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क्या आप जानते हैं कब्ज और दस्त एक साथ भी हो सकते हैं? जानें इसके कारण

बदलती जीवशैली का असर व्यक्ति की मानसिक स्थिति और गट हेल्थ को प्रभावित कर सकता हैं। इस लेख में जानते हैं कि लोगों को दस्त और कब्ज की समस्या एक साथ होने के क्या कारण हो सकते हैं।
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क्या आप जानते हैं कब्ज और दस्त एक साथ भी हो सकते हैं? जानें इसके कारण

Paradoxical Diarrhea in Hindi: समय के साथ लोगों की खानपान की आदतों और लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इसके अलावा, लगातार तनाव, पोषण की कमी, दवाओं के प्रभाव और आतों में रुकावट के चलते कुछ लोगों को दस्त और कब्ज की समस्या का भी करना पड़ सकता है। हालांकि आपको यह स्थिति कुछ अजीब लग सकती है। लेकिन, एक्सर्ट्स बताते हैं कि डायरिया (दस्त) और कब्ज की समस्या एक साथ होने को "पैराडॉक्सिकल डायरिया" (Paradoxical Diarrhea) कहा जाता है। यह एक अनोखी और भ्रम पैदा करने वाली स्थिति है, जिसमें रोगी को ऐसा लगता है कि उसे दस्त हो रहा है, जबकि असल में उसकी आंत में कब्ज जमा होता है। आसान भाषा में समझे तो इस स्थिति में व्यक्ति का सख्त मल, मलाशय में होता है लेकिन, बाद में आहार लिक्विड मल आगे के सख्त मल को सॉफ्ट कर देता है और यह गुदा मार्ग से बाहर आने लगता है। इस लेख में जाइनोवा शैल्बी अस्पताल की इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. उर्वी महेश्वरी से जानते हैं कि पैराडॉक्सिकल डायरिया क्या है? इसके लक्षण और कारण क्या हो सकते हैं।

पैराडॉक्सिकल डायरिया क्या है? - What Is Paradoxical Diarrhea in Hindi

पैराडॉक्सिकल डायरिया को "फाल्स डायरिया" (False Diarrhea) या "ओवरफ्लो डायरिया" (Overflow Diarrhea) भी कहा जाता है। यह स्थिति तब होती है जब बड़ी आंत में कठोर मल (कब्ज) जमा हो जाता है, और उसके ऊपर से तरल मल रिसकर बाहर आता है। इससे ऐसा लगता है कि व्यक्ति को दस्त हो रहा है, जबकि वास्तव में उसके पेट में मल की रुकावट होती है। यह स्थिति अक्सर बच्चों, बुजुर्गों और लंबे समय तक कब्ज से पीड़ित लोगों में देखी जाती है।

पैराडॉक्सिकल डायरिया के लक्षण - Symptoms Of Paradoxical Diarrhea in Hindi

पैराडॉक्सिकल डायरिया के लक्षण आम दस्त जैसे दिखाई देते हैं, लेकिन कुछ संकेत इसे अलग हो सकते।

  • बार-बार थोड़ा-थोड़ा पतला मल आने की परेशानी हो सकती है। ऐसा लगता है कि व्यक्ति को डायरिया है, लेकिन मल की मात्रा बहुत कम होती है।
  • मल त्याग के बाद भी पेट खाली न लगना, इस स्थिति में शौच के बाद भी ऐसा महसूस होता है कि पेट पूरी तरह साफ नहीं हुआ।
  • पेट दर्द या ऐंठन महसूस हो सकती है। इसके साथ ही पेट में भारीपन या मरोड़ महसूस हो सकता है।
  • पेट फूलना और गैस बनने लगती है। आंत में मल जमा होने से गैस और सूजन हो सकती है।
  • कभी-कभी मल कंट्रोल नहीं रह पाता और कपड़ों में रिसाव हो सकता है, खासकर बच्चों या बुजुर्गों में।

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पैराडॉक्सिकल डायरिया के कारण - Causes Of Paradoxical Diarrhea in Hindi

इस स्थिति के पीछे कई कारण हो सकते हैं। आगे कुछ प्रमुख कारणों को विस्तार से बताया गया है।

  • इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS-M) इसका एक मुख्य कारण हो सकता है। 
  • जब मल आंत में लंबे समय तक जमा रहता है, तो वह कठोर हो जाता है और निकलना मुश्किल होता है। इसके ऊपर से तरल मल रिसने लगता है।
  • आंतों की गति कम हो जाने से मल आगे नहीं बढ़ता, जिससे यह स्थिति बनती है। यह आमतौर पर बुजुर्गों और कम सक्रिय जीवनशैली वालों में होता है।
  • पार्किंसन, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, या रीढ़ की हड्डी की चोट जैसी बीमारियों में आंतों की गतिविधि प्रभावित होती है, जिससे कब्ज और पैराडॉक्सिकल डायरिया हो सकता है।
  • कुछ दवाएं जैसे कि पेनकिलर्स (विशेष रूप से ओपिओइड्स), आयरन सप्लीमेंट्स या एंटी-डिप्रेशन और लैक्सेटिव दवाएं कब्ज बढ़ा सकती हैं।
  • आंतों में कोई रुकावट जैसे कि ट्यूमर या पॉलिप होने पर मल की सामान्य गति प्रभावित होती है, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

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पैराडॉक्सिकल डायरिया एक भ्रमपूर्ण लेकिन गंभीर स्थिति हो सकती है, जो सही समय पर न पहचानने पर तकलीफदेह हो जाती है। यह दस्त नहीं बल्कि कब्ज की गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। सही पहचान, उचित इलाज और जीवनशैली में बदलाव से इस समस्या को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। इस तरह के लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय रहते तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

FAQ

  • दस्त होने पर किस तरह का आहार लें सकते हैं?

    दस्त होने पर आप ज्यादा सुपाच्य और संतुलित आहार का सेवन करें। साथ ही, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • दस्त में कौन सा फल खा सकते हैं?

    दस्त के दौरान शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इससे बचाव के लिए आप ऐसे फलों का सेवन करें, जो आपकी पानी की कमी को पूरा करें। ऐसे में आप सेब, अनार, केले का सेवन कर सकते हैं। इस समय ज्यादा खट्टे फलों से दूरी बनानी चाहिए। 
  • दस्त में किसका जूस पीना चाहिए?

    दस्त में शरीर के इलेक्ट्रॉलाइट्स की कमी हो सकती है। इससे बचने के लिए आप गर्मियों में बेल का शरबत पी सकते हैं। यह पेट की गर्मी को कम करता है। साथ ही, आप नींबू पानी का भी सेवन कर सकते हैं। लेकिन, इसे अधिक मात्रा में नहीं पीना चाहिए। 

 

 

 

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