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ओडिशा के कोरापुट में एंथ्रेक्स से संक्रमित हुए 2 लोग, जानें इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज

स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि 14 जून को कोरापुट जिले में स्थानीय परिवार ने एक दावत का आयोजन किया था। इस दावत में मवेशी का मांस परोसा गया था। इसके बाद एंथ्रेक्स संक्रमण का मामला दर्ज किया गया।
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ओडिशा के कोरापुट में एंथ्रेक्स से संक्रमित हुए 2 लोग, जानें इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज


कोरोना, नाइल फीवर, टोमैटो फ्लू और नोरोवायरस के बाद देश में एक और संक्रमित बीमारी ने लोगों को चिंता बढ़ा दी है। ओडिशा के कोरापुट जिले में एंथ्रेक्स जैसी दुर्लभ बीमारी के 2 मामले सामने आए हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि 14 जून को कोरापुट जिले में स्थानीय परिवार ने एक दावत का आयोजन किया था। इस दावत में मवेशी का मांस परोसा गया था। मांस खाने के बाद ही 2 लोगों के एंथ्रेक्स से संक्रमित पाए गए हैं। माना जा रहा है मवेशी एंथ्रेक्स से संक्रमित थी। अतिरिक्त जिला लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी मुक्तिकांता खटुआ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "एंथ्रेक्स बीमारी से मरे मवेशियों का मांस खाने से फैलता है। हम ग्रामीणों में इस तरह के मांस का सेवन न करने के लिए जागरूकता बढ़ा रहे हैं और इस बीमारी को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं।"

ओडिशा में एंथ्रेक्स जैसी दुर्लभ बीमारी के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। एंथ्रेक्स बीमारी क्या है और इससे संक्रमित बीमारी के लक्षण क्या हैं इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए ओनलीमायहेल्थ की टीम ने दिल्ली के जनरल फिजिशयन डॉ. सुरिंदर कुमार से बात की।

क्या है एंथ्रेक्स बीमारी?- What is Anthrax Disease in hindi

डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, एंथ्रेक्स बीमारी मुख्य रूप से जंगली और पालतू जानवरों के जरिए इंसानों में फैलती है। एंथ्रेक्स संक्रमण का बैक्टीरिया मिट्टी में पाया जाता है। जब कोई पालतू और जंगली जानवर मिट्टी खाता है या इससे संपर्क बनाता है, तब यह इंसानों में फैलता है। एंथ्रेक्स से संक्रमित जानवर का मांस और दूध जब कोई इंसान खाता है, तो यह उसे भी बीमारी कर देता है। गंभीर मामलों में एंथ्रेक्स से संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। दरअसल, एक बार जब एंथ्रेक्स इंसान के शरीर में प्रवेश करता है, तो अपने बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाता है और धीरे-धीरे टॉक्सिन को रिलीज करता रहता है। जिसकी वजह से इंसान की हालत गंभीर हो जाती है और समय पर इसका इलाज न किया जाए तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

एंथ्रेक्स बीमारी के लक्षण क्या हैं?- What are the Symptoms of Anthrax Disease?-

डॉक्टर के अनुसार एंथ्रेक्स बीमारी के लक्षण संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करते हैं। एंथ्रेक्स पैदा करने वाले बैक्टीरिया के संपर्क में आने के 1 दिन से लेकर 2 महीने से ज्यादा समय के बाद इस बीमारी के लक्षण देखें जा सकते हैं। एंथ्रेक्स के  सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • खुजली वाले, छोटे छाले त्वचा पर नजर आना
  • घाव के आसपास बहुत ज्यादा सूजन
  • चेहरे, गर्दन व हाथ पर आमतौर पर दर्द रहित घाव नजर आना
  • संक्रमण के बाद स्किन पर छाले दिखाई देना
  • कंपकंपी और सीने में परेशानी होना
  • पेट और सिर में लगातार दर्द महसूस होना

शारीरिक थकान इस संक्रमण के प्रमुख लक्षण हैं।

एंथ्रेक्स बीमारी का इलाज क्या है?- Treatment of Anthrax Disease

स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, एंथ्रेक्स बीमारी का इलाज मुख्य रूप से इसके प्रकार पर निर्भर करता है। अगर किसी व्यक्ति में एंथ्रेक्स के मामूली लक्षण नजर आते हैं, तो इसे एंटीबायोटिक्स के जरिए कंट्रोल किया जाता है। वहीं, गंभीर मामलों में एंटीटॉक्सिन दवाओं के जरिए इस बीमारी का इलाज किया जाता है। अच्छी बात यह है कि इस दुर्लभ बीमारी से बचाव के लिए भारत में स्वदेशी वैक्सीन मौजूद है। एंथ्रेक्स से बचाव के लिए वैक्सीन आपको कब लगवानी चाहिए और इसकी कीमत क्या है इस विषय पर ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से बात करें।

All Image Credit: Freepik.com

With Inputs: Dr Surinder Kumar, General Physician, MBBS, New Delhi

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