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दूध से एलर्जी और लैक्टोज इंटॉलरेंस को समझते हैं एक? डॉक्टर से जानें कैसे हैं ये दो अलग समस्याएं

ज्यादातर लोग दूध पीने से होने वाली समस्या को लैक्टोज इंटॉलरेंस समझते हैं। ऐसे में आगे जानते हैं कि दूध से होने वाली एलर्जी और लैक्टोज इंटॉलरेंस क्या वाकई में एक ही है या इन दोनों ही स्थितियों के बीच अंतर होता है?
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दूध से एलर्जी और लैक्टोज इंटॉलरेंस को समझते हैं एक? डॉक्टर से जानें कैसे हैं ये दो अलग समस्याएं


Milk Allergy Vs. Lactose Intolerance: भारत में दूध और दूध से बनी चीजों को सालों से डाइट में शामिल किया जाता है। दूध में कई पौष्टिक गुण होते हैं, जो आपके शरीर, हड्डियों और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक माने जाते हैं। लेकिन, कुछ लोगों को दूध या दूध से बनी चीजों से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर इस समस्या का कारण दूध या दूध से बनी चीजों से एलर्जी हो सकता है। दूध से होने वाली समस्याओं में लैक्टोज इंटोलरेंस को भी शामिल किया जाता है। ऐसे में ज्यादातर लोग मिल्क एलर्जी (Milk Allergy या Dairy Allergy) और लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose Intolerance) को एक ही स्थिति मान बैठते हैं। लेकिन इनके कारण और आपके शरीर पर इनके प्रभाव अलग-अलग होते हैं। यदि आप इनमें से किसी एक स्थिति से पीड़ित हैं, तो आपको डेयरी एलर्जी और लैक्टोज इंटोलरेंस को समझना चाहिए। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसन डॉक्टर एसपी यादव से जानते हैं कि डेयरी या मिल्क एलर्जी और लैक्टोज इंटॉलरेंस के बीच क्या अंतर होता है।

मिल्क या डेयरी एलर्जी और लैक्टोज इंटॉलरेंस के बीच क्या अंतर होते हैं? - Milk Allergy Vs. Lactose Intolerance In Hindi

  • दूध या डेयरी प्रोडक्ट से होने वाली एलर्जी आपके इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया के चलते होती है। वहीं, लैक्टोज इंटॉलरेंस में आपकी पाचन संबंधी समस्या को कारण माना जाता है।
  • मिल्क एलर्जी या डेयरी एलर्जी में आपको शरीर दूध में मौजूद प्रोटीन को हानिकारक तत्व समझकर उस पर प्रतिक्रिया करता है। जबकि, लैक्टोज इंटॉलरेंस में शरीर में लैक्टोज नामक शुगर को पचाने के लिए आवश्यक एंजाइम, लैक्टेज (Lactase), की कमी होती है।
  • मिल्क एलर्जी में व्यक्ति को त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते (रैशेज) या एक्जिमा जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। जबकि, लैक्टोज इंटॉलरेंस में व्यक्ति को स्किन पर कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। इसके अलावा, मरीज को पेट में सूजन और दर्द, गैस या मरोड़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
  • मिल्क या डेयरी एलर्जी बच्चों में होने वाली एक आम समस्या मानी जाती है। चार साल से कम उम्र के हर 100 में से दो बच्चों को दूध या दूध से बनी चीजों से एलर्जी देखने को मिलती है। जबकि, लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या 20 से अधिक उम्र के बच्चों में देखी जाती है।
  • यदि, बच्चे के माता या पिता में से किसी एक को भोजन या अन्य किसी चीज से एलर्जी है, जैसे हे फीवर, एक्जिमा या अस्थमा तो ऐसे में बच्चों को मिल्क एलर्जी या डेयरी एलर्जी का जोखिम बढ़ सकता है। वहीं, यदि जिन लोगों को पाचन संबंधी अन्य समस्या जैसे बैक्टीरियल ओवर ग्रोथ, सीलिएक रोग, या क्रोहन डिजीज है तो ऐसे में लैक्टोज इंटॉलरेंस होने का जोखिम बढ़ जाता है।

इसे भी पढ़ें : लैक्टोज इंटॉलरेंस क्या है? जानें इसके लक्षण और कारण और उपचार

मिल्क या डेयरी एलर्जी और लैक्टोज इंटॉलरेंस के बीच बेहद कम अंतर होता है। ऐसे में ज्यादातर लोग इन दोनों ही स्थितियों को एक ही मान लेते हैं। लेकिन, यदि आपको या आपके किसी करीब को दूध या दूध से बनी चीजों को खाने से किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में आप नजदीकी डॉक्टर से मिलकर इस स्थिति को समझने का प्रयास करें और सही समय पर इलाज शुरू करें।

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