सर्दियों के मौसम नजाने क्यों अक्सर लोगों को आंखों पर फुंसी (pimples on eyelids)हो जाती है। खास कर सर्दियों के अंत में, जब मौसम बदलने लगता है। आम भाषा में आंखों की फुंसी को गुहेरी कहा जाता है। इसमें अक्सर लोगों की पलकों पर बाहर की तरह उभरता हुआ सा दाना निकल आता है। कई बार इसमें गांठ बन जाता है। ये फुंसी काफी दर्दनाक होती है और जल्दी ठीक नहीं होती। ऐसे में लोग अक्सर ये जानने के लिए परेशान रहते हैं कि आखिरकार आंखो पर फुंसी क्यों होती है, इससे बचने का उपाय क्या है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है। इस बारे में विस्तार से जानने और समझने के लिए हमने डर्मेटोलॉजिस्ट और सौंदर्य चिकित्सा चिकित्सक डॉ. अजय राणा से बात की, जो कि ILAMED के संस्थापक और निदेशक भी हैं।
पलकों पर क्यों निकल आती है फुंसी-what causes eyelids pimples?
डॉ. अजय राणा बताते हैं कि आंखों पर फुंसी होने के कई आम और गंभीर कारण हैं। सबसे आम कारणों की बात करें, तो इसमें पलकों के किनारों पर बैक्टीरिया या तेल ग्रंथि के जमा हो जाने से दाना निकल आता है। इसके अलावा इसके कई और कारण भी हैं, जैसे कि
1. पलकों की तेल ग्रंथि में बैक्टीरिया के द्वारा रुकावट पैदा होने के कारण ये दाने निकल आते हैं। इस दौरान होता ये है कि बैक्टीरिया आपके तेल ग्रंथियों में प्रवेश करते हैं और वहीं फंस जाते हैं, जिसके कारण पलकों में सूजन आ जाती है, जिसे हम आंखों पर ये फुंसी जैसी नजर आती है।
2.इसके अलावा आंखों पर फुंसी तब भी होती है, जब किसी को ब्लेफेराइटिस (Blepharitis) होती है। इसके कारण पिंपल्स निकल आते हैं और इसके कारण पलकें बढ़ जाती हैं। इस दौरान पलकों पर सूजन हो जाती है।
3.इसके अलावा अगर किसी को आंखों पर रोसैया (rosacea) हो जाए, यानी कि गंभीर लाल पिंपल्स हो जाए, तब भी ये परेशानी होती है। दरअसल, ये एक त्वचा से जुड़ी स्थिति है, जो लाल और दर्दनाक फुंसी का कारण बनती है।
4.एक अन्य प्रकार की पलकों पर होने वाली फुंसी को श्लैज़ियन (chalazion) कहा जाता है। इसमें आपके पलक का एक छोटा हिस्सा दिखाई देता है जिसे मेइबोमियन ग्रंथि कहा जाता है, ये बंद हो जाता है, जिससे पलकों पर फुंसी निकल आती है।
5.ज़ेंथेलमा (Xanthelasma) के कारण भी आंखो पर फुंसी हो जाती है। ये तब होता है जब हमारी त्वचा की सतह के ठीक नीचे फैट का संग्रह होता है। ये एक अंतर्निहित स्थिति होती है जो उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण होती है। ये परेशानी डायबिटीज के मरीजों को अधिक होती है।
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आंखों की फुंसी के लक्षण
- -शुरुआत में पहलों का लाल हो जाना।
- -आंखों पर सूखा पन महसूस होना और धीमे-धीमे सूजन का बढ़ना।
- -फुंसी का धीमे-धीमे बड़ा होना
- -आंख में दर्द रहना।
- -आंखों में पानी भरा रहना।
- -अचानक के आंखों पर लाइट पड़ने से दर्द होना।
- -आंखों पर दबाव और खुजली होना।
- -पलक झपकाने में दर्द महसूस करना।
- -पलकों में तेज जलन और दर्द होना।
आंखों की फुंसी या गुहेरी का इलाज -How to treat eyelids pimples
1. आंखों की फुंसी को ठीक करने के लिए गर्म सिकाई करना इसे कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसलिए इस पर एक गर्म सेक का उपयोग करें। सिकाई की गर्माहट से मवाद को सतह पर लाने में मदद करती है और गांठ घुल जाती है और मासूम हो जाती है, जिससे ये अपने आप फट कर ठीक हो सकता है।
2.अपने पलक को हल्के साबुन और पानी से साफ करें। कठोर, सिंथेटिक के उपयोग से बचें
3.आंखों की सफाई के लिए कठोर केमिकल्स का उपयोग न करें। ऐसी सामग्री का उपयोग करें जो कि हाइपोएलर्जेनिक हो।
4. हमेशा एक सॉफ्ट बेबी शैंपू का उपयोग करें। इसे थोड़ा गर्म पानी के साथ मिलाएं और कोटन से धीमे-धीमे अपने आंखों की सफाई करें।
5. सिकाई के लिए एक गर्म कपड़ा का उपयोग करने के बजाय, एक गर्म टी बैग का उपयोग करें। ब्लैक टी इसके लिए बहुत फायदेमंद है। ये सबसे अच्छा है क्योंकि यह सूजन को कम करने में मदद करता है और इसमें कुछ जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं।
6.इबुप्रोफेन या जैसे ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दर्द की दवा लें।
7.पिंपल्स से राहत पाने के लिए त्वचा विशेषज्ञ के परामर्श के बाद एसिटामिनोफेन का इस्तेमाल करें।
8.एंटीबायोटिक लोशन का उपयोग करें। हल्के पिंपल्स को ठीक करने के लिए डॉक्टर के बताए एंटीबायोटिक क्रीम का इस्तेमाल करें।
9.दिन में कई बार अपनी आंख पर गर्म और नम कपड़ा रखें।
10.मेकअप और कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से बचें। मेकअप आंख को भी इरिटेट कर सकता है और उपचार प्रक्रिया में बहुत देरी कर सकता है। साथ ही सूजन वाली जगह पर धीरे से मसाज करें ताकि गुहेरी ग्रंथि निकल जाए।
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आंखों की फुंसी होने पर क्या न करें?
आंखों की फुंसी होने पर अक्सर लोग इसे खुद ही ठीक करने की कोशिश करते हैं, जिसमें कि नासमझी में आपके आंखों को चोट पहुंच सकती है। साथ ही आपको अपने हाथों से बार-बार इसे छुना नहीं चाहिए। इस दौरान कॉस्मेटिक चीजों के इस्तेमाल से बचें और कोशिश करें कि कोई ऐसा काम न करें, जिससे कि आंखों को चोट पहुंचे।
आंखों की फुंसी या गुहेरी होने के बाद आपको खुद ही डॉक्टर बनने से बचना चाहिए। अगर आपके आंखों में बहुत दर्द है और सूजन बढ़ती जा रही है, तो आपको डॉक्टर से इसे दिखवाना चाहिए। साथ ही अगर ये कई दिनों तक रह गया है और ठीक नहीं हो रहा है, तब भी आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। अगर आपकी आंखों की रोशनी की समस्या बढ़ रही है या आपकी आंख अधिक लाल हो जाती है, तो ऐसे में बैक्टीरिया बढ़ सकता है, जिससे बचाव के लिए आपको डॉक्टर से मदद लेनी होगी।
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