कुछ लोगों को बार-बार पेट दर्द, पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वह हर समय थकान और कमजोरी महसूस करते हैं। यह समस्या एक दुर्लभ गुलनर विकार (Gullner Syndrome) की ओर संकेत करती है। इस रोग में व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म, न्यूरोलॉजिकल फंक्शन और इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है। कुछ मामलों में यह विकार बच्चों में देखने को मिलता है। फिलहाल, इस विकार के कारण, लक्षण और इलाज को समझने के लिए इस पर रिसर्च कार्य चल रहे हैं। फिलहाल अन्य स्टडी के आधार पर डॉक्टर इसके कुछ लक्षण, विकार से जुड़े कारक और प्रभावों को कम करने वाले विकल्पों को बताते हैं। इस विकार में पाचन तंत्र प्रभावित होता है, जो अन्य समस्याओं के साथ संबंधित होता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर ए पी सिंह से जानते हैं कि गुलनर सिंड्रोम के लक्षण और कारण क्या हो सकते हैं।
गुलनर सिंड्रोम क्या है? - What is Gullner Syndrome in Hindi
गुल्नर सिंड्रोम एक दुर्लभ विकार है, जिसमें हड्डियों, त्वचा, मांसपेशियों, और आंतरिक अंगों पर प्रभाव पड़ सकता है। इसे जेनेटिक डिसऑर्डर के रूप में जाना जाता है। इस विकार में सामान्यतः मेटाबॉलिज्म, न्यूरोलॉजिकल फंक्शन, और इम्यून सिस्टम शामिल होते हैं। यह सिंड्रोम व्यक्ति को जन्म के समय या बाद में भी हो सकता है।
गुलनर सिंड्रोम के लक्षण - Symptoms Of Gullner Syndrome In Hindi
गुलनर सिंड्रोम के लक्षण हर व्यक्ति अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन, कुछ सामान्य लक्षणों को आगे बताया गया है।
- पेट में दर्द महसूस होना।
- मांसपेशियों में कमजोरी और थकान बनी रहना।
- सिर में दर्द होना।
- कुछ लोगों को इस विकार में उल्टी की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
- कई बार विकार होने पर स्किन में सूजन, लालिमा या दाने दिखाई दे सकते हैं।
- किसी चीज पर फोकस करने में परेशानी होना, आदि।
गुलनर सिंड्रोम के कारक - Gullner Syndrome Factor In Hindi
इस स्थिति के पीछे मुख्य कारणों का अभी तक पूरी तरह पता नहीं चल पाया है। हालांकि, आगे बताए कारकों को इसका ट्रिगर मान सकते हैं।
- जेनेटिक्स कारक, जैसे परिवार में यदि किसी सदस्य को पहले यह विकार होने पर यह होने की संभावना बढ़ जाती है।
- ऑटोइम्यून डिसऑर्डर कुछ मामलों में गुलनर डिसऑर्डर को ट्रिगर कर सकते हैं।
- प्रदूषण और कैमिकल्स के बीच रहने या काम करने से यह विकार होने की संभावना रहती है।
- कुछ वायरस या बैक्टीरिया इस सिंड्रोम ट्रिगर कर सकते हैं।
गुलनर सिंड्रोम का उपचार - Gullner Syndrome Treatment in Hindi
गुलनर सिंड्रोम का कोई स्थायी उपचार नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न प्रकार के इलाज किए जा सकते हैं।
- डिसऑर्डर की वजह होने वाली सूजन को कम करने लिए डॉक्टर एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं दे सकते हैं।
- पेन को कम करने के लिए पेनकिलर का उपयोग किया जा सकता है।
- फिजियोथेरेपी मांसपेशियों की ताकत को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
इसे भी पढे़ं: लिवर को प्रभावित कर सकता है एगेनीस सिंड्रोम, डॉक्टर से जानें इसके लक्षण
गुलनर सिंड्रोम एक दुर्लभ स्थिति है। इस रोग के लक्षणों को नजरअंदाज करना घातक हो सकता है। इस समस्या का इलाज उपलब्ध नहीं है। ऐसे में डॉक्टर रोगी के लक्षणों को कम करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं।