह की होती है- एक टाइप 1 डायबिटीज आर दूसरी टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज ज्यादातर लोगों में आनुवांशिक कारणों से होती है और टाइप 2 डायबिटीज की बीमारी खानपान में गड़बड़ी और लाइफस्टाइल की वजह से होती है। टाइप 2 डायबिटीज में आपका अग्नाशय शरीर की जरूरत के हिसाब से इंसुलिन नहीं बना पाता है। इस स्थिति में आपके शरीर में हॉर्मोन भी ठीक ढंग से काम नहीं करते हैं। यह खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी के कारण ही होता है। ऐसे लोग जो बहुत ज्यादा फैटी और अनहेल्दी फूड्स का सेवन करते हैं और शारीरिक रूप से इनएक्टिव रहते हैं, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। 

टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण- Type 2 Diabetes Symptoms in Hindi

टाइप 2 डायबिटीज की समस्या में मरीज के शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है और इंसुलिन प्रोडक्शन प्रभावित होता है। इसकी वजह से मरीज को कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत होने पर ये लक्षण प्रमुखता से दिखाई देते हैं-

  • शारीरिक कमजोरी और थकान
  • आंखों से धुंधला दिखना
  • बार-बार प्यास लगना
  • डायबिटिक रेटिनोपैथी
  • चलने-फिरने में दिक्कत
  • वजन घटना या बढ़ना
  • लगातार पेशाब लगना
  • त्वचा में खुजली
  • घाव का बहुत धीरे-धीरे ठीक होना
  • त्वचा पर काले धब्बों का दिखना
  • पैर में दर्द का रहना
  • पैरों का सुन्न होना

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टाइप 2 डायबिटीज से बचाव के लिए आपको डाइट में सब्जियां, फल और साबुत अनाज शामिल करना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से शारीरिक श्रम या व्यायाम करने वाले लोगों में भी डायबिटीज का खतरा कम रहता है। अगर आपको भी डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

(Image Courtesy: Freepik.com)

 

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