How Your Age Affects Your Diabetes Risk: डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी एक लाइलाज बीमारी है। डायबिटीज का सीधा कनेक्शन आपके सोने-जागने, खाने-पीने, तनाव और हार्मोन से है। डायबिटीज में शरीर उतना इंसुलिन नहीं बन पाता है, जिससे कि खाने से मिलने वाला शुगर पच जाए। जब शरीर शुगर पचा नहीं पाता है, तो यह पाचन तंत्र के जरिए शरीर के बाकी अंगों तक पहुंचने लगता है। जिसकी वजह से स्किन, आंख, किडनी, लिवर और बालों तक को नुकसान पहुंचता है। डायबिटीज का खानपान और लाइफस्टाइल से तो कनेक्शन है, लेकिन क्या इसका उम्र से भी कनेक्शन है? क्या उम्र की वजह से भी डायबिटीज (What is Diabetes) का जोखिम बढ़ जाता है? आइए जानते हैं इन सवालों का जवाब। बेंगलुरु के एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल के एंडोक्रिनोलॉजी के कंसलटेंट डॉ. महेश डीएम से। (Dr Mahesh D M, Consultant – Endocrinology, Aster CMI Hospital, Bangalore)
डायबिटीज और उम्र का कनेक्शन- Connection between Age and Diabetes
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, डायबिटीज के खतरे की शुरुआत 40 साल के बाद होती है। जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है और मेटाबॉलिज्म स्लो होता जाता है और शुगर को मैनेज करना मुश्किल होता है। रिसर्च के अनुसार 30 से 40 साल की उम्र वाले व्यक्तियों को डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है। 30 से 40 साल की उम्र के लोग अपनी लाइफस्टाइल, सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम जरूरतों को इग्नोर करते हुए काम करते हैं। स्ट्रेस लेते हैं और खराब खानपान की वजह से इंसुलिन ट्रिगर होता है, जिसकी वजह से डायबिटीज की प्रॉब्लम होती है।
डॉ. महेश ने ओनलीमायहेल्थ से बातचीत के दौरान कहा कि जब बात डायबिटीज की आती है, तो इसे दो भागों में बांटा गया है। टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज। डॉक्टर के अनुसार टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर अग्न्याशय में इंसुलिन-उत्पादक कोशिकाओं पर हमला करता है, जिससे इंसुलिन उत्पादन पूरी तरह से बंद हो जाता है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज तब होता है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है। टाइप 1 डायबिटीज का पता किसी भी उम्र में चल सकता है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज शरीर में कई वर्षों में विकसित होता है और आमतौर पर सिर्फ वयस्कों में ही देखने को मिलता है। इसलिए बढ़ती उम्र के साथ टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
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बढ़ती उम्र के साथ क्यों बढ़ता है डायबिटीज का जोखिम?
डॉक्टर का कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ डायबिटीज के जोखिम बढ़ने के मुख्यतः 2 कारण होते हैं। पहला कारण है इंसुलिन प्रतिरोध और दूसरा इंसुलिन के उत्पादन में कमी। आइए जानते हैं इन दोनों के बारे में।
1. इंसुलिन प्रतिरोध
डॉक्टर के अनुसार, "बढ़ती उम्र के साथ हमारी कोशिकाएं ब्लड शुगर को नियंत्रित करने पर कम काम कर पाती हैं। यह स्थिति तब होती है आपकी मांसपेशियों , वसा और यकृत की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया नहीं करतीं, जैसा कि उसे करना चाहिए।" हेल्थ केयर एक्सपर्ट के अनुसार, जब इंसुलिन प्रतिरोध होता है, तब डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
2. इंसुलिन उत्पादन में कमी
लाइफस्टाइल, खानपान, फिजिकल वर्कआउट में कमी के कारण शरीर में इंसुलिन का प्रोडक्शन कब हो जाता है। डॉक्टर के अनुसार, उम्र के साथ संभावित सेलुलर प्रतिरोध पर काबू पाने और हेल्थ ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने की क्षमता में कमी है। इसकी वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। डॉक्टर के अनुसार, डायबिटीज को वक्त रहते कंट्रोल न किया जाए, तो इसकी वजह से हार्ट प्रॉब्लम (सीवीडी), न्यूरोपैथी, नेफ्रोपैथी, डायबिटिक रेटिनोपैथी और पैर की समस्याओं जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
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बढ़ती उम्र के साथ डायबिटीज के खतरे को कैसे कम करें- How To Prevent Age-Related Diabetes
डॉ. महेश के अनुसार, बढ़ती उम्र के साथ लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव किए जाए, तो इससे ब्लड शुगर को मैनेज करने और डायबिटीज का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
संतुलित भोजन का सेवन करें जिसमें फाइबर अधिक और वसा कम हो।
स्वस्थ वजन बनाए रखना
नियमित शारीरिक गतिविधि करना
नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करें।
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