
Cardiac Ablation: कार्डियक एब्लेशन को थर्मल एब्लेशन कहा जाता है। कार्डियक एब्लेशन की मदद से ह्रदय की खराब कोशिकाओं को ठीक किया जाता है। कैथेटर की मदद से ऊर्जा को ह्रदय की कोशिकाओं में डाला जाता है। कार्डिएक एब्लेशन की मदद से अनियमित दिल की धड़कन का इलाज किया जाता है। हार्ट की अनियमित धड़कन का अर्थ है जब हार्ट बीट सामान्य से कम हो या ज्यादा। हार्टबीट का यह पैटर्न अनियमित हो सकता है। जब दवाएं और अन्य इलाज असर नहीं करता, तब कार्डियक एब्लेशन की मदद ली जाती है। इस लेख में जानेगे कार्डियक एब्लेशन की प्रक्रिया और इससे जुड़ी जरूरी जानकारी। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के पल्स हॉर्ट सेंटर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक शुक्ला से बात की।

कार्डियक एब्लेशन की मदद कब ली जाती है?- When Cardiac Ablation is Required
- कार्डियक एब्लेशन की जरूरत तब पड़ती है जब शरीर में अनियमित हार्टबीट की समस्या होती है।
- यह सर्जरी तब भी की जाती है जब अनियमित हार्टबीट के कारण दी जाने वाली दवाओं का नकारात्मक असर शरीर पर होता है।
- अगर व्यक्ति को अचानक से हार्ट अटैक आ जाए, तो भी कार्डियक एब्लेशन सर्जरी की जाती है।
- सुप्रवेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया जैसी बीमारी होने पर भी कार्डियक एब्लेशन की जरूरत पड़ती है।
कार्डियक एब्लेशन की प्रक्रिया- How Cardiac Ablation Is Done
- कार्डियक एब्लेशन करवाने से पहले वाली रात से खाना बंद कर दिया जाता है।
- जरूरत पड़ने पर आपको जरूरी दवाएं दी जा सकती हैं।
- इसके बाद एनेस्थिसिया देकर सर्जरी शुरू की जाती है।
- कार्डियक एब्लेशन की प्रक्रिया में कैथेटर इंसर्ट किया जाता है।
- इन कैथेटर्स को हार्ट की ब्लड वैसल्स में डाला जाता है।
- कार्डियल एब्लेशन की प्रक्रिया को पूरा होने में 3 से 6 घंटे का समय लग जाता है।
- इस प्रक्रिया के बाद रिकवरी में व्यक्ति को डॉक्टर की देखरेख में रखा जाता है।
- कार्डियक एब्लेशन के कारण हफ्तेभर तक सूजन बनी रह सकती है।
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अनियमित दिल की धड़कन से कैसे बचें?- How to Prevent Irregular Heartbeat
- अनियमित दिल की धड़कन की समस्या से बचने के लिए अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियांहोल ग्रेन्स आदि को शामिल करें।
- डाइट में सैचुरेटेड फैट्स, कोलेस्ट्राल, सोडियम और रिफाइंड शुगर आदि चीजों को शामिल न करें।
- अनियमित दिल की धड़कन से बचने के लिए एक्सरसाइज करें और शारीरिक तौर पर एक्टिव रहें।
- तनाव कम करें। स्ट्रेस घटाने के लिए डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मेडिटेशन और योगा करें।
- अपनी डाइट में एल्कोहल और कैफीन की मात्रा सीमित रखें।
- धूम्रपान का सेवन करने से अनियमित दिल की धड़कन की समस्या होती है, इसलिए इससे बचें।
- अनियमित दिल की धड़कन से बचने के लिए हाइड्रेशन का ख्याल रखें और समय-समय पर जांच करवाएं।
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