Doctor Verified

साग बनाने के लिए कौन-से बर्तन का इस्तेमाल करना सही होता है? एक्सपर्ट से जानें

सर्दियों के मौसम में लोग हरी सब्जियां और साग खाना पसंद करते हैं। यहां जानिए, साग बनाने के लिए सही बर्तन कौन सा होता है?
  • SHARE
  • FOLLOW
साग बनाने के लिए कौन-से बर्तन का इस्तेमाल करना सही होता है? एक्सपर्ट से जानें


सर्दियों के मौसम में सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप डाइट में ज्यादा से ज्यादा सब्जियां और फल शामिल करें। इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी है। सर्दियों में मिलने वाले पालक, सरसों, बथुआ, मेथी और चौलाई जैसे साग न सिर्फ शरीर को गर्मी प्रदान करते हैं, बल्कि इनमें मौजूद आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। ऐसे में साग का सेवन लगभग हर घर में होता है। आयुर्वेद में साग को सर्दियों के लिए आदर्श आहार माना गया है। साग का सेवन शरीर के तापमान को संतुलित रखने के साथ-साथ हड्डियों को मजबूत करता है। आयुर्वेद के अनुसार, साग बनाने के लिए बर्तन का सही चयन उतना ही जरूरी है (Which utensil is best for cooking saag) जितना कि सही सामग्री और मसालों का। सही बर्तन न केवल पोषण को बनाए रखते हैं, बल्कि स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव यानी पॉजिटिव असर डालते हैं। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए कि आयुर्वेद के अनुसार साग पकाने के लिए कौन सा बर्तन सबसे अच्छा है और क्यों।

साग बनाने के लिए सही बर्तन? - Best Utensil for Cooking Saag

आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, साग पकाने के लिए लोहे का बर्तन सबसे उपयुक्त माना जाता है। लोहे के बर्तन में खाना पकाने से भोजन में आयरन की मात्रा बढ़ती है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, लोहे के बर्तन में साग पकाने से उसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स बेहतर तरीके से संरक्षित रहते हैं।

इसे भी पढ़ें: कच्चे लोहे और कांसे के बर्तन में क्यों खाना चाहिए खाना? स्वाती बाथवाल से जानें इन बर्तनों के स्वास्थ्य लाभ

अगर लोहे के बर्तन उपलब्ध नहीं हैं, तो स्टील के बर्तन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। स्टील के बर्तन में साग पकाने से पोषण की हानि नहीं होती, लेकिन यह लोहे के बर्तन जितना लाभदायक नहीं होता। स्टील के बर्तन हल्के और उपयोग में आसान होते हैं, लेकिन इनमें आयरन का लाभ नहीं मिलता। अगर आपको लोहे के बर्तन का उपयोग करना मुश्किल लगता है, तो स्टील एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है।

मिट्टी के बर्तन भी साग पकाने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। इन बर्तनों में धीमी आंच पर खाना पकाने से पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं और खाने में एक प्राकृतिक स्वाद भी आता है।

Best Utensil for Cooking

इसे भी पढ़ें: लोहे के बर्तनों में खाना पकाने से खून की कमी होती है दूर, बढ़ता है हीमोग्‍लोबिन

एल्यूमीनियम और नॉन-स्टिक बर्तनों से बचें

वर्तमान समय में नॉन-स्टिक और एल्यूमीनियम के बर्तन का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। आयुर्वेद के अनुसार, इन बर्तनों का उपयोग साग पकाने के लिए नहीं करना चाहिए। एल्यूमीनियम के बर्तन भोजन में केमिकल रिएक्शन कर सकते हैं, जिससे सेहत पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। नॉन-स्टिक बर्तन में भी केमिकल की परत होती है, जो ज्यादा तापमान पर टूट सकती है और खाने को दूषित कर सकती है।

लोहे के बर्तन में साग पकाने के फायदे - Benefits of cooking leafy vegetables in iron utensils

  • यह खून की कमी को दूर करने में सहायक हो सकता है।
  • लोहे के बर्तन में साग पकाने से विटामिन और खनिज नष्ट नहीं होते।
  • लोहे के बर्तन में पकाए गए साग का स्वाद और भी बेहतर होता है।

निष्कर्ष

साग बनाने के लिए बर्तन का सही चुनाव करना बेहद जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, लोहे का बर्तन इस काम के लिए सबसे उपयुक्त है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह न केवल पोषण को बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। स्टील का उपयोग एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है, लेकिन एल्यूमीनियम और नॉन-स्टिक बर्तनों से बचना चाहिए। अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो आयुर्वेदिक तरीके से लोहे, मिट्टी या पीतल के बर्तनों का उपयोग करें।

All Images Credit- Freepik

Read Next

मक्के की रोटी किन लोगों को नहीं खानी चाहिए? एक्सपर्ट से जानें

Disclaimer