मांशपेशियों में दर्द, खींचाव और किसी भी तरह की तकलीफ होने पर आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस लिए एक्सरसाइज, योग और अन्य फिजिकल एक्टिविटी करके अपने मसल्स को एक्टिव रखना बहुत जरूरी है। डेडलिफ्ट, जिम में होने वाला एक ऐसा वर्कआउट है, जो आपके कंधे, पीठ, पैर और हाथों के मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करती है। माईहेल्थबडी के हेल्थ कोच भरत (Health Coach Bharat) ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके 3 तरह की डेडलिफ्ट और उसे करने के फायदों के बारे में बताया।
3 प्रकार के डेडलिफ्ट और उनके फायदे - 3 Types Of Deadlift And Their Benefits in Hindi
1. सूमो डेडलिफ्ट
सूमो डेडलिफ्ट (Sumo Deadlift) आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। यह क्वाड्रिसेप्स, ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों को भी मजबूती देता है। यह मुद्रा रेगुलर डेडलिफ्ट की तुलना में मांसपेशियों पर ज्यादा जोर देता है, जो आमतौर पर हैमस्ट्रिंग और पीठ के निचले हिस्से को मजबूत कर सकता है। सूमो डेडलिफ्ट फर्शन से शुरू होता है और शुरुआत से ही मांसपेशियां को सक्रिय करता है।
2. पारंपरिक डेडलिफ्ट
पारंपरिक डेडलिफ्ट (Conventional Deadlift) आपके हैमस्ट्रिंग, पीठ के निचले हिस्से और ग्लूट्स को टारगेट करते हैं। यह मुद्रा एक ही समय में कई मांसपेशियों पर काम करता है। शरीर के कई हिस्सों में ताकत और मांशपेशियों के निर्माण के लिए अच्छा माना जाता है। यह पेट और हिप्स के पास जमी चर्बी को कम करने में भी मदद करता है। यह डेडलिफ्ट फर्श से शुरू होती है, जो जमीन से ऊपर तक की मांसपेशियों टारगेट होती हैं।
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3. रोमानियाई डेडलिफ्ट
रोमानियाई डेडलिफ्ट (Romanian Deadlift) (आरडीएल) एक बारबेल लिफ्ट है। यह आपके क्वाड्स, ग्लूट्स, और हैमस्ट्रिंग के साथ-साथ कोर, हाथों, और पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है। इसे करने से पीठ दर्द, शरीर का लचीलापन और मुद्रा में सुधार होता है। आरडीएल जमीन के स्थान पर घुटनों से शुरू होता है।
डेडलिफ्ट करने के फायदे क्या हैं? - Benefits Of DeadLift in Hindi
- हड्डियां मजूबत होती हैं।
- शरीर की मुद्रा बेहतर होती है।
- हिप एक्सटेंसर एक्टिव होते हैं।
- मसल ग्रोथ में बढ़ोतरी होती है।
- पकड़ मजबूत होती है।
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डेडलिफ्ट आपकी मांसपेशियों को मजबूत करने और मसल ग्रोथ बढ़ाने में मदद कर सकता हैं, लेकिन ध्यान रहे इसे हमेशा किसी एक्सपर्ट की निगरानी में ही करें।
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