What Causes Haemolacria: आपने काल्पनिक फिल्मों में कैरक्टर्स की आंखों से खून के आंसू निकलने वाला सीन को जरूर देखा होगा। लेकिन अगर हम कहें कि असल जिंदगी में भी व्यक्ति की आंखों से आंसू निकल सकते हैं, तो क्या आप भरोसा करेंगे? दरअसल, आंखों से खून के आंसू आना एक मेडिकल कंडीशन है, जिसे हेमोलाक्रिया (Haemolacria) कहा जाता है। इस समस्या से ग्रस्त व्यक्ति के आंसू में खून मिल जाता है, जिससे उसे खून के आंसू आने लगते हैं। इस समस्या को गहनता से समझने के लिए हमने बात की मैक्स हॉस्पिटल (वैशाली) की एसोसिएट डायरेक्टर(ophthalmology) डॉ. रिंकी आनंद गुप्ता से। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानें इस बारे में।
पहले समझिये हेमोलाक्रिया क्या है- What Is Haemolacria
हेमोलाक्रिया यानी खूनी आंसू रोना एक दुर्लभ मेडिकल कंडीशन है। ऐसे में आंखों में बनने वाले आंसुओं में खून मिल जाता है जिससे व्यक्ति की आंखों से खून से सने आंसू आने लगते हैं। यह समस्या दुर्लभ जरूर है लेकिन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं में इसका खतरा हो सकता है।
खून के आंसू आने के अलावा इस समस्या के कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं-
हेमोलाक्रिया के अन्य लक्षण- How Do You Diagnose Haemolacria
एक्सपर्ट के मुताबिक हेमोलाक्रिया से ग्रस्त व्यक्ति में निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं-
- आंखों में धुंधलापन या आंखों का लाल हो जाना।
- ब्लड वेसल्स में चोट आना या आंखों पर प्रेशर पड़ना।
- लगातार सिरदर्द या शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लीडिंग होना।
- खूनी एपिफोरा या आंसू में खून के कण मिलना।
- आंखों का संक्रमण, ट्यूमर या नाक से खून आना।
- हाई ब्लड प्रेशर या आंखों से जुड़ी समस्याएं ज्यादा होना।
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हेमोलाक्रिया के कारण- Causes of Haemolacria
डॉ. रिंकी आनंद के मुताबिक यह दुर्लभ समस्या है, लेकिन इन कारणों से व्यक्ति को हेमोलाक्रिया हो सकता है-
- कंजंक्टिवाइटिस की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को इसका खतरा ज्यादा होता है।
- आंख में चोट लगना, ब्लड वेसल्स कमजोर होना या आंखों में ट्यूमर होने के कारण भी व्यक्ति को हेमोलाक्रिया हो सकता है।
- आंखों में संक्रमण/सूजन या कंजंक्टिवल के कारण चोट आना।
- शरीर के हार्मोन्स में बदलाव आना या किसी ब्लड डिसऑर्डर जैसे कि हीमोफीलिया से पीड़ित होना।
- हाई ब्लड प्रेशर रहना, पीरियड्स होना या नाक से खून आना आदि।
- व्यक्ति को कोई बड़ा सदमा लगने पर भी हेमोलाक्रिया का खतरा हो सकता है।
- पाइोजेनिक ग्रैनुलोमा, मेलेनोमा या किसी ट्यूमर के होने पर भी हेमोलाक्रिया हो सकता है।
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हेमोलाक्रिया की समस्या से कैसे बचें- Prevention Measures For Haemolacria
- किसी भी लक्षण के नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और पूरा इलाज कराएं।
- समय-समय पर आंखों का चेकअप कराते रहें जिससे समस्या का पहले ही पता लगाया जा सके।
- आंखों से सम्बन्धित कोई भी संक्रमण होने पर अपना इलाज अधूरा न रहने दें।
- आंखों की किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें और हर छोटी से छोटी समस्या पर भी ध्यान दें।