Doctor Verified

क्या आप भी फोन पर बात करने से घबराते हैं? जानें एक्सपर्ट से क्या है Telephobia की बीमारी

फोन पर बात करते वक्त घबराहट होना टेलीफोबिया का संकेत हो सकता है। आइये एक्सपर्ट से जानें इस स्थिति के बारे में। 
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या आप भी फोन पर बात करने से घबराते हैं? जानें एक्सपर्ट से क्या है Telephobia की बीमारी


How Do I Stop Being Scared of Calling: क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप फोन न उठाने से बहाने ढूंढने लगे हो या आपको फोन पर बात करने में घबराहट महसूस होती हो? अगर अक्सर ही ऐसा होता है तो आप टेलीफोबिया का शिकार हो सकते हैं। टेलीफोबिया एक प्रकार का फोबिया है जिसमें व्यक्ति फोन पर बात करने से डरने लगता है। इसे फोन फोबिया और टेलीफोनोफोबिया भी कहा जाता है। वेबएमडी की रिसर्च के मुताबिक यह फोबिया ग्लोसोफोबिया की तरह होता है, क्योंकि इसमें भी लोगों का सामना करना पड़ता है। ब्रिटेन के नॉटिंघम कॉलेज में टेलीफोनोफोबिया को एक बड़ी समस्या बताया गया है। इसके लिए कॉलेज में कोर्स भी शुरू किया गया है, जिसमें बच्चों को टेलीफोबिया से डील करना सिखाया जाएगा। टेलीफोबिया क्यों होता है और इससे कैसे बाहर आया जा सकता है। इस बारे में जानने के लिए हमने गंगाराम हॉस्पिटल की सीनियर साइकोलॉजिस्ट आरती आनंद से बात की।

1 (8)

टेलीफोबिया होने के क्या कारण हैं? Causes of Telephobia

कोई बुरा अनुभव होना

अगर किसी के साथ अतीत का कोई बुरा अनुभव रहा है, तो उसके लिए फोन उठाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को कॉल पर कनेक्ट होते ही पुरानी चीजें याद आने लगती है। इसलिए वो किसी से बात न करने की कोशिश में रहता है।

सोशल एंग्जायटी होना

जिन लोगों को सोशल एंग्जायटी होती है उनके लिए फोन पर बात करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को लोगों से घुलने-मिलने या कनेक्ट होने में परेशानी होने लगती है। जब यह समस्या बढ़ जाती है, तो इस कारण फोन उठाने में भी उन्हें मुश्किल होने लगती है।

इसे भी पढ़ें- क्या लंबे समय तक नींद की गोली खाने से एंग्जायटी अटैक का खतरा बढ़ता है? जानें डॉक्टर से

कॉन्फिडेंस की कमी होना

अगर व्यक्ति में पहले से कॉन्फिडेंस की कमी है, तो वो फोन उठाने से हमेशा बचेगा। ऐसे में उसे फोन उठाने में घबराहट होने लगेगी। कॉन्फिडेंस की कमी होने से व्यक्ति के लिए ठीक से बात कर पाना भी मुश्किल होगा।

बहुत ज्यादा स्ट्रेस होना

अगर किसी की लाइफ में बहुत ज्यादा स्ट्रेस है, तो ऐसे में भी व्यक्ति फोन उठाने से बचने की कोशिश करता है। क्योंकि इसके कारण उसके लिए किसी से ठीक से बात कर पाना भी मुश्किल होगा।

इसे भी पढ़ें- पानी की गहराई से डर लगना है Bathophobia का संकेत, एक्सपर्ट से जानें इस स्थिति के बारे में

टेलीफोबिया के क्या संकेत हैं? Signs of Telephobia

टेलीफोबिया के कारण व्यक्ति के व्यवहार में ये संकेत नजर आने लगते हैं-

  • अक्सर फोन उठाने या फोन पर बात करने से बचना।
  • फोन न उठाने या कॉल पर बात न करने के बहाने ढूंढना।
  • किसी का फोन आते ही पसीने आना, हाथ कपकपाना या दिल की धड़कने तेज हो जाना।
  • फोन उठाने से पहले ही ओवरथिंकिंग होने लगना या बात करने से पहले कई बार सोचना।
  • कॉल टालने के बहाने ढूंढना और फोन के बजाय मैसेज पर बात करना।

टेलीफोबिया से कैसे डील करें? How To Deal With Telephobia

  • शुरुआत में शॉर्ट फोन कॉल उठाना शुरू करें। अगर आपके लिए ज्यादा देर तक बात करना संभव नहीं, तो किसी करीबी दोस्त से बात करना शुरू करें।
  • अपने माइंड को रिलैक्स करें और समझें कि फोन से डरना सिर्फ आपके मन का वहम है।
  • मेडिटेशन और डीप ब्रिदिंग एक्सरसाइज करना शुरू करें। फोन उठाने से पहले लंबी सांस लें और खुद को शांत करें।

Read Next

मेमोरी को शार्प करने के ल‍िए रात को सोने से पहले करें ये 5 काम, तेज और एक्‍ट‍िव रहेगा द‍िमाग

Disclaimer