
Watercress Benefits in Diabetes: जलकुंभी का पौधा आपने तालाबों, नदी और झील आदि में जरूर देखा होगा। हरी-भरी पत्तियों वाला यह पौधा एक तरह का घास है, जो पानी में तेजी से उगता है। जलकुंभी को लोग बेकार समझकर फेंक देते हैं या नष्ट कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में भी जलकुंभी का इस्तेमाल कई तरह की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। जलकुंभी को अंग्रेजी में Watercress कहते हैं। इसका सेवन करने से शरीर को जरूरी पोषक तत्वों की आपूर्ति होती है और कई गंभीर समस्याओं में फायदा भी मिलता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, डायबिटीज की समस्या में जलकुंभी का सेवन करने के फायदे (Benefits of Watercress in Diabetes) और सही तरीका।
डायबिटीज में जलकुंभी के फायदे
जलकुंभी में मौजूद पोषक तत्व शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। नोएडा स्थित आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदिक डॉ एसके पांडेय कहते हैं, "जलकुंभी में विटामिन, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन के, बी, सी, ए, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। आप डायबिटीज की समस्या में डॉक्टर की सलाह लेकर इसका सेवन कर सकते हैं।"

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डायबिटीज में जलकुंभी इस तरह से फायदेमंद होती है-
ब्लड शुगर कंट्रोल: जलकुंभी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है। फाइबर धीरे-धीरे पचता है और ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल अचानक स्पाइक नहीं होता है।
हार्ट के लिए फायदेमंद: डायबिटीज के मरीजों में हार्ट डिजीज का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। जलकुंभी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और ब्लड प्रेशर को ठीक रखने में मदद करते हैं।
वजन कंट्रोल: डायबिटीज की बीमारी में वजन कंट्रोल में होना बहुत जरूरी है। जलकुंभी में मौजूद कम कैलोरी वजन ठीक रखने में मदद करती है। इसमें पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा होती है, जो शतरीर को हेल्दी भी रखती है।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद: जलकुंभी में मौजदू फाइबर पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह कब्ज और अपच जैसी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट गुण: जलकुंभी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
डायबिटीज में कैसे करें जलकुंभी का सेवन?
डायबिटीज की समस्या में जलकुंभी का सेवन आप कई तरीके से कर सकते हैं। लेकिन इसका सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। डॉक्टर की सलाह लेकर आप डायबिटीज में जलकुंभी को इस तरह से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं-
- सलाद: आप इसे सब्जियों के साथ सलाद में शामिल कर सकते हैं।
- सूप: आप इसे सूप में डालकर खा सकते हैं।
- जूस: आप जलकुंभी का जूस निकालकर पी सकते हैं।
- स्मूदी: आप इसे स्मूदी में मिलाकर एक हेल्दी ड्रिंक बना सकते हैं।
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आमतौर पर जलकुंभी का सेवन शरीर के लिए सुरक्षित होता है। लेकिन कुछ लोगों को इसका सेवन करने से एलर्जी का खतरा रहता है। इसलिए पहली बार इसका सेवन थोड़ी मात्रा में करें। इसके बाद अगर एलर्जी के लक्षण दिख रहे हैं, तो जलकुंभी का सेवन करने से बचें। इसके अलावा किसी भी बीमारी या समस्या में जलकुंभी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
(Image Courtesy: freepik.com)
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