जलकुंभी एक पानी में उगने वाला जंगली पौधा है जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। इसका स्वाद मीठा और हल्का तीखा होता है। जलकुंभी के पत्तियों और फल व फूल का इस्तेमाल किया जाता है। जलकुंभी में विटामिन के की मात्रा पाई जाती है जो हमारी हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है वहीं इसमें विटामिन भी मौजूद होता है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और जुकाम जैसे वायरस समस्याएं दूर होती हैं। जलकुंभी में विटामिन बी6, प्रोटीन, कॉर्ब्स भी मौजूद होते हैं। इस लेख में हम जलकुंभी के फायदों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
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1. उच्च रक्तचाप की समस्या को दूर करे जलकुंभी (Jalkumbhi cures high blood pressure)
जलकुंभी हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है, अगर आप बीपी को कंट्रोल करने के तरीके ढूंढ रहे हैं तो जलकुंभी का इस्तेमाल कर सकते हैं इसमें मैग्निशियम, कैल्शियम, पोटैशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है जिससे बीपी कंट्रोल में रहता है। जिन लोगों के पेट में कीड़े होते हैं उनके लिए भी जलकुंभी का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। जलकुंभी के इस्तेमाल से बुखार, खांसी जैसी समस्याएं भी ठीक होती हैं।
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2. थायराइड के लक्षणों को कम करे जलकुंभी (Jalkumbhi prevents thyroid)
थायराइड का इलाज भी जलकुंभी से किया जाता है, थायराइड के हार्मोन को कम करके जलकुंभी थायराइड लेवल कंट्रोल करता है। आप जलकुंभी का सेवन करना चाहते हैं तो उसे उबालकर इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ शोध में ये भी कहा गया है कि जलकुंभी कैंसर को शरीर में बढ़ने से रोकती है।
3. मोतियाबिंद से बचाव करे जलकुंभी (Jalkumbhi cures catract)
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मोतियाबिंद से बचाव करने में भी जलकुंभी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी से मोतियाबिंद होने की आशंका घट जाती है। जिन लोगों को अल्जाइमर रोग होता है उनके इलाज में भी जलकुंभी फायदेमंद माना जाता है। जो हार्ट के मरीज हैं उन्हें स्ट्रोक आने पर ब्लीडिंग कम करने में भी जलकुंभी मदद रकता है।
4. जुकाम को दूर करे जलकुंभी (Jalkumbhi cures cold)
अगर आपको जुकाम है तो भी आप जलकुंभी का इस्तेमाल कर सकते हैं। जलकुंभी का इस्तेमाल करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जलकुंभी हमारी हड्डियों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें विटामिन के पाया जाता है। जिन महिलाओं को कैल्शियम की कमी है वो इसका इस्तेमाल कर सकती हैं पर गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल कर रही हैं तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही इस्तेमाल करें।
5. अस्थमा में फायदेमंद है जलकुंभी (Jalkumbhi cures asthma)
अस्थमा में जलकुंभी का सेवन फायदेमंद माना जाता है। जलकुंभी में विटामिन सी की मात्रा ज्यादा होती है और अस्थमा में डॉक्टर विटामिन सी लेने की सलाह देते हैं इसलिए अस्थमा के लक्षण दूर करने में जलकुंभी फायदेमंद मानी जाती है।
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जलकुंभी का इस्तेमाल कैसे करें? (How to use jalkumbhi)
कुछ लोग जलकुंभी का इस्तेमाल सूप में करते हैं तो कुछ ताजा डिशेज में। कुछ बाजारों में जलकुंभी आपको आराम से मिल जाएगा। कुछ लोग जलकुंभी को उबालकर इस्तेमाल करते हैं। उन लोगों को जलकुंभी का प्रयोग नहीं करना चाहिए जैसे जो लोग ब्लड थिनर ले रहे हैं। दिल के रोगी, डायबिटीज, मोटापे से पीड़ित लोग भी जलकुंभी का इस्तेमाल कर सकते हैं। जलकुंभी के पत्तों से सब्जी बनाई जाती है, इसे स्प्राउट्स में भी डालकर खाया जाता है।
जलकुंभी का कितना सेवन करना है इसकी सही जानकारी आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर ही दे सकते हैं इसलिए ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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