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मिसकैरेज बाद शरीर में दिखें ये 5 लक्षण तो समझ जाए अधूरा है गर्भपात

मिसकैरेज किसी भी महिला के लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर काफी मुश्किल समय होता है। ऐसे में अगर गर्भपात अधूरा रह जाए तो महिला को कई तरह की स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं अधूरे गर्भपात के लक्षण क्या है? 
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मिसकैरेज बाद शरीर में दिखें ये 5 लक्षण तो समझ जाए अधूरा है गर्भपात


Symptoms Of Incomplete Abortion in Hindi: गर्भपात यानी मिसकैरेज एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाओं का गर्भ ठहरने के बाद भ्रूण का विकास रुक जाता है और प्रेग्नेंसी अपने आप खत्म हो जाती है। यह आमतौर पर प्रेग्नेंसी के पहले 20 हफ्तों में हो सकता है। आमतौर पर मिसकैरेज होने के बाद महिला का गर्भाशय अपने आप साफ हो जाता है। लेकिन कई बार गर्भपात पूरी तरह से नहीं होता है और गर्भाशय में भ्रूण के कुछ हिस्से या गर्भनाल रह जाते हैं। इस स्थिति में इसे अधूरा गर्भपात माना जाता है। अधूरा गर्भपात किसी भी महिला के लिए शारीरिक और मानसिक तौर पर मुश्किल समय हो सकता है। इसलिए, समय पर इस स्थिति को पहचानना और इसका इलाज करवाना जरूरी है, ताकि भविष्य में स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्या का सामना न करना पड़े। ऐसे में आइए दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिका: एवरी वुमन मैटर क्लीनिक की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन (Dr. (Col.) Gunjan Malhotra Sareen, Senior Consultant, Obstetrics and Gynecologist, Gynecology: Every Woman Matters Clinic, located in Anand Niketan, Delhi) से जानते हैं कि अधूरे गर्भपात के क्या लक्षण होते हैं?

अधूरे गर्भपात के लक्षण - Symptoms Of Incomplete Abortion in Hindi

मिसकैरेज होने के बाद भी अगर शरीर में नजर आने वाले कुछ लक्षण अधूरे गर्भपात का संकेत होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है- 

1. योनि से ज्यादा ब्लीडिंग होना - Heavy Vaginal Bleeding

अधूरे गर्भपात का सबसे बड़ा लक्षण योनि से ज्यादा, अनियमित या लंबे समय तक ब्लीडिंग होना है। यह नॉर्मल पीरियड से ज्यादा मात्रा में हो सकता है और कभी-कभी इसमें ब्लड के थक्के (blood clots) भी आ सकते हैं। यह ब्लीडिंग लाल, गाढ़ा या कभी-कभी भूरे रंग का भी हो सकता है। अगर आपका मिसकैरेज हो चुका हो लेकिन गर्भाशय में कुछ टिशू बच जाए तो यह ब्लीडिंग की समस्या कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक जारी रह सकती है। लेकिन, अगर आपको ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो रही है या खून के थक्कों के साथ हो रही है तो आप तुरंत डॉक्टर से कसंल्ट करें।

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2. पेट के निचले हिस्से में दर्द - Abdominal Pain

गर्भपात के दौरान या उसके बाद पेट के निचले हिस्से में ऐंठन जैसे दर्द या मरोड़ महसूस हो सकती है। यह दर्द आमतौर पर गर्भाशय की सिकुड़न (uterine contractions) के कारण होता है, जो गर्भाशय में बचे हुए भ्रूण के टिशू को बाहर निकालने की कोशिश करता है। यह दर्द कभी-कभी एक तरफा हो सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह दोनों ओर या निचले पेट में लगातार बना रहता है। बता दें कि कुछ महिलाओं को ये दर्द पीरियड्स के दर्द से ज्यादा तेज महसूस हो सकता है।

3. बुखार - Fever

मिसकैरेज के बाद अगर गर्भाशय में कुछ टिशू बच जाते हैं, तो वे इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। ऐसे में शरीर इसका संकेत बुखार के रूप में दे सकता है। अगर बुखार 100.4°F से ज्यादा हो और 24 घंटे से ज्यादा देर तक रहता है तो यह शरीर में इंफेक्शन होने का संकेत हो सकता है। कभी-कभी बुखार के साथ महिला को कंपकंपी, सिरदर्द और थकान भी महसूस हो सकती है।

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4. बदबूदार वजाइनल डिस्चार्ज - Foul-Smelling Vaginal Discharge

गर्भपात के बाद अगर योनि से निकलने वाला डिस्चार्ज बदबूदार, पीला, हरा या भूरे रंग का हो, तो यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। सामान्य रूप से मिसकैरेज के बाद कुछ दिनों तक हल्का डिस्चार्ज हो सकता है, लेकिन अगर उसमें बदबू आने लगे या रंग बदल जाए, तो ये अधूरे गर्भपात का संकेत हो सकता है। यह समस्या आमतौर पर गर्भाशय में बचे हुए टिशू के सड़ने के कारण होता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

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5. गर्भाशय क्षेत्र में दर्द - Pain or Tenderness in the Uterine Area

अगर मिसकैरेज के बाद महिला के पेट के निचले हिस्से को दबाने पर दर्द महसूस हो या उस हिस्से में सूजन या गर्म लगे तो यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। गर्भाशय में दर्द और सेंसिटिविटी का मतलब पेट में सूजन या इंफेक्शन से होता है। यह लक्षण अन्य लक्षणों जैसे बुखार, बदबूदार डिस्चार्ज और ज्यादा दर्द के साथ भी हो सकता है। इस स्थिति में देर करने से इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है, जो आपकी फर्टिलिटी को भी प्रभावित कर सकता है।

निष्कर्ष

अधूरा गर्भपात एक ऐसी स्थिति है, जिसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये न सिर्फ आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है, बल्कि भविष्य में मां बनने की संभावना को भी कम कर सकता है। इसलिए, अगर मिसकैरेज के बाद आपको शरीर में इस तरह के लक्षण नजर आए तो बिना देर किए आप अपने डॉक्टर से मिले और सही इलाज लेने की कोशिश करें।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • अधूरा गर्भपात हो तो क्या करें?

    अधूरा गर्भपात होने पर तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें प्रेग्नेंसी के टिशू गर्भाशय से पूरी तरह नहीं निकलते हैं और इससे इंफेक्शन, ज्यादा ब्लीडिंग और स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याएं बढ़ सककती है।
  • गर्भपात के बाद अपना ध्यान कैसे रखें?

    मिसकैरेज के बाद, शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसलिए, आपको पर्याप्त आराम करना चाहिए, हेल्दी डाइट लेना चाहिए और इंफेक्शन से बचने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।
  • गर्भपात के बाद कितना बेड रेस्ट चाहिए?

    मिसकैरेज के बाद महिलाओं को कम से कम 1 या 2 दिन पूरी तरह बेड रेस्ट करना चाहिए। इसके बाद, धीरे-धीरे अपनी सामान्य गतिविधियां शुरू करनी चाहिए।

 

 

 

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