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मानसून में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए? जानें 6 आयुर्वेदिक फूड्स

मानसून के दिनों में अक्सर लोग खानपान में कुछ गलतियां कर देते हैं, जिसके कारण उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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मानसून में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए? जानें 6 आयुर्वेदिक फूड्स


मानसून के मौसम में कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मानसून के दिनों में वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे वायरस और संक्रमण बढ़ सकता है। ऐसे में बीमारियों से बचे रहने के लिए जरूरी है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो। आयुर्वेद में मानसून के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, ताकि इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे और बीमारियों से बचा जा सके। इस मौसम में वात दोष बढ़ने की संभावना अधिक होती है, जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है। ऐसे में, आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप अपनी इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं और मानसून की बीमारियों से बच सकते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार, इस मौसम में हमें अपने खान-पान और दिनचर्या में कुछ बदलाव करने चाहिए, जैसे कि हल्का, पचने में आसान और वात को संतुलित करने वाला भोजन करना। इसके अलावा, अदरक, हल्दी, तुलसी जैसी आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन करना भी अत्यधिक फायदेमंद होता है। मानसून में इम्यूनिटी को मजबूत रखने के लिए ये आयुर्वेदिक उपाय न सिर्फ प्राकृतिक होते हैं, बल्कि इनके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते, जिससे आप इस मौसम में स्वस्थ और निरोगी रह सकते हैं। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, मानसून में खानपान कैसा होना चाहिए?

आयुर्वेद के अनुसार मानसून में खानपान कैसा होना चाहिए?

1. गर्म और वात शामक आहार का सेवन करें

आयुर्वेद में बरसात के मौसम में वात दोष को शांत करने वाले आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है। वात दोष को संतुलित करने के लिए गर्म और आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए। ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें वात दोष को कम करने की क्षमता हो, जैसे अदरक, हल्दी, जीरा का सेवन इस मौसम में करना चाहिए। इनसे न सिर्फ शरीर को गर्मी मिलती है, बल्कि पाचन भी बेहतर होता है।

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2. मीठी खीर और सूप

इस मौसम में मीठी खीर और विभिन्न प्रकार के सूप का सेवन भी लाभकारी होता है। खीर में दूध और चावल होता है, जो पचने में आसान होता है और शरीर को पोषण प्रदान करता है। सूप में सब्जियों का उपयोग करके एक पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन तैयार किया जा सकता है, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। सूप में अदरक और हल्दी का उपयोग इसे और भी अधिक इम्यूनिटी बूस्टर बनाता है।

3. चावल और गेंहू का उपयोग

आयुर्वेद के अनुसार, चावल और गेंहू का सेवन बरसात के मौसम में बहुत फायदेमंद होता है। चावल में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं और गेंहू में फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो पाचन को मजबूत करते हैं। चावल और गेंहू के साथ बनी विभिन्न डिशेज, जैसे खिचड़ी, पुलाव और रोटी, शरीर को पोषण देने के साथ-साथ वात दोष को संतुलित करने में मदद करती हैं।

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4. चटपटा, नमकीन और खट्टा भोजन

आयुर्वेद में कहा गया है कि बरसात के मौसम में चटपटा, नमकीन और खट्टा भोजन करना चाहिए। ऐसे फूड्स पाचन तंत्र को सक्रिय रखते हैं और शरीर में संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए इस मौसम में इमली की चटनी जैसी खट्टी चीजों का सेवन करना चाहिए। हालांकि, इन्हें संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए ताकि इनका प्रभाव पॉजिटिव रहे।

5. ताजे फलों और सब्जियों का सेवन

बरसात के मौसम में ताजे मौसमी यानी सीजनल फलों और सब्जियों का सेवन करना भी जरूरी है। जामुन और अनार जैसे फल इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। सब्जियों में लौकी, तोरी, कुंदरू और परवल जैसी सब्जियां शामिल करनी चाहिए। ये सब्जियां शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स प्रदान करती हैं, जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है।

6. आयुर्वेदिक हर्बल टी

बरसात के मौसम में अदरक, तुलसी और हल्दी से बनी हर्बल टी का सेवन भी लाभकारी होता है। हल्दी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर के टॉक्सिंस को बाहर निकालते हैं और तुलसी और अदरक शरीर में गर्मी बनाए रखते हैं।

निष्कर्ष

बरसात का मौसम इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार सही भोजन और जीवनशैली का पालन करके हम अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बना सकते हैं। 

All Images Credit- Freepik

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