चिंता और घबरा‍हट संबंधी दवाएं हो सकती हैं हानिकारक, विशेषज्ञ की लें सलाह

असल में मरीज को यह विश्वास होने लगता है कि वह बिना दवाई के तनाव और दुष्चिंता विकार से बाहर नहीं आ पाता। नतीजतन न जरूरी होने पर भी वह दवाओं का सहारा ही लेता है।एंग्जाटी से बचने हेतु जो मरीज इसकी दवाओं पर निर्भर हो जाते हैं, देखने में आया है कि उनकी याद्दाश्त काफी कमजोर हो जाती है। 
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चिंता और घबरा‍हट संबंधी दवाएं हो सकती हैं हानिकारक, विशेषज्ञ की लें सलाह


एंग्जाइटी मेडिकेशन का सबसे बड़ा और बुरा प्रभाव यह है कि मरीज मनोवैज्ञानिक रूप से दवाओं पर निर्भर हो जाता है। असल में मरीज को यह विश्वास होने लगता है कि वह बिना दवाई के तनाव और दुष्चिंता विकार से बाहर नहीं आ पाता। नतीजतन न जरूरी होने पर भी वह दवाओं का सहारा ही लेता है।एंग्जाटी से बचने हेतु जो मरीज इसकी दवाओं पर निर्भर हो जाते हैं, देखने में आया है कि उनकी याद्दाश्त काफी कमजोर हो जाती है। याद करने में परेशानी आती है। इतना ही नहीं पुरानी बातें भी ज्यादा याद नहीं रहती।

 

तनाव में वृद्धि 

एक बार जो मरीज एंग्जाइटी मेडिकेशन पर निर्भर होने लगता है, उसमें तनाव की कमी की बजाय वृद्धि देखने को मिलती है। दरअसल एंग्जाइटी से बचने हेतु सही समय पर दवाई न मिलने से मरीज तनाव से घिर जाता है। यहां तक देखा गया है कि दवा की कमी के चलते मरीज में तनाव का स्तर बहुत बढ़ जाता है।एंग्जाइटी की दवाओं के कारण मरीज सेक्स के दौरान आत्मविश्वास नहीं बना पाता। अतः एंग्जाइटी के मरीज सेक्स से दूर रहना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं सेक्स करने की चाह रखने के बावजूद वह अपने पार्टनर से आग्रह करने तक से डरते हैं।

रक्तचाप में कमी और सिरदर्द की समस्या

एंग्जाइटी मेडिकेशन लेने वाले मरीज में रक्तचाप भी कम होने की शिकायत देखी गई है। यही कारण है कि विशेषज्ञ सहजता से तनाव या एंग्जाइटी के मरीजों को दवा नहीं देते।  अवसादग्रस्त मरीज जो दवाओं पर निर्भर हो जाते हैं, वे अकसर सिर दर्द की शिकायत करते नजर आते हैं। दरअसल दवाओं का असर इतना गहरा होता है कि वे इस पर निर्भर हो जाते हैं। परिणामस्वरूप वे अकसर सिरदर्द की शिकायत करते नजर आते हैं।

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वजन बढ़ना-घटना

एंग्जाइटी हेतु दवाओं पर निर्भर मरीज में यकायक वजन बढ़ने या फिर वजन घटने की शिकायत भी देखने को मिली है। असल में एंग्जाइटी हेतु दवा मरीज को किस स्तर पर प्रभावित करेगी, यह कहना संभव नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक वजन बढ़ना और घटना, इन्हीं दुष्परिणामों में शुमार है।

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हृदय सम्बंधी बीमारी

एंग्जाइटी के मरीज जो दवाओं पर निर्भर हैं, उनमें हृदय सम्बंधी बीमारी भी बढ़ने आशंका होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक किस मरीज पर एंग्जाइटी के इलाज हेतु इस्तेमाल हो रही दवा किस प्रकार प्रभावित करेगी, यह कहना संभव नहीं है। इसके इस्तेमाल के बाद ही इसके दुष्प्रभाव देखने में मिलते हैं। हृदय सम्बंधी बीमारी इन्हीं में से एक है।

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