Causes Of Mental Health Issues In Young Adults: टीनएज बच्चे और युवा वयस्कों में एंग्जायटी और तनाव जैसी स्थितियां काफी देखने को मिलती हैं। मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं में एंग्जायटी, डिप्रेशन, ओवरथिंकिंग, बहुत गुस्सा आना और घबराहट महसूस होना आदि शामिल हैं।जो उनके संपूर्ण स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करती हैं। बच्चों को मानसिक स्थितियों से जूझता देख पेरेंट्स भी काफी परेशान रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है, आखिर कम उम्र के लोगों या युवा वयस्कों की खराब मेंटल हेल्थ के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? आपको बता दें कि हमारे खानपान से लेकर जीवनशैली की कुछ खराब आदतों तक, बच्चों की मेंटल हेल्थ को प्रभावित करने के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अल्का विजयन (BAMS Ayurveda And Thyroid Specialist) ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में युवा वयस्कों की खराब मेंटल के लिए जिम्मेदार कुछ आम कारण बताए हैं। साथ ही, मानसिक स्थिति में सुधार के उपाय भी शेयर किये हैं। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं....
युवा वयस्कों में खराब मेंटल हेल्थ के कारण- Causes Of Mental Health Issues In Young Adults
1. स्कूल-कॉलेज में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और करियर की टेंशन
2. क्रैश डाइट आंत में गुल्म का कारण बनती है। निराधार उपवास, ठंडा सलाद, कोल्ड ड्रिंक्स, शून्य कैलोरी वाला नाश्ता आदि, सभी क्रैश डाइट का हिस्सा हैं।
3. देर से सोने और देर से उठने की आदत हमारे सर्कैडिन रिदम को प्रभावित करती है।
4. माता-पिता द्वारा भोजन और डाइट में खराब फूड्स का चुनाव
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युवा वयस्कों की मेंटल हेल्थ सुधार करने के उपाय- Tips To Improve Mental Health In Young Adults
बच्चों से बात
बिना किसी आलोचना के, उनके हाथ पकड़ें, मुमकिन हो तो उन्हें गले लगाएं। इस तरह आप उसे सहज महसूस करा सकते हैं, क्योंकि गले लगाने से अक्सर शांति और आराम की भावना पैदा होती है। ऐसा ऑक्सीटोसिन के कारण होता है, जिसे कभी-कभी "आलिंगन हार्मोन" भी कहा जाता है।
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बच्चों की डाइट में गाय का घी शामिल करें
अधिक A2 गाय का घी और दूध उनकी डाइट का हिस्सा बनाएं। उन्हें अधिक फाइबर या सब्जियों की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उनके पेट को नरम करने के लिए आहार में अधिक फैट मोलेक्युल्स शामिल करने की आवश्यकता होती है, इससे आंत-मस्तिष्क के बीच कनेक्शन के माध्यम से मस्तिष्क को पोषण मिलता है।
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जंक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन सीमित करें
जंक और प्रोसेस्ड फूड्स जैसे सॉसेज, सलामी, अनाज, पैकेज्ड फूड्स, बिस्कुट, केक, बर्गर, पिज्जा आदि का सेवन बच्चों को कम से कम करने दें।
योग का अभ्यास कराएं
इससे आपके बच्चे को जमीन से जुड़े रहने और मजबूत बनने में मदद मिलेगी। वह अपने बारे में बेहतर समझ विकसित कर पाएगा। स्वयं के बारे में समझ की कमी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का प्राथमिक कारण है, साथ ही खराब गेट हेल्थ भी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करती है।
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