जोड़ों का दर्द सामान्य से गंभीर भी हो सकता है। सामान्य दर्द को तो आप खानपान और जीवनशैली में परिवर्तन लाकर ठीक कर सकते हैं, लेकिन गंभीर दर्द के लिए उपचार की आवश्यकता होती है। यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। जोड़ों में दर्द होने के कईं कारण हो सकते हैं जिनमें, बोन फ्लूइड् या मेंम्ब्रेन में परिवर्तन आ जाना, चोट लगना या अंदर किसी बीमारी का पनपना, हड्डियों का कैंसर, अर्थराइटिस, मोटापा, ब्लड कैंसर, उम्र बढऩे के साथ जोड़ों के बीच के कार्टिलेज कुशन को लचीला और चिकना बनाए रखने वाला लुब्रीकेंट का कम होना, लिगामेंट्स की लंबाई और लचीलापन भी कम हो जाता है, आदि आते हैं।
स्वस्थ्य हड्डियों के लिए जरूरी पोषक तत्व
स्वस्थ्य हड्डियों के लिए कैल्शियम और विटामिन डी के अतिरिक्त प्रोटीन, विटामिन के, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन सी और दूसरे पोषक तत्व आवश्यक हैं। कैल्शियम हमारे शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। शरीर के 99 प्रतिशत कैल्शियम का संचय हड्डियों में होता है जबकि शरीर की विभिन्न क्रियाओं में केवल 1 प्रतिशत कैल्शियम का ही उपयोग किया जाता है। इसलिए हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए उचित मात्रा में कैल्शियम का सेवन आवश्यक है। एक औसत व्यक्ति को प्रतिदिन 1,000 से 1200 मिलीग्राम कैल्श्यिम की आवश्यकता होती है। गहरी हरी पत्तेदार सब्ज्यिां कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है। इसके अलावा मछलियां जैसे सार्डिनेस, सालमन, साबूत अनाज, केले, ब्रेड, सोया मिल्क, टोफू और बादाम भी कैल्शियम के अच्छा स्त्रोत हैं। विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर और मुलायम हो जाती हैं। सूर्य का प्रकाश विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है। लेकिन जो लोग हमेशा घरों में बंद रहते हैं उन्हे सूर्य की रोशनी नहीं मिल पाती और उनका शरीर उचित मात्रा में विटामिन डी का निर्माण नहीं हो पाता है। सूर्य की रोशनी के अलावा दूध, अंडे, चिकन, मछलियां जैसे सालमन भी विटामिन डी के अच्छा स्त्रोत हैं। जो लोग पर्याप्त मात्रा में पोटेशियम का सेवन करते हैं उनकी हड्डियों की सेहत बेहतर रहती है। शकरकंदी, आलू छिलके सहित, दही और केला पोटेशियम के अच्छे स्त्रोत हैं।
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सर्दियों में रखें विशेष ध्यान
सर्दियों में जोड़ों का दर्द अधिक सताता है क्योंकि इन दिनों लोग आराम अधिक करते हैं और शारीरिक सक्रियता कम हो जाती है। दिन छोटे और रातें बड़ी होने से जीवनशैली बदल जाती है, खानपान की आदतें भी बदल जाती हैं। लोग व्यायाम करने से कतराते हैं, जिससे यह समस्या और गंभीर हो जाती है। अगर जोड़ों के दर्द के साथ निम्न समस्याएं जैसे अत्यधिक दर्द, सूजन, लालपन हों तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। जोड़ों का उपयोग करते समय समस्या होना।
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घरेलू उपाय
जिन कामों से जोड़ों में दर्द हो, उस काम से बचें। शरीर की तासीर को गर्म रखें। पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। गर्म तरल पदार्थों का सेवन करें। अपने नियमित एक्सरसाइज रूटीन का पालन करें, इससे आपके जोड़ों का लचीलापन बना रहेगा, मांसपेशियों की शक्ति बनी रहेगी और हड्डियों की डेनसिटी भी बनी रहेगी। लगातार एक ही स्थिति में न बैठे रहें। अपना पॉस्चर बदलें और थोड़ी-थोड़ी देर वॉक भी करें। सूर्य की रोशनी जोड़ों के दर्द में आराम पहुंचाती हैं इसलिए प्रतिदिन कुछ देर धूप जरूर लें। तेल से मसाज करें ताकि जोड़ों का दर्द दूर हो सके। गर्म पानी में थोड़ा सा नमक डालें और इसमें अपने पैरों को डुबो दें, इससे जोड़ों के दर्द को आराम और रक्त का संचरण बढ़ता है।
(ये लेख सेंटर फॉर नी एंड हिप केयर के ऑर्थोपेडिक डॉक्टर अखिलेश यादव से बातचीत पर आधारित है।)
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