घुटनों का दर्द ठीक करने के लिए कैसे करें अरंडी के तेल (कैस्टर ऑयल) का प्रयोग?

अगर घुटनों के दर्द से परेशान हैं तो अरंडी के तेल का प्रयोग करके देखें। यह आपके जोड़ों और हड्डियों के दर्द को कम कर सकता है।
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घुटनों का दर्द ठीक करने के लिए कैसे करें अरंडी के तेल (कैस्टर ऑयल) का प्रयोग?


अगर आपके घुटने में भी दर्द रहता है और आप इसे ठीक करने के लिए किसी घरेलू नुस्खे का प्रयोग करना चाहते हैं तो आपको अरंडी के तेल (कैस्टर ऑयल) का प्रयोग करना चाहिए। कैस्टर ऑयल में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं जो विभिन्न बीमारियों को ठीक करने में सहायक हैं। गठिया, सायटिका और कमर दर्द जैसी स्थितियों को ठीक करने के लिए कैस्टर ऑयल का प्रयोग किया जा सकता है। जिन लोगों में बार-बार जोड़ों में दर्द देखने को मिलता है, उनके लिए अरंडी के तेल (कैस्टर ऑयल) का प्रयोग फायदेमंद हो सकता है।

अरंडी के तेल में रिसिनोलेइक एसिड और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है। यह दोनों एसिड एंटी इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुणों से भरपूर होते हैं। इसीलिए इस तेल का प्रयोग घुटनों का दर्द, अर्थराइटिस, ओस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं आप इसका प्रयोग घुटनों के दर्द को ठीक करने के लिए कैसे कर सकते हैं।

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घुटनों के दर्द में कैस्टर ऑयल कैसे प्रयोग करें

घुटनों, जोड़ों और साइटिका के दर्द से निजात पाने के लिए कैस्टर ऑयल का प्रयोग डायरेक्ट किया जाता है। आपको इस तेल को थोड़ा गर्म करके घुटनों पर लगा सकते हैं। इसका नियमित प्रयोग करने से पुराने जोड़ों के दर्द में भी बहुत आराम मिल सकता है।

joint pain

कैसे बनाएं दर्द दूर करने वाला कैस्टर ऑयल पैक?

  • इसके लिए हाई क्वालिटी कैस्टर ऑयल, एक हीटिंग पैड और गर्म पानी की बॉटल लें।
  • एक प्लास्टिक रैप, सेलोफेन टेप, प्लास्टिक शीट, क्लिंग फिल्म और एक खाली बिन लाइनर की जरूरत भी होगी। 
  • इसके अलावा तीन एक स्क्वायर फीट कॉटन के पीस ताकि पूरा घुटना कवर हो सके और एक तौलिया भी लें।
  • कपड़ा लेकर उसे गर्म पानी में डुबा लें। 
  • अब इसमें थोड़ा कैस्टर ऑयल छिड़कें। 
  • यह जरूर सुनिश्चित करें कि कपड़े से तेल न टपक रहा हो। अब इस कपड़े को दर्द वाले घुटने पर रख लें। अब इसे क्लिंग फिल्म के साथ रैप कर लें और एक ही जगह पर होल्ड करके रखें। 
  • ऑयल शीट्स पर न गिर जाए इसके लिए सेलोफेन से रैप करने को प्राथमिकता दें। इसके अलावा तेल को नीचे गिरने से बचाने के लिए पुराने तौलिया का भी प्रयोग कर सकते हैं। 
  • अब इसे 6 से 7 घंटों के लिए ऐसे ही छोड़ दें।

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कैस्टर ऑयल पैक किस तरह काम करता है?

कैस्टर ऑयल आमतौर पर लिंफोसाइट्स की मात्रा बढ़ा देता है। टी-सेल एक ऐसा लिम्फोसाइट का प्रकार होता है जो सेल मीडियाटेड इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। कैस्टर ऑयल पैक 24 घंटे के अंदर टी-सेल काउंट को बढ़ा देता है। यह सेल शरीर की रक्षा करती हैं, पैथोजेन और टॉक्सिंस से शरीर को बचाने के लिए एंटी बॉडीज बनाती हैं।

castor oil

कैस्टर ऑयल के प्रयोग में बरतें सावधानी

टी-सेल्स व्हाइट ब्लड सेल्स का भी एक प्रकार होती हैं जो बीमारियों को दूर रखने में लाभदायक होती हैं। यह बैक्टीरिया, वायरस, फंगी और यहां तक कि कैंसर सेल्स को मारने में भी सक्षम होती हैं। इनके द्वारा जो चोट शरीर में पहुंचती है, उन्हें ठीक करने में यह लाभदायक होता है। हालांकि यह बात जरूर नोट करनी चाहिए कि कैस्टर ऑयल का प्रयोग हमेशा उस घाव पर करना चाहिए जहां से स्किन खुली हुई न हो, यानी अगर स्किन फट गई है या कटने, चोट लगने से खून निकल रहा है, तो कैस्टर ऑयल का प्रयोग न करें।

तो अगर आपको अब घुटनों में दर्द महसूस होता है तो आपको कैस्टर ऑयल का प्रयोग शुरू कर देना चाहिए। लेकिन किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट के इस्तेमाल से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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