प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के हार्मोनल और शारीरिक बदलाव आते हैं। प्रेग्नेंसी एक चुनौती भरा समय होता है, इस दौरान कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जिनमें से एक है जेस्टेशनल डायबिटीज। इस समस्या का डायग्नोज, प्रेग्नेंसी के दौरान किया जाता है। यह एक अस्थायी स्थिति होती है और यह ज्यादातर मामलों में डिलीवरी के बाद ठीक हो जाता है। लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो आपको खास ध्यान देना चाहिए। जेस्टेशनल डायबिटीज का असर मां की सेहत के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु की सेहत को भी प्रभावित करता है। जेस्टेशनल डायबिटीज के कारण भविष्य में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जेस्टेशनल डायबिटीज में हेल्दी डाइट को फॉलो करना जरूरी है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इस स्थिति में दिनभर क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए, ताकि मां और शिशु दोनों स्वस्थ रहें। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
सुबह की शुरुआत: क्या खाएं और क्या नहीं?- Breakfast Diet Options in Gestational Diabetes
क्या खाएं?:
- दिन की शुरुआत हल्के और फाइबर युक्त चीजों से करें।
- डाइट में ओट्स पोहा, मूंग दाल चीला, या मल्टीग्रेन टोस्ट को शामिल करें।
- एक उबला अंडा खा सकते हैं।
- उपमा में ढेर सारी सब्जियां या दही के साथ मिक्स्ड ग्रेन पराठा खाएं।
क्या न खाएं?:
- मैदे से बनी चीजों का सेवन न करें।
- खाली पेट चाय या कॉफी पीने से बचें।
- डीप फ्राइड फूड्स का सेवन न करें।
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मिड-मॉर्निंग स्नैक: क्या खाएं और क्या नहीं?- Mid Morning Snack Options in Gestational Diabetes
क्या खाएं?:
- सेब, अमरूद, नाशपाती या कीवी का सेवन कर सकते हैं।
- एक कप छाछ या नारियल पानी का सेवन करना भी अच्छा विकल्प है।
क्या न खाएं?:
- पैकेज्ड जूस, एनर्जी ड्रिंक या मीठी चीजों का सेवन न करें।
- ज्यादा पके हुए फलों का सेवन न करें। आम या केले का ज्यादा सेवन न करें।
दोपहर का खाना: क्या खाएं और क्या नहीं?- Lunch Options in Gestational Diabetes
क्या खाएं?:
- खाने में दही या रायता भी शामिल करें।
- ब्राउन राइस या बाजरे की रोटी को डाइट में शामिल करें।
- मूंग दाल, चना, राजमा आदि को डाइट में शामिल करें।
क्या न खाएं?:
- ज्यादा नमक और मसाले वाले खाना न खाएं।
- सफेद चावल या आलू का सेवन करने से बचें।
शाम का नाश्ता: क्या खाएं और क्या नहीं?- Evening Snack Options in Gestational Diabetes
क्या खाएं?:
- शाम के वक्त, मुट्ठीभर भुने चने और मूंग दाल का स्प्राउट सलाद खाएं।
- मूंग दाल का चीला भी खा सकती हैं।
- ओट्स की टिक्की भी एक अच्छा विकल्प है।
क्या न खाएं?:
- ऐसी चीजों को न खाएं जो प्रोसेस्ड किया हुआ हो।
- बेकरी प्रोडक्ट्स या ब्रेड्स का सेवन करने से बचें।
रात का खाना: क्या खाएं और क्या नहीं?- Dinner Options in Gestational Diabetes
क्या खाएं?:
- हल्का डिनर करें। सोने से 2 घंटे पहले खाना खत्म कर लें।
- एक या दो मल्टीग्रेन रोटी के साथ सब्जी और दाल लें।
- लो-फैट दूध का सेवन करें।
क्या न खाएं?:
- मीठी चीजों से परहेज करें।
- रोटी के साथ चावल न लें।
- एक बार में एक ही अनाज का सेवन करें।
डाइट टिप्स- Diet Tips
- जेस्टेशनल डायबिटीज को दूर करने के लिए पानी पिएं।
- फलों का रस, कोल्ड ड्रिंक्स और पैकेज्ड ड्रिंक्स का सेवन करने से बचें।
- खाने से पहले और बाद में ब्लड शुगर लेवल को मॉनिटर करें।
- दिन में 5 से 6 छोटे मील्स लें ताकि ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव न हो।
जेस्टेशनल डायबिटीज को कंट्रोल करना इतना मुश्किल नहीं है। हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के साथ आप जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या को दूर कर सकते हैं।
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