What Are Signs Of A Blood Clot In Lungs In Hindi: खून जमना या रक्त के थक्के बनना एक तरह की नेचुरल प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया की मदद से खून बहना बंद होता है। हमारी बॉडी के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है। लेकिन, कई बार हमारे शरीर की अलग-अलग हिस्सों की नसों में भी खून जमने लगता है, जो कि सही नहीं है। खासकर, लंग्स में खून जमने की बात करें, तो यह बहुत ही खतरनाक हा सकता है। आपको बता दें कि फेफड़ों में खून जमने को पल्मोनरी एम्बोलिज्म कहा जाता है। इस तरह की स्थिति होने के पीछे कई कारण होते हैं, जैसे वेन्स में खून जमना, एयर बबल्स होना या फैट ड्रॉपलेट्स बनना। वैसे तो यह समस्या किसी के साथ भी हो सकती है, लेकिन जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री में इस तरह की परेशानी रही है, उन्हें पल्मोनरी एम्बोलिज्म होने का जोखिम अधिक होता है। इसके अलावा, मोटापा और अधिक उम्र जैसे रिस्क फैक्टर भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। इस समस्या से बचने के लिए आवश्यक है कि आप इसके लक्षणों को लेकर अवगत रहें। आइए, जानते हैं फेफड़ों में खनू जमने पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं। इस संबंध में हमने शारदा अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार-इंटरनल मेडिसिन डॉ. श्रेय श्रीवास्तव से बात की।
फेफड़ों में खून जमने के लक्षण- Symptoms Of A Blood Clot In Lungs In Hindi
सांस लेने में तकलीफ
फेफड़ों में खून जमने पर सबसे पहले सांस फूलने की दिक्कत होने लगती है। यह सबसे सामान्य लक्षणों में से एक है। विशेषज्ञों की मानें, तो फेफड़ों में खून जमने पर मरीज को अचाकन सांस लेन में तकलीफ होने लगेगी। खासकर, ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति एक्सरसाइज या कोई वर्कआउट कर रहा होता है। दरअसल, लंग्स में ब्लड क्लॉट होने की वजह से ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने लगती है, जिससे लंग्स टिश्यूज क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। यह स्थिति सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकती है।
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सीने में दर्द
फेफड़ों में खून जमने पर न सिर्फ सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, बल्कि सीने में भी दर्द होने लगता है। हद तो तब हो जाती है, जब सांस लेने के दौरान सीने में हो रहा दर्द बढ़ जाता है। जैसा कि हमने कुछ देर पहले ही जिक्र किया है कि फेफड़ों में खून जमने के कारण लंग्स टिश्यूज डैमेज होते हैं। इसी वजह से जब आप सांस लेते हैं, तो इससे सीने में दर्द ट्रिगर हो सकता है।
खांसी होना
फेफड़ों से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या होने पर खांसी होना स्वाभाविक होता है। ऐसा ही फेफड़ों में खून जमने पर भी आप नोटिस करेंगे कि खांसी की दिक्कत हो रही होती है। फेफड़ों में खून जमने की वजह से बलगम बनने लगता है। कई बार इस स्थिति में खांसी के साथ-साथ खून उल्टियां भी होने लगती है। अगर किसी के साथ ऐसा हो, तो उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाना चाहिए।
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दिल का असामान्य तरीके से धड़कना
जब लंग्स में ब्लड क्लॉटिंग होने लगती है, तो कई की परेशानियां शुरू हो जाती हैं। जैसे खांसी, सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द आदि। जब सांस लेने में तकलीफ हो, तो इसका बुरा असर आपके ह्रदय पर भी पड़ता है। ऐसे में दिल की धड़कनें असामान्य तरीके से धड़कने लगती हैं। यह बिल्कुल सही नहीं है। आपको बता दें कि लंग्स में जमा खून कई बार टूटकर सांस द्वारा शरीर के अन्य हिस्से तक पहुंच सकता है। अगर धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं, तो इसका असर ब्लड प्रेशर पर पड़ सकता है। इस तरह की कंडीशन में हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, जिस वजह से हार्ट पेल्पिटेशन या दिल का असामान्य तरीके से धड़कना शुरू हो जाता है।
पीठ में दर्द होना
लंग्स में ब्लड क्लॉटिंग के कारण पीठ में दर्द होने की समस्या भी देखी जा सकती है। इसे आप लंग्स में ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण के तौर पर ले सकते हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि फेफड़ों में खून जमने के कारण ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। इससे लंग्स में सूजन आ सकती है, जिससे पीठ की ओर दर्द होने का अहसास हो सकता है। खांसने के दौरान यह दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है। यह दर्द पीठ के किसी भी हिस्से में यानी ऊपर, नीचे या ठीक बीचों-बीच भी हो सकता है।
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