प्लांट बेस्ड डाइट पर रहना आपके लिए वास्तव में एक स्वस्थ और अच्छा परिवर्तन है। लेकिन जब आप प्लांट बेस्ड डाइट पर होते हैं, तो आप कभी-कभी कुछ छोटी-छोटी गलतियां कर बैठते हैं। आपका खानपान जैसा हो, उसका स्वास्थ्य पर वैसा ही असर पड़ता है। ऐसे में आपको कई बार किसी डाइट को फॉलो करते समय कुछ चीजों के साथ समझौता करना पड़ता है। यदि आप भी प्लाटं बेस्ड डाइट फॉलो कर रहे हैं या करने का सोच रहे हैं, तो यहां हम आपको कुछ सामान्य सी गलतियां आपको बता रहे हैं, जिनसे आपको बचने की जरूरत है।
1. पर्याप्त पानी न पीना
पानी आपके शरीर को स्वस्थ और हाइड्रेट रखने के लिए बेहद जरूरी होता है। ऐसे में यदि आप वेगन या वेजिटेरियन डाइट मे हैं, तो यह और भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि आप बहुत अधिक फाइबर लेते हैं, तो आपको पानी की बहुत आवश्यकता होती है। अगर आप पानी र्प्याप्त मात्रा में नहीं लेते हैं, तो आप इसकी कमी से गैस, सूजन और अन्य पाचन समस्याएं महसूस कर सकते हैं। इसलिए आप यह सुनिश्चित करें कि दिन में पर्याप्त पानी पिएं और स्वस्थ रहने के लिए हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें।
2. कार्बोहाइड्रेट की अधिकता और प्रोटीन की कमी
एक प्रोटीन युक्त मीट बेस्ड डाइट की कमी में, आपको कार्ब्स, और क्रूसिफेरस सब्जियों पर ओवरबोर्ड जाना काफी आसान लग सकता है। यह एक ऐसी चीज है जिसके बारे में आपको पूरी तरह से सावधान रहना होगा। आपकी डाइट में पर्याप्त प्रोटीन न होना स्वास्थ्य की ओर एक बुरा संकेत है, यह आपकी लंबे समय में स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। प्लांट-बेस्ड डाइट को फॉलो करते समय, आपको अपनी खाने की प्लेट को आधा कार्ब्स और प्रोटीन के साथ पैक करना चाहिए।
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3. जरूरत होने पर सप्लीमेंट्स न लेना
वेजिटेरियन या प्लांट बेस्ड डाइट आपके हेल्थ गोल्स को पूरा करने में मदद कर सकती हैं। लेकिन आपको इसके लिए डाइट में कुछ आवश्यक खाद्य समूहों और पोषक तत्वों को जोड़ने की जरूरत है। विटामिन बी 12, विटामिन सी, विटामिन डी और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी को पूरा करना बहुत महत्वपूर्ण है, जो फल और सब्जियों से पूरी तरह से अवशोषित नहीं किया जा सकता है।
4. गलत मॉक मीट चुनना
बड़े पैमाने पर नॉन वेजिटेरियन डाइट से लेकर प्लांट बेस्ड डाइट तक स्विच बनाना कठिन हो सकता है। कई लोग मॉक मीट या वेगन मीट को ट्राई करते हैं, जो कि मांस की तरह ही पकते और स्वाद देते हैं। लेकिन मॉक मीट मांस नहीं होता यह अन्य स्रोतों से बने होते हैं। इसलिए अगर आप इस पर निर्भर करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप लेबल पर संघटक सूची पढ़ें और इनमें से कुछ स्रोत एक्सट्रा सोडियम और प्रीज़र्वटिव का ध्यान रखें। क्योंकि यह आपको अधिक नुकसान पहुंचा सकता है।
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5. किसी भी मीटलेस खाने को स्वास्थ्यवर्धक मानना
कई बार आप प्लांट बेस्ड डाइट के चलते सभी वेजिटेरियन खाने को हेल्दी मान लेने की गलती करते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। बादाम का दूध गाय के दूध के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन इसमें प्रति सेवारत औसतन 1.5 ग्राम प्रोटीन होता है। इसी तरह, सफेद ब्रेड, पास्ता, आलू और अन्य प्रोस्सेड कार्बोहाइड्रेट आपके पेट में पोर्क चॉप के रूप में ज्यादा जगह ले सकते हैं, लेकिन वे जरूरी नहीं कि अच्छे विकल्प हों। कई अध्ययनों में पाया गया है कि इस तरह के कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन टाइप 2 मधुमेह और इस्केमिक हृदय रोग के अधिक जोखिम से जुड़ा हुआ है।"
इसलिए यदि आप सब्जियां, फल, साबुत अनाज, फलियां और पानी से संतुलित आहार नहीं ले रहे हैं, तो आप अपने आप को मोटापे, मधुमेह, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के लिए जोखिम में डाल सकते हैं।
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