
भारत में कांस और कच्चे लोहे के बर्तन में खाना पकाने और खाने की पुरानी परंपरा रही है। तो, आइए आज जानते हैं सेहत से जुड़े इनके खास लाभ।

आज के समय में अच्छी सेहत हमारी पहली जरूरत बन चुकी है। शोध के मुताबिक जो न्यूट्रिएंट्स हमारे शरीर में जाते हैं वो ही हमें बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं और जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। हालांकि ये जानना भी जरूरी है कि हमें न्यूट्रिएंट्स कैसे मिल रहे हैं। इसके लिए हमें अपने कुकिंग मेथड पर ध्यान देने की जरूरत है। हमें पता है कि एलुमीनियम में खाना पकाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है वहीं प्लास्टिक के इस्तेमाल से हॉर्मोनल इंबेलेंस हो सकता है। इससे कैंसर, डाइबिटीज, पीसीओडी, अर्थराइटिस जैसी बीमारियों का खतरा भी रहता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए खाने को सेहतमंद रखने वाले बर्तनों पर जानकारी लेने के लिए हमने डायटीशियन स्वाति बाथवाल से बात की। स्वाति ने बताया कि पुराने समय में कांस और कच्चे लोहे के बर्तन इस्तेमाल किए जाते थे। ये हमारी सेहत के लिए आज भी फायदेमंद हैं। हम कच्चे लोहे से बने तवे पर रोटी सेक सकते हैं, कॉपर गिलास में पानी या दूध पी सकते हैं। या कांस के बर्तन को खाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
खट्टी चीज़ों के लिए कौनसा बर्तन बेस्ट है? (Utensil for sour food)
हां आप खट्टे फूड आइटम जैसे नींबू, विनेगर, दूध, कोकम, हल्दी, टमाटर कांस के बर्तन में पका सकते हैं। ज्यादातर कॉपर और ब्रॉस के बर्तन खट्टी चीज़ों के साथ रिएक्ट करते हैं। कांस टिन और कॉपर से बनता है तो आप उसमें खट्टी चीज़ें पका सकते हैं। कांस के बर्तन में हाई हीट क्षमता होती है इससे खाना आराम से पकता है और घंटों तक गरम रहता है वहीं कच्चे लोहे के बर्तन में खट्टी चीज़ें ऑक्सीडाइज हो जाती हैं इसलिए उसमें खट्टी चीज़ों को पकाया नहीं जा सकता।
किस बर्तन में नहीं रखना चाहिए खाना? (Which utensil is not good for keeping food)
कांस और कच्चे लोहे दोनों तरह के बर्तन में खाना लंबे समय तक गरम रहता है। हालांकि जब आप कच्चे लोहे के बर्तन में खाना पकाएं तो आपको खाना पकने के तुरंत बाद खाना बर्तन से निकाल लेना है क्योंकि लोहा खाने के साथ रिएक्ट कर जाता है। जिस तरह आप पका हुआ खाना लोहे के बर्तन में नहीं रख सकते उसी तरह कांस के बर्तन में आप घी नहीं रख सकते। इससे घी के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं और घी खराब हो सकता है।
बर्तनों को साफ रखने का तरीका (How to clean utensils)
कांस के बर्तन का रखाव आसान है। उसे माइल्ड डिटर्जेंट और गरम पानी से साफ करें और सूखे कपड़े से पोंछ दें। कच्चे लोहे के बर्तन को हॉर्श डिटर्जेंट से साफ नहीं कर सकते। आपको बस गरम पानी से बर्तन को साफ करना है। आपको इस बात का भी ख्याल रखना है कि कच्चे लोहे के बर्तन में हफ्ते में एक बार तेल जरूर डालें। पेपल टॉवल की मदद से पूरे बर्तन में तेल लगा दें। गैस पर बर्तन को रखें, गरम करें। स्टोर करने से पहले ठंडा होने का इंतजार करें। लोहे के बर्तन को नमी वाली जगह पर न रखें। लोहे के बर्तनों को कांस के बर्तन से ज्यादा ध्यान देने की जरूरत पड़ती है।
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कांस के बर्तन के फायदे (Benefits of using kansa utensils)
कांसे के बर्तन में खाने से डाइजेशन अच्छा रहता है। ये खाने को शुद्ध करता है और इंजाइम्स को बढ़ाता है। इससे स्ट्रेस भी कम होता है। आयुर्वेदा के मुताबिक, अगर आप कांस के बर्तन में 8 घंटे रखा हुआ पानी पीते हैं तो बॉडी से तीन बीमारियां दूर हो सकती हैं। कांस के बर्तन का इस्तेमाल करने से याददाश तेज होती है, थॉयराइड और अर्थराइटिस में आराम मिलता है। खाने में कांस के बर्तन का इस्तेमाल करने से स्किन चमकती है। कॉपर से मेलानिन बनता है जिससे स्किन में ग्लो आता है। कॉपर से कोलाजिन भी बनता है। इसलिए आच चाह इसमें पानी पियें या खाना पकाएं या खाएं दोनों आपके बाल और स्किन के लिए फायदेमंद है। एक बात का ख्याल रखें कि इन्हें रोज साफ करें।
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कच्चे लोहे से बने बर्तनों के फायदे (Cast iron utensils benefits)
अगर आप कच्चे लोहे से बने बर्तनों में खाना पकाते या खाते हैं तो आपकी डाइट में आयरन जुड़ेगा। जब आप कच्चे लोहे के बर्तन में खाना पकाते हैं तो आयरन का कुछ हिस्सा खाने में घुल जाता है। कास्ट आयरन के बर्तन में खाना पकाने के लिए घी या तेल भी कम लगता है क्योंकि इसमें खाना जल्दी पक जाता है और देर तक गरम रहता है।
बर्तन शुद्ध है या नहीं? (How to check purity of metal)
मेटल की शुद्धता जांचने के लिए आप उसके साउंड पर ध्यान दें। अगर उसे नॉक करने पर गूंजती हुई आवाज़ आती है तो मतलब मेटल प्योर है। शुद्ध कांसे के बर्तनों में जंग नहीं लगती है। आप कच्चे लोहे के बर्तन की जांच करने के लिए उसे गैस या आग पर चढ़ाकर देखें। अगर उसमें आसानी से जंग लग जाती है तो इसका मतलब वो शुद्ध है।
कांसे और कच्चे लोहे से बने बर्तन के इस्तेमाल से आपकी जिंदगी में हेल्दी बदलाव आएगा।
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