भारतीय घरों में सालों से कई तरह के बर्तनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। हमारे घरों में पहले मिट्टी के बतर्नों का इस्तेमाल किया जाता था। इसके बाद तांबे, पीतल और लोहे के बर्तनों को इस्तेमाल किया जाने लगा, कुछ समय बीता और अब लोग नॉन स्टिक कुकवेयर्स का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन, समय के साथ बर्तनों में बदलाव देखने को मिला है। इसके बावजूद कुछ बर्तन जैसे लोहे और स्टील के बर्तन आज भी कई घरों में उपयोग किए जा रहें हैं। जानकार सलाह देते हैं कि सब्जियों को बनाने के लिए लोहे की कड़ाही आदि का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। लेकिन, हर सब्जी लोहे की कड़ाही में नहीं बनाई जा सकती है। दरअसल, पालक, टमाटर और बैंगन को इस लिस्ट शामिल किया जा सकता है। हालांकि, इसके अलावा भी कुछ अन्य सब्जियां होती है जिनको लोहे की कड़ाही में बनाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डायटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि किन चीजों को लोहे की कड़ाही में नहीं बनाना (Side effects of cooking in iron kadai) चाहिए।
शरीर में आयरन की अधिकता होने से क्या हो सकता है?
हेमोक्रोमैटोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में ज़्यादा मात्रा में आयरन जमा हो जाता है। इसे आयरन ओवरलोड भी कहते हैं। यह एक जेनेटिक्स डिसऑर्डर है। आमतौर पर, शरीर में आयरन का अवशोषण नियंत्रित रहता है, लेकिन हेमोक्रोमैटोसिस में शरीर ज्यादा आयरन को अवशोषित कर लेता है। इससे शरीर के कई अंगों को नुकसान हो सकता है।
किन सब्जियों को लोहे की कड़ाही में नहीं बनाना चाहिए? - Lohe Ki Kadai Me Kya Nahi Banana Chahiye
एक्सपर्ट्स की मानें तो पालक, टमाटर, चुकंदर और अंडे को लोहे की कड़ाही में नहीं पकाना चाहिए। इसके अलावा, जिन सब्जियों को आयरन पैन में नहीं बनाना चाहिए उनके बारे में आगे बताया गया है।
बैंगन
बैंगन को आयरन पैन या लोहे की कड़ाही में नहीं पकाना चाहिए। इसका मुख्य कारण यह है कि बैंगन की प्रकृति थोड़ी एसीडिक होती है, जो आयरन पैन के साथ रिएक्शन करते हुए बदल सकती है। इसके अलावा, बैंगन में कुछ में पाए जानें वाले कुछ तत्व आयरन के साथ मिलकर उसके स्वाद को बदल सकते हैं।
खट्टे आहार (जैसे करौंदा या आंवला)
खट्टे आहार जैसे करौंदा या आंवला, आयरन पैन में पकाने से बचना चाहिए। इनमें भी हाई मात्रा में एसिड होता है, जो पैन की सतह के साथ रिएक्शन करके स्वाद में बदलाव कर सकता है। इसके अलावा, इनमें मौजूद विटामिन C भी आयरन पैन में पकाने से कम हो सकता है।
चावल
चावलों को लौहे के बर्तन में नहीं पकाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि आयरन के साथ चावल एसीडिक रिएक्शन कर सकते हैं। साथ ही, चावलों का रंग और स्वाद बदल सकता है। इसके अलावा, लोहे के बर्तन चावल में मौजूद प्राकृतिक तेलों के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
मीठी डिश न बनाएं
सूजी या गाजर का हलवा या अन्य मीठी चीजों को लोहे की कड़ाही में नहीं पकाना चाहिए। दरअसल, मीठी चीजों में लौहे का मेटेलिक टेस्ट आ सकता है, जो डिश के स्वाद को खराब कर सकता है।
गोभी
गोभी, खासकर फूलगोभी या ब्रोकली, जब आयरन पैन में पकाई जाती है, तो ये सब्जियां आयरन के साथ मिलकर केमिकल रिएक्शन कर सकती हैं। इस प्रतिक्रिया के चलते सब्जियों के रंग में बदल हो सकता है और उनका स्वाद भी खराब हो सकता है। इसके साथ ही, गोभी में मौजूद विटामिन C आयरन पैन में पकाने से कम हो सकता है।
भिंडी
भिंडी को पकाते समय इससे एक चिपचिपा पदार्थ निकलता है। इसे आयरन पैन या कड़ाही में जब भिड़ी पकाई जाती है तो यह बर्तन में ज्यादा चिपकती है। इससे भिंडी का पोषक तत्व भी कम हो सकते हैं।
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foods to avoid in iron kadhai: इस तरह आपको लोहे की कड़ाही में चीजों को बनाते समय थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। यह लोहे के बर्तन में कुछ सब्जियां रिएक्शन कर सकती है, जो उसके टेस्ट को खराब कर सकती है। साथ ही, पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या का कारण बन सकती हैं। ऐसे में आप डायटिशियन या डॉक्टर की सलाह पर इस तरह के बर्तनों का इस्तेमाल कर सकते हैं।