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एंग्जाइटी और तनाव कम करने के लिए फॉलो करें '3-3-3 नियम', जानें इसकी प्रक्र‍िया

3-3-3 Rule For Anxiety: क्‍या आपको भी एग्‍जाम या मीट‍िंग से पहले एंग्‍जाइटी होती है? अगर हां, तो द‍िमाग को शांत रखने का 3-3-3 न‍ियम जरूर ट्राई करें। 
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एंग्जाइटी और तनाव कम करने के लिए फॉलो करें '3-3-3 नियम', जानें इसकी प्रक्र‍िया


What Is The 3-3-3 Rule For Anxiety: दो म‍िनट के ल‍िए कल्‍पना क‍ीज‍िए की आप उस परीक्षा में बैठे हैं ज‍िसके बारे में आपने कुछ नहीं पढ़ा। इस परीक्षा को पास करना भी जरूरी है और इसे छोड़कर आया भी नहीं जा सकता। इस स्‍थ‍ित‍ि में आपको एंग्‍जाइटी महसूस होगी। इस एंग्‍जाइटी से हर द‍िन लोग न जाने क‍ितनी बार गुजरते हैं। कंपनी में काम करने वाले लोग भी मीट‍िंंग या प्रेजेंटेशन देते समय तनाव में आ जाते हैं। ऐसी कई और अनग‍िनत स्‍थ‍ित‍ियां हैं ज‍िसमें आपको तनाव या बेचैनी महसूस होती होगी। तनाव और घबराहट से व्‍यक्‍त‍ि को पसीना आने लगता है, वह हड़बड़ाने लगता है और उसके व्‍यवहार में भी बदलाव आ जाता है। ऐसी स्‍थ‍ित‍ि में आप क्‍या करते हैं? सच तो यह है क‍ि हम में से ज्‍यादातर लोगों को यह पता नहीं होता क‍ि इस स्‍थ‍ित‍ि में क्‍या करना चाह‍िए। चल‍िए आज आपको बताते हैं एंग्‍जाइटी कम करने का एक तरीका ज‍िसे 3-3-3 रूल (3-3-3 Rule For Anxiety) कहा जाता है। 3-3-3 रूल की मदद से तनाव, एंग्‍जाइटी, ड‍िप्रेशन जैसे लक्षणों को कम करने में मदद म‍िलती है। चल‍िए समझते हैं यह न‍ियम और इसके फायदे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्‍सलिंग साइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ नेहा आनंद से बात की।  

3-3-3 rule

3-3-3 रूल क्‍या है?- What Is The 3-3-3 Rule 

3-3-3 रूल एक तकनीक है ज‍िससे तनाव या बेचैनी को कम करने में असरदार माना जाता है। इस रूल में शरीर के सुनने, देखने और छूने की क्षमता का प्रयोग करके द‍िमाग को शांत क‍िया जाता है। इस न‍ियम को आप कभी भी और कहीं भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। जब भी आपको ऐसा लगे क‍ि आप एंग्‍जाइटी का श‍िकार हो रहे हैं या तनाव महसूस हो रहा है, तो इस तरीके की मदद लें।

3-3-3 रूल फॉलो करने के 3 स्‍टेप्‍स- Steps Of 3-3-3 Rule 

जब हम ज्‍यादा तनाव या बेचैनी महसूस करते हैं, तो हमें होश नहीं रहता क‍ि आस-पास क्‍या हो रहा है। लेक‍िन खुद को सामान्‍य करने के ल‍िए जरूरी है क‍ि आप अपने आस-पास हो रही गत‍िव‍िध‍ियों पर फोकस कर पाएं। इसल‍िए नीचे बताए 3 स्‍पेप्‍स के जर‍िए 3-3-3 रूल फॉलो करें-

1. तीन तरह की चीजों को देखें- See 3 Things 

आपको पहले स्‍टेप में अपने आस-पास देखना है। आस-पास रखी कोई भी 3 चीजों पर गौर करें। उन चीजों के रंग, पैटर्न और बाकी व‍िशेषताओं पर ध्‍यान दें। 

2. तीन तरह की आवाजों को पहचानें- Listen 3 Voices  

3-3-3 rule

दूसरे स्‍टेप में आपको अपने आस-पास मौजूद 3 आवाजों को सुनना है और पहचानने की कोश‍िश करना है। इससे आप सुनने की शक्‍त‍ि को एक्‍टि‍व रख पाएंगे। 3 तरह की आवाजों के फर्क को समझ लेने से एंग्‍जाइटी कम करने में मदद म‍िलेगी। 

3. तीन तरह की चीजों को टच करें- Touch 3 Things 

स्‍पर्श शक्‍त‍ि को परखें। इसके ल‍िए अपने सामने मौजूद 3 चीजों को टच करें। शरीर के 3 ह‍िस्‍सों को छूकर भी महसूस करें। इस तरह आप मांसपेश‍ियों को तनाव की स्‍थ‍ित‍ि में भी एक्‍ट‍िव‍ रख पाएंगे।  

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3-3-3 रूल के फायदे- Benefits Of 3-3-3 Rule 

इस रूल को फॉलो करने से कई फायदे म‍िलते हैं- 

  • 3-3-3 रूल की मदद से तनाव कम करने में मदद म‍िलेगी।
  • द‍िमाग को शांत करने के ल‍िए यह न‍ियम काम आएगा।
  • मुश्‍क‍िल की स्‍थ‍ित‍ि में आप खुद को संभाल पाएंगे।
  • 3-3-3 रूल को फॉलो करने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है। 
  • इस न‍ियम को आजमाने से दुख को भूलने में मदद म‍िलेगी।  
  • नकारात्मक भावनाओं से दूर रखने के ल‍िए यह न‍ियम काम आएगा।

उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें। 

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