सेहतमंंद रहने के लिए शरीर पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ठीक इसी तरह कैलोरी एनर्जी के सोर्स की तरह कार्य करती है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। शारीरिक कार्यों के साथ ही मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया के लिए कैलोरी की जरूरत होती है। कैलोरी व्यक्ति के शरीर में पोषक तत्वों जैसे विटामिन और मिनरल्स के अवशोषण की प्रक्रिया में सुधार करती है। यह आपके शरीर में हार्मोनल बदलाव को नियंत्रित करने के लिए भी आवश्यक होती है। इस लेख में दिल्ली के एसेंट्रिक डाइट्स क्लीनिक की डायटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि शरीर में केलौरी क्यों आवश्यक होती है। साथ ही, इससे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है।
शरीर में कैलोरी क्यों आवश्यक होती है? - Importance Of Calories In Hindi
यदि आप उपयोग से अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं तो आपका वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर अतिरिक्त एनर्जी को फैट के रूप में स्टोर करता है। वहीं, यदि आप उपयोग से कम कैलोरी का सेवन करते हैं, तो आपका वजन कम होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपका शरीर ऊर्जा के लिए अपने स्टोर फैट का उपयोग करता है।
मेटाबॉलिज्म को करें नियंत्रित
कैलोरी लेने से मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इससे शरीर की ऊर्जा संतुलित होती है और शरीर के वजन को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। भोजन से कैलोरी लेने और बर्न (इस्तेमाल) करने के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है। इससे मोटापे की संभावना कम होती है।
एनर्जी का सोर्स
कैलोरी शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रियाओं के लिए एनर्जी के प्राथमिक सोर्स के रूप में काम करती है। कैलोरी हमारे आहार से प्राप्त होती है। पाचन और मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया के माध्यम से माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स, कैलोरी व अन्य पोषक तत्व टूट कर एनर्जी में बदलते हैं।
पोषक तत्वों का अवशोषण
कैलोरी हमारे खाद्य पदार्थों से विटामिन, मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स सहित आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रक्रिया को आसान बनाती है। पर्याप्त कैलोरी का सेवन पोषक तत्वों के अवशोषण और उपयोग के लिए आवश्यक होता है। इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
ब्रेन फंक्शन के लिए आवश्यक
संज्ञानात्मक कार्य (कॉग्नेटिव फंक्शन) , एकाग्रता, याददाश्त और मूड की स्थिरता के लिए पर्याप्त कैलोरी का सेवन आवश्यक होता है। कैलोरी के कम सेवन के कारण ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव ब्रेन हेल्थ और संज्ञानात्मक प्रदर्शन (कॉग्नेटिव फंक्शन) पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
हार्मोनल संतुलन के लिए जरूरी
कैलोरी का सेवन हार्मोन उत्पादन और संतुलन को प्रभावित करता है, जिसमें भूख नियंत्रित, मेटाबॉलिज्म और तनाव प्रतिक्रिया में शामिल हार्मोन प्रभावित हो सकते हैं। कैलोरी सेवन में असंतुलन, जैसे कैलोरी कम लेना या अधिक बर्न करने से हार्मोन के स्तर में उतार चढ़ाव हो सकता है।
आपके शरीर पर कैलोरी का प्रभाव - What Is Effect Of Calories In Your Body In Hindi
वजन को कंट्रोल करने में सहायक
आहार से कैलोरी लेना और उसे एनर्जी के रूप में बर्न करने के बीच संतुलन सीधे शरीर के वजन को प्रभावित करता है। शरीर की आवश्यकता से अधिक कैलोरी का सेवन करने से वजन बढ़ता है, जबकि कैलोरी की कमी से वजन घटता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए कैलोरी सेवन और बर्न करने पर ध्यान देना आवश्यक है।
एनर्जी लेवल
कैलोरी का सेवन शरीर के एनर्जी लेवल और आपकी कंप्लीट हेल्थ को प्रभावित करता है। लगातार पर्याप्त कैलोरी का सेवन करने से आप पूरा दिन एनर्जेटिक रहते है। जबकि, कम कैलोरी लेने से आपको थकान, सुस्ती और कमजोरी महसूस हो सकती है।
हड्डी को मजबूत बनाए
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त कैलोरी का सेवन आवश्यक है, क्योंकि बोन डेनसिटी को बनाए रखने के लिए एनर्जी की आवश्यकता होती है। यदि आप पोषक तत्वों का सेवन नहीं करते हैं, तो इससे हड्डियां कमजोर हो सकती है।
इम्यून फंक्शन
कैलोरी का सेवन प्रतिरक्षा कार्य (इम्यून फंक्शन) के लिए जरूरी होता है। इससे संक्रमण और बीमारियों से बचाव होता है। कम कैलोरी का सेवन व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है। इससे व्यकित को इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
मेटाबॉलिक रेट
कैलोरी का सेवन मेटाबॉलिक रेट (metabolic rate) को प्रभावित कर सकता है। मेटाबॉलिक रेट सही होने से कैलोरी बर्न तेजी से होता है। लगातार कैलोरी युक्त आहार खाने से मेटाबॉलिक रेट स्लो हो सकता है। इससे वजन कम करना मुश्किल हो जाता है।
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आप डाइट में निश्चित कैलोरी का सेवन करें। इसकी कमी होने से व्यक्ति को मीठा खाने की इच्छा हो सकती है। इसके अलावा, पोषक तत्वों की कमी और कब्ज की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। कैलोरी की इनटेक को सही बनाने के लिए आप डाइटिशियन से डाइट चार्ट बना सकते हैं।