Excess Eye Discharge In The Morning: आंखों से जुड़ी समस्याएं काफी गंभीर होती हैं। इन्हें नजरअंदाज करना भी नुकसानदायक हो सकता है। आंखें शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं और इनकी विशेष देखभाल करनी चाहिए। देखभाल की कमी के कारण भी आंखों से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सुबह सोकर उठने पर आंखों से कीचड़ या चिपचिपा पदार्थ निकलना एक आम समस्या है। यह स्थिति ज्यादातर लोगों को होती है। लेकिन सुबह सोकर उठने पर बहुत ज्यादा डिस्चार्ज या कीचड़ निकलना सामान्य नहीं है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं इसके कारण और बचाव।
आंखों से डिस्चार्ज क्यों होता है?
आपकी आंखें लगातार बलगम जैसा तरल पदार्थ बनाती हैं जिसे म्यूकस (mucus) कहते हैं। यह म्यूकस धूल, मलबे और अन्य बाहरी तत्वों को आपकी आंखों से बाहर निकालने में मदद करता है। दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ उमा मल्लया (Dr. Uma Mallaiah) ने बताया कि रात में, जब आप सोते हैं, तो आपकी आंखें कम झपकती हैं, जिससे यह म्यूकस जम जाता है और सूख जाता है। यही कारण है कि आप सुबह उठते ही अपनी पलकों पर चिपचिपा पदार्थ महसूस करते हैं।
इसके अलावा आंखों से सुबह के समय ज्यादा डिस्चार्ज निकलने के कारण ये हो सकते हैं-
- एलर्जी
- सूखी आंखें
- पलकों की सूजन
- कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आई
- धूल या धुएं के संपर्क में आना
- हार्मोनल बदलाव
- कुछ दवाओं का सेवन
- रुमेटाइड गठिया या थायराइड
आंखों से होने वाले डिस्चार्ज के प्रकार
आंखों से होने वाले डिस्चार्ज का रंग और मात्रा यह संकेत दे सकती है कि यह समस्या किन कारणों से हो रही है-
स्पष्ट या सफेद डिस्चार्ज: यह सबसे आम प्रकार का डिस्चार्ज है और आमतौर पर चिंता का विषय नहीं होता है। यह सूखी आंखों या थोड़ी सी आंखों की जलन के कारण हो सकता है।
पीला या हरा डिस्चार्ज: यह आमतौर पर किसी जीवाणु या वायरल संक्रमण का संकेत हो सकता है, जिसे कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) या गुलाबी आंख के रूप में जाना जाता है।
खूनी डिस्चार्ज: यह एक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है, जैसे कि कॉर्नियल अल्सर (corneal ulcer) या आंखों में चोट।
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आंखों से ज्यादा डिस्चार्ज होने के कारण
- सूखी आंखें: शुष्क वातावरण, कंप्यूटर स्क्रीन का अधिक उपयोग, और कुछ दवाएं आंखों को सूखा सकती हैं, जिससे अधिक मात्रा में डिस्चार्ज हो सकता है।
- एलर्जी: धूल, पराग, या पालतू जानवरों की रूसी जैसी एलर्जी भी अतिरिक्त डिस्चार्ज का कारण बन सकती हैं। आपकी आंखें खुजली और लाल भी हो सकती हैं।
- आंखों का संक्रमण: जीवाणु या वायरल संक्रमण आमतौर पर पीले या हरे रंग का गाढ़ा डिस्चार्ज पैदा करते हैं। आपकी आंखें लाल, सूजी हुई और खुजलीदार भी हो सकती हैं।
- ब्लेफेरिटिस (Blepharitis): यह स्थिति पलकों के किनारों पर सूजन का कारण बनती है, जिससे डिस्चार्ज, लालिमा और खुजली हो सकती है।
बचाव के उपाय
सोने से पहले कॉन्टेक्ट लेंस निकालें: कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से रात में आपकी आंखों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, जिससे सूखापन और डिस्चार्ज हो सकता है।
सोने से पहले आई मेकअप हटाएं: मेकअप आपकी आंखों के रोमछिद्रों को बंद कर सकता है और डिस्चार्ज को जमा कर सकता है। सोने से पहले हमेशा कोमल मेकअप रिमूवर से अपना मेकअप हटाएं।
हवा में नमी बनाए रखें: शुष्क हवा आपकी आंखों को सुखा सकती है। रात में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से हवा में नमी बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
आंखों को बार-बार छूने से बचें: बार-बार आंखों को छूने से बैक्टीरिया आंखों में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे संक्रमण और डिस्चार्ज हो सकता है।
पर्याप्त नींद लें: थकान और नींद की कमी भी आंखों के सूखेपन और डिस्चार्ज का कारण बन सकती है। वयस्कों को हर रात 7-8 घंटे की नींद लेने का लक्ष्य रखना चाहिए।
इसके अलावा अगर आंखों से लगातार डिस्चार्ज हो रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। डिस्चार्ज के साथ अगर डिस्चार्ज का रंग पीला, हरा या खूनी है। आपकी आंखें लाल, सूजी हुई या खुजलीदार हैं।आपको आंखों में दर्द हो रहा है। आपकी दृष्टि धुंधली है, तो इन स्थितियों को नजरअंदाज करने से बचें।
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