आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित दिनचर्या, खराब खानपान और लगातार बढ़ता वर्क स्ट्रेस हमारे शरीर पर गहरा असर डाल रहा है। खासतौर पर पाचन तंत्र पर इसका सीधा प्रभाव देखा जा रहा है। फास्ट फूड, तली-भुनी चीजें, अनहेल्दी स्नैक्स, देर रात तक जागना और शरीर की फिजिकल एक्टिविटी की कमी, ये सभी आदतें हमारे पेट की सेहत को नुकसान पहुंचा रही हैं। यही कारण है कि आज अधिकतर लोग पेट फूलना (ब्लोटिंग), गैस बनना, पेट दर्द और भारीपन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की समस्या अक्सर जब पेट में गैस जरूरत से ज्यादा बन जाती है या वह बाहर नहीं निकल पाती तो होती है। इससे पेट में भारीपन, दबाव और असहजता का अनुभव होता है। कभी-कभी यह स्थिति दर्दनाक भी हो जाती है। इस लेख में धर्मशिला नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, दिल्ली के सीनियर कंसल्टेंट एमबीबीएस, एमडी (मेडिसिन), डीएम (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी), डॉ. महेश गुप्ता (Dr. Mahesh Gupta, Senior Consultant, MBBS, MD (Medicine), DM (Gastroenterology), Dharamshila Narayana Superspeciality Hospital, Delhi) से जानिए, गैस और ब्लोटिंग में डॉक्टर को कब दिखाएं।
गैस और ब्लोटिंग में डॉक्टर को कब दिखाएं? - When To See Doctor For Bloating Gas And Pain
डॉ. महेश गुप्ता बताते हैं कि खराब खानपान और लाइफस्टाइल के कारण अक्सर लोगों को पेट से जुड़ी समस्याएं बनी रहती हैं। लेकिन अगर व्यक्ति को पेट में लगातार दर्द या सूजन बनी रही और सामान्य उपायों से ठीक न हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा बिना किसी कारण के अचानक वजन कम होना, पेट में गांठ या सूजन महसूस होना, मल में खून आना या काले रंग का कम होना, भूख की कमी या निगलने में कठिनाई होना और तेज और असहनीय दर्द होने की स्थितियों में डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए।
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पेट फूलने, गैस और दर्द के सामान्य कारण - What Is The Cause Of Stomach Problems
पेट फूलना और गैस बनना आमतौर पर पाचन तंत्र में गैस के अधिक बनने या उसे बाहर न निकलने के कारण होता है।
- दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स में लैक्टोज होता है और ऐसे में अगर किसी व्यक्ति का शरीर लैक्टोज को ठीक से पचा नहीं पाता तो पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- ब्रोकोली, फूलगोभी जैसी चीजों के सेवन से भी कई लोगों को गैस की समस्या हो जाती है।
- कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का सेवन भी पेट की समस्याओं का कारण बनता है। जैसे सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
- तनाव और चिंता पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं।
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पेट की समस्याओं से बचाव के तरीके - Ways To Prevent Stomach Problems
1. डाइट में बदलाव
- फाइबर युक्त फूड्स का सेवन बढ़ाएं, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज को ज्यादा से ज्यादा डाइट में शामिल करें।
- ब्रोकोली, फूलगोभी, प्याज जैसी चीजों का सेवन कम से कम करें, ऐसा इसलिए, क्योंकि इनके कारण पेट में गैस की समस्या हो सकती है।
- अगर आप लैक्टोज इनटॉलरेंट हैं तो दूध और इससे बनी चीजों से परहेज करें।
- छोटे और बार-बार भोजन करें और एक बार में हैवी भोजन से बचें।
- खाने के दौरान धीरे-धीरे और चबाकर खाएं, ताकि हवा निगलने से बचें।
2. लाइफस्टाइल में सुधार
- फिजिकली एक्टिव रहें और रोजाना एक्सरसाइज के लिए कुछ समय जरूर निकालें।
- तनाव कम करने के ध्यान या प्राणायाम का सहारा लें।
- दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं ताकि पाचन क्रिया सुचारू रहे।
- कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और च्युइंग गम से बचें जो गैस का कारण बन सकते हैं।
निष्कर्ष
पेट फूलना, गैस और दर्द सामान्य समस्याएं हैं, लेकिन यदि ये लक्षण बार-बार होते हैं या गंभीर हो जाते हैं, तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकते हैं। सही डाइट, लाइफस्टाइल में सुधार और चिकित्सीय उपचार से इन समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है। यदि घरेलू उपायों से राहत नहीं मिलती है, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।
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FAQ
पेट की बीमारी के क्या लक्षण होते हैं?
पेट की बीमारी के कई लक्षण हो सकते हैं, जो व्यक्ति की स्थिति और बीमारी पर निर्भर करते हैं। आम लक्षणों में पेट दर्द, गैस, अपच, उल्टी, मतली, भूख न लगना, ब्लोटिंग, दस्त या कब्ज, बार-बार डकार आना और मल में खून आना शामिल हैं। कुछ मामलों में व्यक्ति को तेज बुखार, थकान, कमजोरी या वजन कम होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें या गंभीर हों, तो यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकते हैं।पेट की बीमारी कैसे पता करें?
पेट की बीमारी का पता लगाने के लिए सबसे पहले लक्षणों को देखना होता है। यदि पेट दर्द, गैस, उल्टी, भूख न लगना, दस्त, कब्ज, या मल में खून जैसे लक्षण लगातार बने रहें, तो यह संकेत हो सकता है कि कोई गंभीर समस्या है। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर शारीरिक जांच, खून की जांच, अल्ट्रासाउंड, एंडोस्कोपी या सीटी स्कैन जैसे टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं।पेट में इंफेक्शन होने से क्या-क्या दिक्कत होती है?
पेट में इंफेक्शन होने पर कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। सबसे आम समस्या दस्त (डायरिया) होती है, जिसमें बार-बार पतला मल आना शामिल है। इसके साथ पेट दर्द, ऐंठन, उल्टी, मतली, बुखार, ठंड लगना और शरीर में कमजोरी महसूस हो सकती है। कुछ मामलों में इंफेक्शन से डिहाइड्रेशन हो जाती है, जो बच्चों और बुजुर्गों में खतरनाक हो सकती है। यदि इंफेक्शन गंभीर हो, तो मल में खून, तेज बुखार और लगातार उल्टी जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।