Aerophagia in Hindi: आज की जीवनशैली में अधिकतर लोगों को पेट में गैस की समस्या से गुजरना पड़ता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है, जिसमें एरोफैजिया भी शामिल है। एरोफैजिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अत्यधिक मात्रा में हवा पेट के अंदर जाती है, जिससे पेट में गैस बनती है। खाना खाते समय बात करने और स्मोकिंग आदि करने से इस समस्या का खतरा ज्यादा रहता है। बहुत ज्यादा भोजन और निष्क्रिय जीवनशैली आदि के कारण भी एरोफैजिया का खतरा रहता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, एरोफैजिया के कारण और इससे बचाव के बारे में।
एरोफैजिया के कारण- What Causes Aerophagia in Hindi
बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "एरोफैजिया पेट में बहुत ज्यादा हवा भर जाने की स्थिति है। यह समस्या खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी के कारण होती है।" एरोफैजिया के कुछ मुख्य कारण इस तरह से हैं-
1. अधिक खाना खाना- अधिक मात्रा में भोजन करने से पेट में ज्यादा हवा भी जाती है, जिससे एरोफैजिया हो सकती है।
2. भोजन करते समय बात करना- कुछ लोग भोजन करते समय बातें करने की आदत बना लेते हैं, जिससे उन्हें एरोफैजिया हो सकती है।
3. भोजन चबाने की बुरी आदत- हुत तेजी से चबाने से भी व्यक्ति अधिक हवा ग्रहण कर सकता है, जिससे एरोफैजिया हो सकती है।
4. डिप्रेशन या तनाव- जब किसी को तनाव या डिप्रेशन होता है, तो एरोफैजिया जैसी समस्या का खतरा बढ़ जाता है।
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एरोफैजिया के लक्षण- Aerophagia Symptoms in Hindi
एरोफैजिया के कुछ मुख्य लक्षण इस तरह से हैं-
- खाने के बाद या बात करते समय डकार
- पेट में गैस की समस्या
- पेट में दर्द की समस्या
- जलन और एसिडिटी
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एरोफैजिया से बचाव- Aerophagia Prevention in Hindi
एरोफैजिया से बचाव के लिए इन चीजों का ध्यान रखें-
1. खाना खाते समय बातें कम करें और कम पानी पिएं।
2. भोजन को चबाकर खाएं और जल्दबाजी में खाने से बचें।
3. हेल्दी और फाइबर युक्त फूड्स का सेवन करें।
4. तनाव को नियंत्रित करें, इसके लिए ध्यानाभ्यास और प्राणायाम करें।
असंतुलित खानपान और बदलती जीवनशैली के कारण ज्यादातर भारतीय आबादी पाचन से जुड़ी गंभीर बीमारियों का शिकार हो रही है। इससे बचाव के लिए आपको तनाव और चिंता की समस्या बढ़ने पर एक्सपर्ट डॉक्टर से इलाज जरूर कराएं। इसके अलावा खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव करें, अल्कोहल के सेवन से बचें।
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