दिल की अनियमित धड़कन के क्या कारण हैं? दिल के अनियमित धड़कन के कई कारण हो सकते हैं जैसे वजन ज्यादा होना, कोलेस्ट्रॉ, बीपी या शुगर लेवल ज्यादा होना, एक्सरसाइज न करना, दिल से जुड़ी बीमारी आदि। हार्ट से जुड़ी किसी भी बीमारी का असर पूरे शरीर पर पड़ता है। अगर आपको अनियमित हार्ट बीट यानी एरिथमिया है तो आपको हेल्दी आदतों को चुनना चाहिए जैसे सही खानपान, एक्सरसाइज करना, स्ट्रेस कम करना आदि। इस लेख में हम उन आदतों पर चर्चा करेंगे जिन्हें अपनाकर आप दिल की अनियमित धड़कन से बच सकते हैं। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के पल्स हॉर्ट सेंटर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक शुक्ला से बात की।
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1. दिल की अनियमित धड़कन से बचना है तो वजन कम करें (Lose weight to prevent arrhythmia)
वजन कम करने के फायदे अपने कई बार सुनें होंगे पर वजन कम करने से आप दिल की अनियमितता से भी छुटकारा पा सकते हैं। आपको वजन कम करने के लिए हेल्दी मील्स लेने हैं, कसरत करनी है और तनाव को कम करना होगा। वजन कम करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होगा, कोलेस्ट्रॉल कम होगा, डायबिटीज का रिस्क भी कम हो जाएगा। वजन कम करने के लिए आपको अपनी डाइट से शुगर की मात्रा हटा देनी चाहिए, कुछ ही दिनों में आपको फर्क महसूस होगा। हार्ट की समस्याओं से बचने के लिए धूम्रपान का सेवन बिल्कुल न करें।
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2. एरिथमिया से बचने के लिए कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करें (Control cholesterol to prevent arrhythmia)
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एरिथमिया की समस्या से बचने के लिए आपको कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करना चाहिए। हाई कोलेस्ट्रॉल, हार्ट से जुड़ी बीमारियों का मुख्य कारण होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए आपको रोजाना कसरत के साथ लो सैचुरेटेड फैट, फाइबर की ज्यादा मात्रा लें और रिफाइंड कॉर्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को कम करें। कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आप ओमेगा 3 फैटी एसिड भी ले सकते हैं पर इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक शुक्ला से बताया कि दिल से जुड़ी किसी भी बीमारी से बचना है तो एल्कोहॉल छोड़ना जरूरी है, एल्कोहॉल के सेवन से हार्ट अटैक, स्ट्रोक, बीपी बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है इसलिए इस आदत को पूरी तरह से छोड़ दें।
3. दिल की अनियमित धड़कन से बचने के लिए खाने की आदतों में बदलाव करें (Change eating habit to prevent irregular heartbeat)
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आपको हार्ट को हेल्दी रखना है तो खानपान की आदतों पर गौर करें। आपको अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल, सब्जियां, नट्स, होल ग्रेन एड करना चाहिए। दिल को हेल्दी रखना है तो प्रोसेस्ड फूड से बचें। प्रोसेस्ड फूड में नमक की मात्रा ज्यादा होती है और सोडियम बढ़ने के नुकसान के बारे में तो हम सब जानते हैं। इन बदलावों को करने से आपका वजन भी कम होगा और आप एरिथमिया की समस्या से भी बच जाएंगे। दिल की अनियमित धड़कन से बचने के लिए अपने ब्रेकफास्ट को हेल्दी बनाएं। आपको नाश्ते में ओटमील, केला, लो-फैट दही, संतरे का जूस एड करना चाहिए। आपको अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा भी बढ़ानी चाहिए। प्रोटीन आपको फल, सब्जियों और अलग-अलग तरह के अनाजों के जरिए मिलेगा।
4. एरिथमिया से बचने के लिए रोजाना वर्कआउट करें (Workout can prevent irregular heart beat)
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आपको हार्ट और बॉडी को हेल्दी रखने के लिए रोजाना वर्कआउट करना चाहिए। रोजाना कसरत करने का रूटीन बनाने जा रहे हैं तो शुरूआत में आप 30 मिनट की वॉक से शुरूआत करें फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। इसके अलावा आपको कार्डियो को भी वर्कआउट प्लान में एड करना है। कार्डियो के अलावा आप रनिंग, ब्रिस्क वॉक आदि विकल्प चुन सकते हैं। स्विमिंग से भी बॉडी हेल्दी रहती है पर कोविड के दौरान आपको पानी या पूल में जाने से बचना चाहिए। अगर आप वर्कआउट में रनिंग करना चाहते हैं तो 15 मिनट सुबह और 15 मिनट शाम में रनिंग करने से शुरूआत कर सकते हैं।
5. दिल की अनियमित धड़कन से बचने के लिए ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करें (Control blood sugar to prevent arrhythmia)
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उन्हें दिल की अनियमित धड़कन से बचने के लिए ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना चाहिए। डायबिटीज रोगियों को एरिथमिया (Arrhythmia) की समस्या होने की शिकायत ज्यादा होती है इसलिए उन्हें ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना चाहिए। ब्लड शुगर लेवल कैसे कंट्रोल करें? ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए आपको नियमित तौर पर कसरत करें, डाइट से शुगर की मात्रा पूरी तरह हटा दें और फाइबर युक्त डाइट लें। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए डॉर्क चॉकलेट का सेवन फायदेमंद माना जाता है लेकिन आप अगर बाजार से डॉर्क चॉकलेट खरीदकर खाएंगे तो उसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होगी इसलिए नैचुरल चॉकलेट का चयन सोच समझकर करें।
6. दिल की अनियमित धड़कन से बचने के लिए मेडिटेशन करें (Meditation can prevent arrhythmia)
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स्ट्रेस कम करने से आप दिल की नियमित धड़कन से बच सकते हैं। स्ट्रेस कम करने के लिए आपको मेडिटेशन की मदद लेनी चाहिए। मेडिटेशन करने का तरीका बेहद आसान है-
- शांत मुद्रा में जमीन पर बैठ जाएं।
- अब आंखों को बंद करें और अपने शरीर को महसूस करें।
- गहरी सांस लें और सांस को अंदर या बाहर करते समय उसके पैटर्न पर गौर करें।
- सारी नेगेटिव बातों को अपने से दूर रखें और आने वाले दिनों के बारे में अच्छा सोचें।
- शुरूआत में आप 5 से 10 मिनट ही मेडिटेशन करें और फिर धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं।
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7. एरिथमिया से बचने के लिए साफ-सफाई पर भी ध्यान दें (Maintain hygiene to prevent irregular heart beat)
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए शरीर की साफ-सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए। आपको कोल्ड, फ्लू, रैशेज की समस्या से बचना चाहिए, हाथ-पैर, चेहरे की सफाई, ओरल हाइजीन का खयाल भी आपको रखना चाहिए। दिल की धड़कन अनियमित होने पर आपको कुछ हेल्दी आदतों को अपनाना चाहिए जैसे धूम्रपान का सेवन न करें, लो-फैट डाइट लें, एल्कोहॉल का सेवन बिल्कुल न करें, कैफीन के सेवन से दूर रहें, रोजाना कसरत करते रहें और स्ट्रेस को कम रखें। इन तरीकों से आप दिल की अनियमित धड़कन के अलावा शरीर से जुड़ी कई अन्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
अगर आपको लंबे समय तक दिल की अनियमित धड़कन के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो बिना देरी किए आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
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