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खुजली, सिरदर्द और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं Histamine Intolerance का संकेत, जानें क्या है यह स्थिति?

हिस्टामाइन इंटॉलरेंस के बारे में अधिकतर लोगों को पता नहीं चल पाता है। लेख में जानें हिस्टामाइन इंटॉलरेंस क्या है और इसके लक्षणों को कैसे पहचाना जा सकता है।
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खुजली, सिरदर्द और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं Histamine Intolerance का संकेत, जानें क्या है यह स्थिति?


Histamine Intolerance: आपने लैक्टोज और ग्लूटन इंटॉलरेंस के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आपने कभी हिस्टामाइन इंटॉलरेंस के बारे में सुना है? हिस्टामाइन इंटॉलरेंस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में हिस्टामाइन का बैलेंस बिगड़ जाता है। दरअसल, हिस्टामाइन बॉडी में मौजूद एक केमिकल होता है, जो इम्यूनिटी बनाए रखने में मदद करता है। हिस्टामाइन इंटॉलरेंस होने पर आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं एक साथ हो सकती हैं। इस स्थिति में आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं, बार-बार बीमार होना या त्वचा संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्याओं जैसे ही होते हैं। ऐसे में इसका पता लगाना काफी मुश्किल होता है। इस स्थिति के लक्षणों और कारणों के बारे में जानने के लिए हमने बात कि फरीदाबाद के यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से इंटरनल मेडिसिन और रुमेटोलॉजी के डायटेक्टर डॉ जयंता थकुरिया से।

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पहले जानें हिस्टामाइन इंटॉलरेंस क्यों होता है? What Is Histamine Intolerance

हिस्टामाइन इंटॉलरेंस की स्थिति तब होती है जब हमारी बॉडी हिस्टामाइन ब्रेकडाउन नहीं कर पाती है। इसके कारण बॉडी में हिस्टामाइन बढ़ने लगता है। हिस्टामाइन हमारी बॉडी में मौजूद नेचुरल कंपाउंड होता है, जो इम्यूनिटी को नुकसान कर सकता है। हिस्टामाइन इंटॉलरेंस होने से हमारे पाचन तंत्र, भूख और नींद पर असर पड़ सकता है। इसे अगर समय पर कंट्रोल न किया जाए, तो यह कई बड़ी बीमारियों की वजह बन सकता है।

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हिस्टामाइन इंटॉलरेंस होने के लक्षण क्या होते हैं? Symptoms of Histamine Intolerance

हिस्टामाइन इंटॉलरेंस होने पर आपको कई समस्याएं एक साथ हो सकती हैं। ऐसे में आपको स्किन से जुड़ी परेशानियां जैसे कि हाइव्स और ईचिंग की समस्या हो सकती है। इसके कारण आपको पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कि ब्लोटिंग, डायरिया या पेट में दर्द हो सकता है। कुछ स्थितियों में हिस्टामाइन इंटॉलरेंस न्यूरोलॉजिकल और सांस से जुड़ी समस्याओं की वजह बन सकता है। ऐसे में आपको सिरदर्द, माइग्रेन, सुस्ती और एंग्जायटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कार्डियोवैस्कुलर डिजीज जैसे कि इर्रेगुलर हार्ट बीट या सांस लेने में परेशानी भी इसका संकेत हो सकती हैं।

हिस्टामाइन इंटॉलरेंस किन कारणों से हो सकता है- Causes of Histamine Intolerance

  • हिस्टामाइन इंटॉलरेंस कुछ खास चीजों जैसे कि शराब, फर्मेंटेड फूड्स, रेड वाइन, मीट, फिश या विनेगर वाली चीजों के सेवन से हो सकता है। ये स्थिति बांसी चीजों या प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से भी हो सकती है।
  • कुछ जेनेटिक डिसऑर्डर और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं जैसे कि आईबीएस या इंफेक्शन इसका कारण बन सकते हैं।
  • कुछ खास दवाओं के सेवन से यह स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है। ऐसे में परेशानी ज्यादा हो सकती है।
  • हिस्टामाइन वाली चीजों के सेवन से भी इंटॉलरेंस की स्थिति बन सकती है। ऐसे में डाइट में इसे अवॉइड करना जरूरी है।

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हिस्टामाइन इंटॉलरेंस को मैनेज कैसे करें? How to Manage Histamine Intolerance

  • अपनी डाइट में हिस्टामाइन वाले फूड्स अवॉइड करें। क्योंकि जितना आप इनका सेवन करेंगे आपकी परेशानी उतनी बढ़ेगी।
  • आपको किस वजह से हिस्टामाइन इंटॉलरेंस हो रहा है, इसकी वजह का पता लगाएं। इससे आपके लिए इलाज करना आसान होगा।
  • डॉक्टर की सलाह पर दवाएं और सप्लीमेंट्स लेना शुरू करें। इससे आप इस स्थिति को जल्दी कंट्रोल कर सकते हैं।
  • स्ट्रेस कंट्रोल रखें क्योंकि स्ट्रेस बढ़ने के साथ ही यह स्थिति बढ़ सकती है।
  • अगर आपको हिस्टामाइन इंटॉलरेंस से जुड़ा कोई भी संकेत नजर आन रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि इससे आप स्थिति को बढ़ने से रोक सकते हैं।

 

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