हमारा शरीर पंचतत्वों से मिल कर बना है जिसमें से एक तत्व अग्नि भी है। इन पांचों तत्वों के संतुलित रहने से हमारा जीवन भी संतुलित रहता है। अगर आप शरीर में मौजूद वायु तत्व का असंतुलन महसूस कर रहे हैं, तो वायु मुद्रा द्वारा इसे संतुलित किया जा सकता है। यह आसन करना काफी आसान है। इसे कहीं पर भी किया जा सकता है। वायु मुद्रा से गठिया, सायटिका जैसे दर्दों को भी कम किया जा सकता है। इस आसन से काफी सारे साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर भी ठीक हो सकते है। पहले तो आपका जानना जरूरी है कि यह वायु मुद्रा है क्या? तो बता दें कि वायु शब्द संस्कृत से लिया गया है जिसका मतलब है हवा और मुद्रा यानी पोस्चर। आयुर्वेद के अनुसार वात दोष इसी तत्व से जुड़ा हुआ है। आपके हाथ की इंडेक्स फिंगर वायु को दर्शाती है। जबकि अंगूठा अग्नि को। इसलिए इस मुद्रा में अंगूठे से जब उंगली को दबाया जाता है तो इसका अर्थ है कि अग्नि ने वायु को दबाया। हमारे शरीर में पास करने के बाद में जो शरीर के लिए जरूरी हैं। इसलिए अच्छे रिजल्ट के लिए प्राणायाम और ध्यान के साथ वायु मुद्रा का अभ्यास करना ठीक रहता है। तो आइए जानते हैं इस आसन को करने का तरीका और इसके फायदे और नुकसान
वायु मुद्रा करने का तरीका-How to do Vayu Mudra
- पद्मासन या सुखासन जैसी अवस्था को चुनें ताकि आप रिलैक्स हो कर बैठ सकें।
- वायु मुद्रा करने से पहले अपने दिमाग को शांत रखें।
- अब अपनी आंखें बंद कर लें और लंबी लंबी सांसें लेते हुए अपनी सांस पर ध्यान दें।
- इससे आपका ध्यान एक जगह केंद्रित होने में मदद मिलती है और प्रण फ्लो भी स्टिमुलेट होता है।
- अपने हाथ को जांघ पर रख लें और हथेली को आसमान की ओर रखें।
- इंडेक्स फिंगर को थोड़ी मोड़ें ताकि अंगूठे को छुआ जा सके।
- अब इंडेक्स फिंगर को अंगूठे की मदद से जोर डालते हुए दबाएं।
- आपको शुरू में यह प्रेशर अच्छा नहीं महसूस होगा लेकिन अभ्यास करने पर आसान लगेगा।
- अपनी बाकी की उंगलियों को सीधा रखें।
- अपने हाथ को न हिलाएं और सांस लेते समय ॐ का उच्चारण करें।
इसे भी पढ़ें : इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को दूर करने में मददगार हो सकते हैं ये 5 योगासन
वायु मुद्रा के फायदे-Vayu mudra benefits
1. एसिडिटी कम करता है: वायु मुद्रा शरीर से टॉक्सिंस कम करने में मदद करती है। जिससे व्यर्थ पदार्थ सारे आपके शरीर से बाहर निकल जायेंगे। इससे एसिडिटी कम होने में भी मदद मिलती है।
2. गैस की समस्या से निजात दिलाती है: वायु मुद्रा शरीर में वायु को संतुलित करने के काम आती है। इसलिए शरीर में मौजूद अतिरिक्त हवा चाहे वह गैस के रूप में हो या ब्लोटिंग के रूप में, वायु मुद्रा शरीर से हवा बाहर निकाल देती है। इस प्रकार यह आपको गैस जैसी पाचन समस्याओं से निजात दिला सकती है।
3. वजन कम करने में सहायक: जब आप स्ट्रेस महसूस करते हैं तो कॉर्टिसोल हार्मोन के रिलीज होने के कारण ओवर ईटिंग करना शुरू कर देते हैं। जिससे आपका वजन बढ़ सकता है। वायु मुद्रा इस हार्मोन को नियमित बनाने में मदद करती है जिससे आप फालतू खाना नहीं खाते हैं।
4. चिंता से मुक्ति दिलाती है: वायु मुद्रा आपकी स्ट्रेस और चिंता भी कम कर सकती है क्योंकि यह मेडिटेशन और प्राणायाम से भी जुड़ी हुई है। यह पूरे दिन की थकान को मिटाती है और आपके दिमाग को शांत करने में सहायक है।
5. बालों के विकास में सहायक: वायु मुद्रा करने से आपके बालों की जड़ें मजबूत होती है जिस कारण बालों का विकास अच्छे से होता है और बाल झड़ते भी कम हैं।
इसे भी पढ़ें : तनाव कम करने के लिए रोज करें विपरीत दंडासन योग, जानें इसके 6 फायदे और अभ्यास का तरीका
वायु मुद्रा के साइड इफेक्ट्स
वायु मुद्रा के वैसे तो कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं। लेकिन अगर आपको बुखार, सर्दी या जुखाम है तो इसे न करें। अगर आप अधिक स्ट्रेस में हैं और आपको उंगलियों में चोट लगी हुई है तो भी इसे न करें। अगर हृदय से जुड़ी बीमारियां हैं या फिर हाई बीपी की समस्या है तो वायु मुद्रा को न करें।
वायु मुद्रा आपके शरीर के लिए काफी लाभदायक होती है। इसे करते समय अधिक टाइट कपड़े न पहनें। इस मुद्रा को खुली जगह में ही करें। इसे करते समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी बना कर रखें। अपनी उंगली पर बहुत अधिक प्रेशर भी न डाल दें। इस समय रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
All images credit: art of living and freepik