Types Of Magnesium In Hindi: मैग्नीशियम एक बहुत ही जरूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट है, जिसके बिना हमारा शरीर जीवित नहीं रह सकता है। यह पोषक तत्व मांसपेशियों के फंक्शन को रेगुलेट करने, थकान और नींद की समस्याओं में सुधार करने में मदद करता है। यह शरीर में भोजन से प्राप्त एनर्जी को मेटाबॉलाइज करने में मदद करता है। मैग्नीशियम मांसपेशियों को कॉन्ट्रैक्शन के लिए बहुत आवश्यक है। यह नर्वस सिस्टम को स्टिमुलेट करके मस्तिष्क तक मांसपेशियों की मूवमेंट के संकेत की प्रक्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करता है। लेकिन अक्सर लोगों को लगता है कि मैग्नीशियम सिर्फ एक ही प्रकार का होता है। इसलिए बहुत से लोग मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स भी लेते हैं, लेकिन इसके बाद उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मैग्नीशियम कई तरह के होते हैं। इनका चुनाव अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के अनुसार किया जाता है। डायटीशियन मनप्रीत कालरा ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विस्तार से बताया है कि आपको किस समस्या में कौन सा मैग्नीशियम लेना चाहिए और ये किन फूड्स में मौजूद होते हैं। इसके बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ते रहें..
मैग्नीशियम के प्रकार और कौन सा मैग्नीशियम जरूरी होता है- Types Of Magnesium To Deal With Different Issues In Hindi
1. दर्द और सूजन होने पर
इस स्थिति में मैग्नीशियम मेलेट (Magnesium Malate) की आवश्यकता होती है। यह एनर्जी बनाने और उसके मेटाबॉलिज्म में मदद करता है। सेब, खुबानी और अंगूर आदि में यह बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
2. नींद से जुड़ी समस्याएं और एंग्जायटी होने पर
इन स्थितियों में मैग्नीशियम ग्लाइसिनेट (Magnesium Glycinate) की आवश्यकता होती है। यह शरीर को आराम प्रदान और शांत करने में मदद करता है। कद्दू के बीज और कोको में यह मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में मौजूद होता है।
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3. कब्ज होने पर
कब्ज की समस्या में मैग्नीशियम साइट्रेट (Magnesium Citrate) लेने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह एक प्राकृतिक लैक्सेटिव के रूप में कार्य करता है और कब्ज को ठीक करता है। चना और कद्दू के बीज आदि इसके कुछ अच्छे स्रोत हैं।
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4. दिल की सेहत के लिए
हृदय स्वास्थ्य के लिए मैग्नीशियम टोरेट (Magnesium Taurate) बहुत आवश्यक है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने और सूजन को कम करने में मदद करता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, साबुत अनाज, डार्क चॉकलेट आदि में यह मौजूद होता है
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5. थकान और कमजोरी
इन स्थितियों में मैग्नीशियम मेलेट (Magnesium Malate) की आवश्यकता होती है। यह मसल फंक्शन में सुधार और आराम प्रदान करने में मदद करता है। सेब, खुबानी और अंगूर में इसकी अच्छी मात्रा होती है।
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