What Not to Eat During an Ovarian Cyst : ओवेरियन सिस्ट (Ovarian Cyst) को आम भाषा में अंडाशय की गांठ भी कहा जाता है। बता दें कि खराब शेड्यूल और बिगड़ी हुई डाइट के कारण महिलाओं को कई लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं में से एक समस्या ओवेरियन सिस्ट की है। बता दें कि यह गांठ लिक्विड से भरी थैली होती है, जो अंडाशय में विकसित होती है। आमतौर पर ये सिस्ट हानिरहित होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कुछ गांठ हार्मोनल असंतुलन, दर्द और जटिलताओं का कारण बन सकती हैं। ओवेरियन सिस्ट से बचाव में आहार की अहम भूमिका होती है। ऐसे में आपने ओवेरियन सिस्ट के दौरान खाई जाने वाली चीजों के बारे में कई बार सुना होगा, लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको उन चीजों के बारे में बताएंगे, जिनका सेवन करने से आपको बचना चाहिए। बता दें कि यह जानकारी हमें डॉ. मन्नन गुप्ता, चेयरपर्सन और एचओडी प्रसूति एवं स्त्री रोग, एलांटिस हेल्थकेयर, लाजपत नगर, नई दिल्ली (Dr. Mannan Gupta, Chairperson and HOD Obstetrics and Gynecology, Allantis Healthcare, Lajpat Nagar, New Delhi) ने दी है।
खाने की इन चीजों को न खाएं- Do Not Eat these Food Items
बता दें कि खाने की कुछ चीजें शरीर में सूजन को ट्रिगर और हार्मोनल असंतुलन को खराब कर सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि ओवेरियन सिस्ट की समस्या है, तो आपको किन चीजों को खाने से बचना चाहिए:
1. प्रोसेस्ड और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट
आपको ओवेरियन सिस्ट की समस्या में प्रोसेस्ड और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सीन नहीं करना चाहिए। ऐसे में सफेद ब्रेड, पास्ता, पेस्ट्री और मीठे अनाज जैसी चीजें खाने से बचें। इससे ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है और इंसुलिन प्रतिरोध होता है। यह स्थिति शरीर में एण्ड्रोजन (पुरुष हार्मोन) हार्मोन को ट्रिगर कर सकती है। इससे अनियमित पीरियड्स और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं होती हैं।
2. मीठे खाद्य और पेय पदार्थ
इस स्थिति में महिलाओं को ज्यादा चीनी, विशेष रूप से सोडा, डेसर्ट और पैकेज्ड स्नैक्स खाने से बचना चाहिए। इससे शरीर में सूजन बढ़ती है और इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ावा मिलता है। हाई इंसुलिन का स्तर हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है, जो सिस्ट के विकास में योगदान दे सकता है।
3. डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है। बता दें कि दूध, पनीर और मक्खन जैसे फूल फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाते हैं। एक्स्ट्रा एस्ट्रोजन ओवेरियन सिस्ट के गठन और दृढ़ता में योगदान करता है। अगर आप डेयरी का सेवन करते हैं, तो कम फैट वाले या प्लांट बेस्ड विकल्प चुन सकते हैं।
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4. रेड और प्रोसेस्ड मीट
ओवेरियन सिस्ट से बचाव के लिए आपको रेड मीट, जैसे कि बीफ, पोर्क और प्रोसेस्ड मीट जैसे सॉसेज और हॉट डॉग का सेवन नहीं करना चाहिए। इनमें सैचुरेटेड फैट और हार्मोन होते हैं, जो शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं। इन मीट के ज्यादा सेवन के कारण हार्मोनल असंतुलन होता है। ऐसे में ओवेरियन सिस्ट की समस्या को बढ़ाया जा सकता है।
5. कैफीन और शराब
कैफीन (कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक में पाया जाता है) एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ा सकती है, जो सिस्ट के विकास में योगदान दे सकता है। वहीं, शराब लीवर के फंक्शन पर बुरा असर डालती है, जिससे शरीर के लिए हार्मोन को ठीक से कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। आपको कैफीन और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
6. तला हुआ और जंक फूड
ट्रांस फैट और अनहेल्दी तेलों से भरपूर फूड्स खाने से बचना चाहिए। ऐसे में तले हुए स्नैक्स, फास्ट फूड और पैकेज्ड चिप्स नहीं खाने चाहिए। इससे सूजन और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में पीसीओएस से संबंधित सिस्ट बिगड़ सकती है और मेटाबॉलिज्म से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
किन चीजों का सेवन कर सकते हैं?- What Can you Consume
ओवेरियन सिस्ट को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए आप कुछ हेल्दी चीजों का सेवन कर सकते हैं:
- इंसुलिन के स्तर को कंट्रोल करने के लिए हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ (पत्तेदार साग, साबुत अनाज, नट्स) का सेवन कर सकती हैं।
- सूजन को कम करने के लिए हेल्दी फैट (एवोकैडो, नट्स, बीज, जैतून का तेल) का सेवन कर सकते हैं।
- हार्मोन संतुलन के लिए लीन प्रोटीन (मछली, चिकन, फलियां) का सेवन कर सकते हैं।
- ओवरी के स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए एंटी-इंफ्लामेट्री खाद्य पदार्थ (हल्दी, अदरक, हरी चाय) का सेवन कर सकते हैं।
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ओवरी सिस्ट की समस्या से बचाव के लिए महिलाएं एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी होता है। इसके साथ ही, संतुलित आहार का सेवन करने से ओवरी अल्सर के लक्षणों को नियंत्रित करने और ओवरऑल रिप्रोडक्टिव हेल्थ में सुधार होता है। महिलाओं को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए।