दर्द को दूर करने के लिए सिकाई एक बेहतर विकल्प है। सिकाई करने के 2 तरीके हैं पहला गरम सिकाई और दूसरा ठंडी सिकाई। अगर आपको सही दर्द में सिकाई करने का सही तरीका पता न हो तो दर्द बढ़ सकता है या इलाज अधूरा रह सकता है। इस समस्या से बचने के लिए आपको पता होना चाहिए कि किस तरह के दर्द पर गरम सिकाई की जाती है और किस पर ठंडी। आपको भी कई तरह के पेन के दौरान नहीं पता चलता होगा कि आपको उसे ठीक करने के लिए गरम सिकाई करनी चाहिए या ठंडी। इस लेख में हम आपको इसी विषय में जानकारी देंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
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कब कौनसी सिकाई करें? (How to choose therapy for pain)
अगर चोट लगी है और खून के बहाव को कम करना है तो बेशक ठंडी सिकाई करनी चाहिए। इससे न सिर्फ खून बहना बंद हो जाएगा बल्कि चोट व आसपास के एरिया में हो रहे दर्द और सूजन से भी आराम मिलेगा। मांसपेशियों के दर्द को दूर करने के लिए ठंडी सिकाई अच्छी मानी जाती है पर आपको घाव पर सीधे इसके इस्तेमाल से बचना है। वहीं जब टिशूज प्रभावित होते हैं और दर्द गहरा होता है जैसे अर्थराइटिस का दर्द तो गरम सिकाई करने की सलाह दी जाती है। ऐस करने से आराम मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है।
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1. अर्थराइटिस के दर्द में कौनसी सिकाई करें? (Arthritis pain)
अगर आपको अर्थराइटिस का दर्द है तो आपको गरम सिकाई करनी चाहिए। गरम सिकाई करने से खून का बहाव बढ़ेगा और दर्द से राहत मिलेगी। आपको दर्द हो रहा है तो आपको कम से कम 20 से 30 मिनट गरम पानी की बोतल में पानी भरकर या नमक को भूनकर उसे पोटली में भरकर उससे सिकाई करनी चाहिए।
2. पीरियड्स का पेन हो तो कौनसी सिकाई करें? (Periods pain)
पीरियड्स के दौरान पेट में ऐंठन और दर्द का अहसास होता है जिसे दूर करने के लिए आप गरम सिकाई कर सकते हैं। गरम सिकाई करने से पेट की मसल्स को आराम मिलेगा और दर्द दूर हो जाएगा।
3. चोट लगने पर कौनसी सिकाई करें? (Injury pain)
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अगर आपको चोट लगी है तो आपको गरम ठंडी सिकाई करनी चाहिए। हालांकि ज्यादा देर सिकाई करने से बचें, इससे टिशूज को नुकसान पहुंच सकता है। आपको 20 मिनट से ज्यादा सिकाई नहीं करनी चाहिए।
4. कमर या मोच के दर्द में कौनसी सिकाई करें? (Back pain)
कमर या मोच के दर्द में आपको गरम सिकाई करनी चाहिए। आप हीटिंग पैड में पानी भरकर सिकाई कर सकते हैं या गरम पानी में तौलिए को डालकर उसे निचोड़ लें और दर्द वाली जगह पर एप्लाई करें। हालांकि मोच का दर्द फ्रैक्चर भी हो सकता है इसलिए आपको ज्यादा दर्द हो तो खुद इलाज करने से बेहतर है डॉक्टर के पास जाकर ही इलाज करवाएं।
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5. सिर में दर्द हो तो कौनसी सिकाई करें? (Headache)
सिर में दर्द होना एक आम समस्या है पर इसका इलाज किए बिना आप काम को आगे नहीं बढ़ा सकते, जब भी आपके सिर में दर्द हो ठंडी यानी बर्फ की सिकाई करें, अगर ठंड के दिन हैं तो बर्फ की सिकाई अवॉइड करें, उस केस में आप तौलिए को नॉर्मल पानी में निचोड़कर सिर पर रख सकते हैं। ठंडी सिकाई से उस एरिया की नसें सुन्न हो जाएंगी और दर्द गायब हो जाएगा। ये ज्यादा कारगर उपाय माना जाता है।
हार्ट के मरीजों को डॉक्टर ठंडी सिकाई करने की सलाह नहीं देते हैं इसलिए कोई भी तरीका अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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