What is Nocturnal Asthma: अस्थमा श्वसन तंत्र से जुड़ी गंभीर बीमारी है। खराब जीवनशैली, प्रदूषित हवा में सांस लेने और स्मोकिंग जैसी आदतों की वजह से अस्थमा का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी में सांस लेने में तकलीफ होती है, जिसके कारण मरीज की स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है। अस्थमा कई तरह का होता है और हर व्यक्ति में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। नॉक्चरनल अस्थमा (Nocturnal Asthma) भी अस्थमा का ही एक प्रकार है, जिसमें मरीज को रात के समय में दिक्कतें होती हैं। इस समस्या के कारण मरीज की स्थिति रात के बाद दिन में भी खराब रहती है। नॉक्चरनल अस्थमा एक गंभीर बीमारी है और इसके लक्षणों को नजरअंदाज करने से स्थिति गंभीर हो सकती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं नॉक्चरनल अस्थमा के बारे में और इससे बचने के टिप्स।
नॉक्चरनल अस्थमा क्या है?- What is Nocturnal Asthma in Hindi
अस्थमा के मरीजों में अस्थमा अटैक का खतरा रात के समय में सबसे ज्यादा रहता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं, "नॉक्चरनल अस्थमा रात के समय में होने वाला अस्थमा है। इस समस्या में रात के समय सीने में जकड़न, कफ आना, छींक और सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानियां होती हैं।" अस्थमा के लगभग 60 प्रतिशत मरीजों में नॉक्चरनल अस्थमा का खतरा बना रहता है। इस स्थिति को नजरअंदाज करना बहुत गंभीर हो सकता है और इलाज न मिलने की स्थिति में यह जानलेवा हो सकता है।
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नॉक्चरनल अस्थमा के कारण- What Causes Nocturnal Asthma in Hindi
नॉक्चरनल अस्थमा की समस्या आमतौर पर नींद के समय होती है। नींद की कमी, स्लीपिंग पैटर्न में गड़बड़ी, सांस से जुड़ी कोई अन्य समस्या जैसे कारण इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। नॉक्चरनल अस्थमा के कुछ मुख्य कारण इस तरह से हैं-
- हार्मोनल बदलाव
- सोने की गलत पोजीशन
- कमरे में हवा और ऑक्सीजन की कमी
- बिस्तर पर धूल आदि होना
- मोटापा
- एलर्जी
नॉक्चरनल अस्थमा के लक्षण- Nocturnal Asthma Symptoms in Hindi
नॉक्चरनल अस्थमा की समस्या रात में सोते समय होती है। इस स्थिति में दिखने वाले प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
- रात में सोते समय खांसी
- सांस लेने में दिक्कत
- घबराहट और बेचैनी
- बात करते समय कठिनाई
- नींद से जुड़ी परेशानियां
- सीने या छाती में दर्द
- इन्फेक्शन की समस्या
- तेज सांस आना
नॉक्चरनल अस्थमा का इलाज और बचाव- Nocturnal Asthma Treatment and Prevention in Hindi
किसी भी तरह के अस्थमा की समस्या से बचने के लिए सबसे पहले डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलतियों को ठीक करना चाहिए। नॉक्चरनल अस्थमा के लक्षण दिखने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेकर जांच करानी चाहिए। जांच के बाद मरीज की स्थिति के आधार पर डॉक्टर इलाज करते हैं। कुछ लोगों को दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है और गंभीर रूप से प्रभावित मरीजों का इलाज एडवांस तरीके से किया जा सकता है।
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नॉक्चरनल अस्थमा से बचने के लिए सोने की पोजीशन को ठीक रखने, हेल्दी डाइट फॉलो करने और स्मोकिंग आदि से बचने की सलाह दी जाती है। स्मोकिंग करने से नॉक्चरनल अस्थमा ट्रिगर होने का खतरा बढ़ जाता है। रात के समय सोने पर सिर को ऊंचा करके सोने से भी नॉक्चरनल अस्थमा के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
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