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लिवर फंक्शन टेस्ट की नार्मल रेंज क्या होनी चाहिए? जानें डॉक्टर से

Normal Range Of Liver Function Test: लिवर फंक्शन टेस्ट की नार्मल रेंज क्या होनी चाहिए, जानें क्या होता है हेल्दी लिवर का टेस्ट रिजल्ट।
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लिवर फंक्शन टेस्ट की नार्मल रेंज क्या होनी चाहिए? जानें डॉक्टर से


Normal Range Of Liver Function Test: शरीर में किसी भी तरह की बीमारी या समस्या होने पर डॉक्टर अक्सर खून की जांच कराने की सलाह देते हैं। अगर आप लंबे समय से बुखार की समस्या से भी पीड़ित हैं तो डॉक्टर आपको सीबीसी (CBC Test) कराने की सलाह देते हैं। शरीर के अलग-अलग अंगों की जांच के लिए अलग-अलग टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। अगर आपका पाचन खराब है और पेट से जुड़ी बीमारियां बार-बार हो रही हैं, तो डॉक्टर आपको लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) कराने की सलाह देते हैं। लिवर फंक्शन टेस्ट दरअसल लिवर की हेल्थ की जांच के लिए किया जाता है। इस टेस्ट से आपके शरीर में मौजूद लिवर की स्थिति का पता चलता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT in Hindi) क्या है और इसकी नार्मल रेंज क्या होती है?

लिवर फंक्शन टेस्ट क्या है?- What is Liver Function Test in Hindi

लिवर फंक्शन टेस्ट लिवर की हेल्थ का पता लगाने के लिए जाता है। साल भर में एक बार हर व्यक्ति को यह टेस्ट कराना चाहिए। लिवर फंक्शन टेस्ट से ही लिवर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों का पता चलता है और इस टेस्ट ही लिवर में बन रही बीमारियों का पता लगाने में मदद मिलती है। लिवर फंक्शन टेस्ट में कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं। डॉक्टर मरीज की जरूरत के हिसाब से इस टेस्ट को करवाने की सलाह देते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर कहते हैं कि इस टेस्ट में एलानिन एमिनोट्रांसफरेस, गामा ग्लूटेमिल ट्रांसफेरसे, बायो कैमेस्ट्री और लिवर प्रोफाइल, डायरेक्ट बिलुरिबिन और इनडायरेक्ट बिलुरिबिन और एस्पारटेट अमिनोट्रांसफेरसे टेस्ट किये जाते हैं।

 Normal Range Of Liver Function Test

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लिवर फंक्शन टेस्ट की नार्मल रेंज क्या होनी चाहिए?-  What is The Normal Range Of Liver Function Test in Hindi

लिवर फंक्शन टेस्ट में कई तरह की चीजों की जांच की जाती है। अलग-अलग चीजों के लिए नार्मल रेंज के पैरामीटर्स भी अलग होते हैं। लिवर फंक्शन टेस्ट में अलग-अलग चीजों की नार्मल रेंज इस तरह से है-

  • सीरम बिलीरुबिन कंजुगेटेड- 0 to 0.3 mg/dL
  • सीरम बिलीरुबिन अनकंजुगेटेड-  0.3 to 1.9 mg/dL
  • एसजीओटी एएसटी- 10 से 34 IU/L
  • जीजीटी- 0 से 51 IU/L
  • टोटल प्रोटीन- 3.4 से 5.4 gm/dL
  • एलानिन एमिनोट्रांस्फरेज (एएलटी)- 7 से 56 U/L
  • एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज (एएसटी)- 0 से 35 U/L

कब करवाना चाहिए लिवर फंक्शन टेस्ट

यदि आप नियमित तौर पर शराब का सेवन करते हैं तो नियमित तौर पर एलएफटी की जांच करवानी चाहिए हर साल करवानी चाहिए। इसके अलावा 20 से 40 साल के बीच में हर तीन साल में एलएफटी की जांच करवानी चाहिए। अगर आपकी उम्र 40 से 50 साल के बीच में है, तो हर दो साल में एलएफटी की जांच करवानी चाहिए। इसके अलावा पेट से जुड़ी परेशानियां और पाचन से जुड़ी खराबी होने पर भी लिवर फंक्शन टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। 

(Image Courtesy: Freepik.com)

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