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एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस क्या है? जानें इसे कंट्रोल करने के टिप्स

What is Antibiotic Resistance: बार-बार एंटी-बायोटिक दवाओं का सेवन करने से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस का खतरा रहता है।
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एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस क्या है? जानें इसे कंट्रोल करने के टिप्स


What is Antibiotic Resistance: आज के समय में लोग जरा सा बीमार होने, सामान्य बुखार, सर्दी-जुकाम और खांसी आदि होने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए दवाओं का सेवन करने लग जाते हैं। अक्सर लोग ओवर द काउंटर दवाओं का सेवन बिना किसी एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह के करते हैं, जो शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। गले में खराश, बुखार और कमजोरी आदि होने पर भी लोग खुद से ही एंटी-बायोटिक दवाओं का सेवन करने लग जाते हैं। एंटी-बायोटिक दवाओं का बिना डॉक्टर की सलाह के सेवन करने से इसका असर भी कम होने लगता है।  इसकी वजह से आपको एंटीबायोटिक रेसिस्टेन्स (Antibiotic Resistance) की समस्या हो सकती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं आखिर एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस क्या है और इसे कैसे ठीक करना चाहिए।

एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस क्या है?- What is Antibiotic Resistance in Hindi

जरा सा बीमार पड़ने पर या बार-बार बिना डॉक्टर की सलाह के एंटी-बायोटिक दवाओं का सेवन करने से आपके शरीर का इम्यून सिस्टम इस आदत को अपना लेता है, कि बीमारी को ठीक करने के लिए उसे एंटीबायोटिक का डोज मिलेगा। जब आप बहुत ज्यादा और खुद से एंटी-बायोटिक्स का डोज तय करके इसका सेवन करने लग जाते हैं, तो शरीर में मौजूद जीवाणुओं के खिलाफ इसका असर भी कम होने लगता है। इसी स्थिति को एंटीबायोटिक रेसिस्टेन्स (Antibiotic Resistance) कहते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं कि, "आपके शरीर में दवाएं असर कम करने लगती हैं। बार-बार इसका सेवन करने से आपके शरीर में दवाएं बैक्टीरिया के खिलाफ काम कम करने लगती हैं। " यह स्थिति बहुत गंभीर मानी जाती है, जिसमें डॉक्टर को भी यह पहचानने में समय लग जाता है कि कौन सी अब आपके शरीर पर कौन सी दवा का असर होगा।

What is Antibiotic Resistance

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एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के कारण- What Causes Antibiotic Resistance in Hindi

बार-बार एंटी-बायोटिक दवाओं का सेवन करने से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो सकती है। इसकी वजह से ही एंटी-बायोटिक रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ जाता है। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के मुख्य कारण इस तरह से हैं-

  • एंटीबायोटिक दवाओं का ज्यादा सेवन
  • किसी जीवाणु की आनुवंशिक संरचना (डीएनए) बदलने पर
  • प्रतिरोधी बैक्टीरिया का संक्रमण

एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस कैसे ठीक करें?- How To Control Antibiotic Resistance in Hindi

आसान भाषा में कहें तो, एंटीबायोटिक दवाओं का बेअसर होना ही एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस है। इस स्थिति को नजरअंदाज करना काफी खतरनाक होता है। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) समेत दुनिया के कई संगठन सामने आए हैं। एंटीबायोटिक दवाओं को बेअसर होने से रोकने के लिए दवाओं का इस्तेमाल बहुत सावधानी से करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा डाइट और इम्यूनिटी का विशेष ध्यान रखने से इस परेशानी के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।

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ओवर द काउंटर दवाओं का सेवन करने से आपको कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। इसकी वजह से शरीर में एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस हो सकता है और यह आपके शरीर में ब्लड इन्फेक्शन की समस्या को ट्रिगर कर सकता है। बुखार, जुकाम, सर्दी या सामान्य इन्फेक्शन होने पर इन दवाओं का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह लेने से बचना चाहिए।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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