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Sida Cordifolia: (बला) क्या है? जानें इसके फायदे-नुकसान और इस्तेमाल के तरीके

Sida Cordifolia: आयुर्वेद में बला एक जरूरी औषधि मानी जाती है, जिसका उपयोग सदियों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जा रहा है। यहां जानिए, बला के फायदे, नुकसान, तासीर और प्रयोग का तरीका।
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Sida Cordifolia: (बला) क्या है? जानें इसके फायदे-नुकसान और इस्तेमाल के तरीके


आजकल की खराब लाइफस्टाइल और असंतुलित खानपान के कारण सेहत से जुड़ी कई समस्याएं आम हो गई हैं। कमजोरी, जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों की थकान, त्वचा रोग, इनफर्टिलिटी और नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में आयुर्वेद का सहारा लेकर हम नेचुरल तरीकों से अपनी सेहत में सुधार कर सकते हैं। आयुर्वेद में कई औषधीय जड़ी-बूटियों का उल्लेख किया गया है, जो शरीर को मजबूती देने और रोगों से बचाने में मदद करती हैं। इन्हीं में से एक जरूरी जड़ी-बूटी है बला (Sida Cordifolia)। यह एक शक्तिवर्धक और पौष्टिक औषधि है, जिसे आयुर्वेद में शरीर को बल, ऊर्जा और पोषण देने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जाता है।

आयुर्वेद के बारे में लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के लिए ओन्लीमायहेल्थ 'आरोग्य विद आयुर्वेद' (Arogya with Ayurveda) स्पेशल सीरीज चला रहा है। इस सीरीज में हम आज रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा से बला (Sida Cordifolia) के बारे में जानेंगे।

बला क्या है? - What Is Sida Cordifolia

आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल की जाने वाली अनेक जड़ी-बूटियों में बला का महत्वपूर्ण स्थान है। इसे एक शक्तिवर्धक और पोषण देने वाली जड़ी-बूटी माना जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, बला की चार प्रमुख प्रजातियां होती हैं और सभी का गुणधर्म एक समान होता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि बला क्या है, इसके फायदे, नुकसान और सही प्रयोग का तरीका।

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बला की तासीर और गुण

बला की तासीर शीतल होती है और इसके गुण मधुर, स्निग्ध और रसायन माने जाते हैं। यह शरीर में बल और ऊर्जा प्रदान करने वाली जड़ी-बूटी है। इसकी चार प्रमुख प्रजातियां होती हैं और सभी के गुण समान होते हैं। बला का प्रमुख रूप से उपयोग मांसपेशियों की कमजोरी, नसों की कमजोरी, वात रोग और घाव भरने में किया जाता है।

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बला के फायदे - Bala Health Benefits

1. मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाए

बला उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनकी मांसपेशियां कमजोर हो गई हैं या नर्वस सिस्टम कमजोर हो गया है। यह साइटिका और पैरालिसिस में लाभकारी मानी जाती है। बला का सबसे अधिक उपयोग नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए किया जाता है। जिन लोगों को मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नपन (नंबनेस) और नसों में कमजोरी महसूस होती है, उनके लिए यह जड़ी-बूटी बहुत उपयोगी होती है।

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2. वात और पित्त दोष को संतुलित करे

बला वात और पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करती है। वात रोगों जैसे गठिया, जोड़ों का दर्द, सिरदर्द और साइटिका में इसका उपयोग विशेष रूप से किया जाता है।

3. इनफर्टिलिटी और यौन शक्ति में सुधार

बला को प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी एक बेहतरीन औषधि माना जाता है। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यह लाभदायक है। यह शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता बढ़ाने में मदद कर सकती है। महिलाओं में यह श्वेत प्रदर (सफेद पानी की समस्या), अनियमित मासिक धर्म और अन्य समस्याओं में उपयोगी होता है।

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4. हड्डियों और जोड़ों की मजबूती

बला का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाने में सहायक होता है।

Bala Herb details

5. बुखार और इंफेक्शन में कारगर

बला की जड़ को सोंठ के साथ मिलाकर सेवन करने से बुखार और ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) जैसी बीमारियों में राहत मिलती है।

6. त्वचा रोगों में लाभकारी

बला की जड़ का इस्तेमाल त्वचा के घावों पर किया जाता है। यह जल्दी घाव भरने में मदद करती है और संक्रमण को दूर रखती है।

7. ज्यादा यूरिनेशन और प्रदर रोग में लाभकारी

बला का प्रयोग उन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है, जिन्हें सफेद पानी (श्वेत प्रदर) या ज्यादा यूरिनेशन की समस्या हो।

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8. प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर

बला को टॉनिक के रूप में लिया जाता है, जो शरीर को ऊर्जा और बल प्रदान करता है। यह कमजोरी और थकावट को दूर करता है।

बला के उपयोग के सही तरीके - How To Use Bala

1. बला का काढ़ा

बला की जड़ को पानी में उबालकर इसका काढ़ा तैयार किया जाता है। जो कि वात विकार, जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी में लाभकारी होता है।

2. बला का चूर्ण

बला की जड़ को पीसकर चूर्ण (bala powder) बना लें। यह वात और पित्त विकार, इनफर्टिलिटी और टॉनिक के रूप में उपयोगी।

3. बला का रस

ताजी पत्तियों और जड़ों से रस निकालें, यह त्वचा रोगों और घाव भरने में उपयोगी है।

बला के नुकसान - What Are The Side Effects Of Bala Herb

बला एक आयुर्वेदिक औषधि है और कई लाभकारी गुणों से भरपूर है और इसका कुछ खास नुकसान नहीं होता है। हालांकि, इस बात का खास ख्याल रखें कि इसका उपयोग सीमित मात्रा में और आयुर्वेदाचार्य की सलाह अनुसार ही करें। किसी भी हर्ब का ज्यादा और गलत इस्तेमाल स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।

निष्कर्ष

बला (Sida Cordifolia) एक प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि है, जो शरीर को बल, ऊर्जा और पोषण प्रदान करती है। यह नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों, हड्डियों और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। हालांकि, इसका सेवन संतुलित मात्रा में और सही तरीके से किया जाना चाहिए। अगर आप आयुर्वेदिक उपायों में विश्वास रखते हैं और प्राकृतिक रूप से शरीर को हेल्दी और मजबूत बनाना चाहते हैं, तो बला का सही तरीके से उपयोग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन कोई भी जड़ी-बूटी अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

All Images Credit- Freepik

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