
बहुत से लोग शौकिया तौर पर कलाई में रबड़ बैंड या फिर रिस्टबैंड पहनना पसंद करते हैं, लेकिन ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। हाल ही में फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी चार्लेस ई के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक रिसर्च में पाया गया कि कलाई पर बैंड या फिर स्मार्टवॉच जैसी चीजें पहनने से शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ता है, जो सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकता है।
स्टैफिलोकॉकस और ई कोलाई बैक्टीरिया फैलने का खतरा
शोधकर्ताओं के मुताबिक रिस्टबैंड पहनने की आदत स्टैफिलोकॉकस और ई कोलाई बैक्टीरिया फैलने का खतरा बन सकती है। स्टडी में रिस्टबैंड पहनने वालों में 85 प्रतिशत तक स्टैफिलोकॉकस पाया गया। वहीं, ई कोलाई बैक्टीरिया का खतरा लोगों में 60 प्रतिशत तक था। दरअसल, स्टैफिलोकॉकस बैक्टीरिया का एक समूह है, जिसमें 30 प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं। यह इंफेक्शन फैलने से शरीर में निमोनिया, जोड़ों में दर्द होने के साथ ही जोड़ों में भी इंफेक्शन हो सकता है। वहीं ई कोलाई बैक्टीरिया एक गंभीर बैक्टीरिया है, जो डायरिया, मल में खून आने के साथ पेट से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है।
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कैसे पनपते हैं बैक्टीरिया?
दरअसल, हवा, गंदगी या फिर पसीने के कारण रिस्टबैंड में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। ऐसे में जिम में वर्कआउट करने के दौरान निकलने वाले पसीने के कारण भी रिस्टबैंड या फिर स्मार्टवॉच तक बैक्टीरिया जा सकते हैं। सफाई नहीं करने से भी रिस्टबैंड पर बैक्टीरिया चिपक जाते हैं, जो हाथों की त्वचा से पनपकर शरीर के अन्य हिस्सों में भी पहुंच सकते हैं। ऐसी स्थिति में इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकता है।
रिस्टबैंड पहनते समय क्या सावधानियां बरतें?
आमतौर पर लोग रिस्टबैंड पहनने के दौरान कई गलतियां करते हैं, जो असल में बैक्टीरिया पनपने का कारण बनती हैं। ऐसे में ध्यान रखें कि बैंड पर ज्यादा पसीना तो नहीं रहा। वहीं, पसीना आने के बाद बैंड पर गंदगी जल्दी आती है, जिससे बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसलिए समय-समय पर बैंड की सफाई करते रहें। ज्यादा टाइट बैंड का इस्तेमाल करने से बचें।
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