Can Breast Cancer Come Back After Treatment In Hindi: ब्रेस्ट कैंसर एक घातक बीमारी है। इसकी चपेट में कोई भी आ सकता है। इसलिए, हर लड़की को कहा जाता है कि वे समय-समय पर अपने ब्रेस्ट कैंसर की जांच करवाती रहें ताकि समय रहते उन्हें इस बीमारी का पता चल सके। इससे बीमारी के फैलने और सही ट्रीटमेंट का पता चल जाता है। बहरहाल, ब्रेस्ट कैंसर का शुरुआती दिनों में पता चल जाए, तो अक्सर इसका ट्रीटमेंट सफल हो जाता है। लेकिन कई बार ऐसा सुनने में आता है कि ब्रेस्ट कैंसर से रिकवरी के बाद मरीज को दोबारा कैंसर (Kya Breast Cancer Dobara Hota Hai) हो गया है। सवाल है क्या वाकई ऐसा होता है? इस बारे में हमने Positron Superspeciality and Cancer Hospital, Rohtak में Sr. Medical Oncologist और फरीदाबाद स्थित Cancer Care Clinic में Medical Oncologist डॉ. मनीष शर्मा से बातचीत की।
क्या एक बार इलाज करवाने के बाद ब्रेस्ट कैंसर दोबारा हो सकता है?- Can Breast Cancer Come Back After Treatment In Hindi
ब्रेस्ट कैंसर का मतलब है कि ब्रेस्ट में सेल्स का असामान्य ग्रोथ होना, ब्रेस्ट में गांठ का बन जाना। ब्रेस्ट कैंसर होने की वजह से ब्रेस्ट का आकार बदल जाता है। इसका नेगेटिव असर निप्पल पर भी पड़ता है। ब्रेस्ट कैंसर अगर गंभीर चरण तक पहुंच जाता है, तो अक्सर इसकी रिकवरी के लिए सर्जरी की जाती है। सर्जरी की मदद से ब्रेस्ट को रिमूव कर दिया जात है। बहरहाल, जहां तक इस सवाल की बात है कि क्या वाकई ब्रेस्ट कैंसर ठीक होने के बाद दोबारा हो सकता है? इस संबंध में डॉक्टर का कहना है कि कई महिलाआें को ट्रीटमेंट के बाद किसी तरह की परेशानी नहीं होती है और वे हेल्दी जिंदगी जी रही होती है। लेकिन, कुछ मामलों में यह भी देखने को मिलता है कि ट्रीटमेंट के कुछ समय बाद ब्रेस्ट कैंसर फिर से हो जाता है। इस तरह के कैंसर को हम रिकरेंट ब्रेस्ट कैंसर के नाम से जानते हैं। हालांकि, किसी भी महिला के लिए यह शॉकिंग हो सकता है। लेकिन, मरीज को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि कैंसर के लौटने की रिस्क हमेशा रहता है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो कैंसर, प्रभावित ब्रेस्ट में भी हो सकता है या जो हेल्दी ब्रेस्ट है, उसको भी इफेक्ट कर सकता है। यही नहीं, ब्रेस्ट के आसपास के हिस्सों में भी कैंसर सेल्स ग्रो कर सकते हैं। कुल मिलाकर, कहने का मतलब यही है कि कैंसर ट्रीटमेंट के बाद दोबारा हो सकता है। इसलिए, इसे लेकर लापरवाही नहीं करनी चाहिए। कैंसर ट्रीटमेंट के बाद भी समय-समय पर जांच करवाते रहना चाहिए।
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रिकरेंट ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण- Symptoms Of Recurrent Breast Cancer In Hindi
- स्तन में गांठ या निशान बनना
- ब्रेस्ट साइज में परिवर्तन होना
- कॉलरबोन, गर्दन और ब्रेस्टबोन के ऊपर और नीचे लिम्फ नोड्स में सूजन आना
- निप्पल के आकार या पोज़िशन में बदलाव
- ब्रेस्ट के आसपास की स्किन में रेडनेस छा जाना
रिकरेंट ब्रेस्ट कैंसर की जांच- Tests To Check Recurrent Breast Cancer In Hindi
कैंसर दोबारा हो रहा है, यह जानने के लिए कुछ जांच करवाने आवश्यक होते हैं, जैसे-
- मैमोग्राम
- अल्ट्रासाउंड स्कैन
- टिश्यू सैंपल लेना यानी बायोप्सी करवाना
रिकरेंट ब्रेस्ट कैंसर का ट्रीटमेंट- Treatment Of Recurrent Breast Cancer In Hindi
बार-बार होने वाले स्तन कैंसर का ट्रीटमेंट कई कारकों पर निर्भर करता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि कैंसर किस स्टेज से वापिस आ रहा है। बहरहाल, रिकरेंट ब्रेस्ट कैंसर के ट्रीटमेंट में कुछ तरीके अपनाए जा सकते हैं, जैसे-
- सर्जरी
- रेडियोथेरेपी
- कीमोथेरेपी
- हार्मोन थेरेपी
- इम्यूनोथेरेपी या लक्षित कैंसर दवाएं
- हड्डी को मजबूत करने वाली दवाएं।
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